कई दिनों से आतंकियों के निशाने पर थी अमरनाथ यात्रा, UP-गुजरात के लोग थे टारगेट
सिर्फ इतना ही नहीं, सूत्रों का ये भी दावा है कि हमले का मास्टरमाइंड और लश्कर कमांडर अबु इस्माइल अपनी पूरी टीम के साथ ऐसी गाड़ियों को फॉलो कर रहा था, जिनके साथ सुरक्षाकर्मियों का काफिला न हो.
गुजरात से गया यात्रियों का ये जत्था दो दिन पहले ही बाबा बर्फानी के दर्शन कर लौटा था. आतंकियों को जैसे ही यात्रियों के काफिले से अलग होने की सूचना मिली, उन्हें वैसे ही यात्रियों पर अटैक कर दिया और आखिरकार सोमवार की रात आतंकी अपने नापाक मंसूबों में कामयाब हो गए.
सूत्रों ने एक बड़ी जानकारी दी है कि आतंकियों के टारगेट पर यूपी और गुजरात से जाने वाले तीर्थयात्री थे. बताया गया कि ओवर ग्राउंड वर्कर आतंकियों की मदद कर रहे थे. साथ ही ये भी बताया गया कि आतंकियों ने जानबूझकर महिला यात्रियों को हमले के लिए चुना.
आतंकियों की बौखलाहट
दरअसल, पिछले 6 महीनों से सेना और सुरक्षाबलों के ताबड़तोड़ ऑपरेशन से कश्मीर घाटी में आतंकियों में खासी बौखलाहट है. जिसकी वजह से लश्कर के विदेशी आतंकी हर हाल में अमरनाथ यात्रियों को निशाना बनाना चाहते थे. हालांकि लोकल हिजबुल आतंकी और लश्कर में इस मुद्दे पर विवाद गहरा गया है.
यात्रियों की गलती से हमला
हमले के बाद मंगलवार को पूरा दिन दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग हुई. मीटिंग के बाद सुरक्षा एजेंसियां अमरनाथ यात्रा सुरक्षा ग्रिड में किसी बड़ी खामी से इनकार कर रहे हैं. एजेंसियों का मानना है कि यात्रियों की गलती से आतंकी ये हमला करने में कामयाब रहे हैं.
सुरक्षा में बढ़ोतरी
फिलहाल अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा बलों की 300 बटालियन लगी हुई हैं. जबकि सेना की पांच यूनिट हाइवे पर सुरक्षा देख रही हैं. इस बीच सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने श्रीनगर में लोकल आर्मी कमाण्डर के साथ अहम बैठक की है. सेना प्रमुख ने राज्यपाल से भी मुलाकात की और सेना की तैनाती पर चर्चा की. जबकि डीजी सीआरपीएफ ने भी यात्रा रूट पर लोकल पुलिस और सेना के साथ तालमेल पर अहम बैठक की.
पाकिस्तान के मीरपुर का है इस्माइल
खुफिया सूत्रों के मुताबिक अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले का मास्टर माइंड अबु इस्माइल पम्पोर, अनंतनाग और आसपास के इलाकों में लश्कर का कमांडर है. लश्कर सरगना अबु दुजाना के बाद इस्माइल लश्कर के लिए घाटी में नंबर दो की हैसियत रखता है. अबु इस्माइल पर 10 लाख का इनाम है.
इस्माइल की उम्र करीब 24 साल है, जो पाकिस्तान के मीरपुर का रहने वाला है. पिछले 4 साल से इस्माइल अनंतनाग और उसके आसपास के इलाकों में सक्रिय है. पिछले साल पुलवामा में हुई बैंक लूट की कई वारदात में इस्माइल का नाम सामने आया था. इसी साल अप्रैल में पम्पोर में एक युवा सरपंच की हत्या में भी इस्माइल का नाम शामिल है.
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