अरब देशो में इस्लाम के नाम पर घिनौना खेल ‘तहर्रुश’ जिसके बारे में पढ़ कर आपके होश उड़ जाएंगे

दुनिया के लगभग हर धर्म और देश में कुछ परम्पराएं ऐसी होती हैं जो आज कल के जमाने में कहीं से भी फिट नहीं बैठती है. कुछ धर्म जैसे हिन्दू, ऐसे होते हैं जो समय समय पर अपने में निहित कुरीतियों को सुधारते रहते हैं. लेकिन आज भी कुछ धर्म ऐसे हैं जिनमे आपको ऐसी ऐसी कुरीति और परंपरा दिखाई देंगी की आपके होश उड़ जाएंगे.

आज हम आपको एक कुख्यात इस्लामिक कुरीति के बारे में बता रहे हैं.  ये परम्परा आज भी अरब देशो में है आज भी होता है और इस को तहर्रुश के नाम से जाना जाता है. वैसे ये सुनने में एक खेल के जैसा लग रहा है आप को पर ये ऐसा नहीं है ये एक बहुत ही पैशाचिक खेल है आप को जान कर हैरानी होगी कि इसे सार्वजनिक जगह पर खेला जाता है. इसमें किसी भी लड़की का शोषण किया जाता है. ये एक ऐसी घिनोनी परम्परा है जो अब अरब देशो से निकल कर यूरोप में भी पैर पसार रही है, और तो और भारत में भी इसके कुछ रूप पाए गए हैं.

तहर्रुश एक अरबी शब्द है जिसका मतलब होता है ‘संयुक्त रुप से छेड़छाड़’ करना. इस खेल में कई सारे मुस्लिम युवा सार्वजनिक स्थान पर अकेली लड़की को निशाना बनाते हैं। इनका एक ही औचित्य होता है, अपनी हरकत से काफिर लड़कियों के मन में खौफ पहुँचाना और उनका शोषण भी करना.

इस खेल के दौरान सबसे पहले शिकार को ढूँढा जाता है, जब एक बार कोई लड़की शिकार मिल जाती है तो लड़के एक घेरा बना लेते है जिस में अकेली लड़की को उस घेरे में घेर लेते है. यह घेरा कई लेयर्स का होता है, और इससे बाहर निकलना भी आसान नहीं होता. फिर शुरु होता है घिनौना खेल जिस में लड़की चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती क्यों कि परम्परा के नाम पर ये उस का उत्पीड़न होता है और घेरा बनाने वाले लोग इसका लुत्फ़ भी उठाते हैं.

अगर हम कुछ सालो पहले की बात करें तो, 2011 में मिस्र में ये घिनौना खेल देखा गया था। मिस्र में जनता सरकार के खिलाफ खड़ी हो गयी थी और पूरा शहर ही काहिरा के तहरीर स्क्वायर पे जमा हो गया था. उसी दौरान वहाँ एक साउथ अफ़्रीका की टीवी रिपोर्टर लारा लोगन रिपोर्टिंग कर रही थी तभी लड़को के एक झुंड ने उन्हें घेर लिया और उनसे छेड़छाड़ की। लारा ने इस घटना के काफी बाद बताते हुए कहा था अचानक इसके पहले कि मुझे कुछ समझ में आए कुछ लोगों ने मुझे घेर लिया और मेरे शरीर पर जगह जगह छूने लगे। वो एक-दो नही बहुत सारे थे। ये ऐसा सिलसिला था जो लगातार चल रहा था। यह वो पहला वाक्य था जब इस खेल का सबूत पूरी दुनिया के सामने रखा गया.

खौफनाक बात यह है की अब धीरे धीरे यह घिनौना खेल दुसरे देशो की और भी चल पड़ा था. खासकर यूरोप में पिछले कुछ महीनो में ऐसी घटनाएं हुई हैं जिसमे इस खेल के सबूत मिले हैं. पिछले साल ३१ दिसंबर को जर्मनी के कोलोन शहर में मध्य-पूर्व एशिया से आये रिफ्यूजी लोगो ने जर्मनी की लड़कियों को ऐसे ही परेशान किया थाऔर इस दौरान कई लड़कियों के योन शोषण की रिपोर्ट भी दर्ज की गयी थी. जर्मन पुलिस के अनुसार यह सब एक सोची समझी नीति के तहत किया गया था और उन्हें पूरा अंदेशा था की ये  ‘तहर्रुश’ ही था जो अब धीरे धीरे यूरोप में भी शुरु होगया है।

पिछले ही साल भारत के बंगलौर शहर में भी ३१ दिसंबर की रात को ऐसी ही एक घटना हुई थी, जिसमे इसी प्रकार से कई लड़कियों के साथ बुरी हरकतें की गयी थी.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button