काशी से PM मोदी का अटैक, चुनाव जीतने के लिए तिजोरी को ‘तबाह’ करती थीं पिछली सरकारें

वाराणसी। दो दिन के वाराणसी प्रवास पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र पर योजनाओं का खजाना लुटाते हुए पूर्ववर्ती राज्य सरकारों पर तीखे तंज कसे.

वाराणसी के  लिए 1000 करोड़ रुपये की योजनाओं का गिफ्ट देते हुए पीएम ने पूर्ववर्ती सरकारों पर चुनाव कार्यक्रमों पर सरकारी तिजोरी को ‘तबाह’ करने का आरोप लगाया. साथ ही पीएम ने कहा कि उनकी सरकार की कोशिश है कि गरीब की जिंदगी में बदलाव लाने के अवसर तैयार करने वाले सपने साकार हों.

प्रधानमंत्री ने यहां विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद कहा, “हर समस्या का समाधान आखिर विकास में ही है. पहले ऐसी सरकारें आईं, जिनमें विकास से नफरत जैसा माहौल था. उनके लिए सरकारी तिजोरी चुनाव जीतने के कार्यक्रमों में तबाह हो जाती थी. हमारी कोशिश है कि विकास के वे सपने साकार हों, ताकि गरीब की जिंदगी में बदलाव लाने का अवसर तैयार हो.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “आज एक ही कार्यक्रम में एक ही मंच से 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत के कई प्रकल्पों का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है. मैं उत्तर प्रदेश सरकार का भी बहुत आभारी हूं कि उन्होंने बनारस के विकास के लिए पूर्वी भारत के विकास के हमारे सपने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है और उसमें राज्य सरकार भी अभिनन्दन की अधिकारी है.”

उन्होंने कहा, “आज करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से वस्त्र मंत्रालय द्वारा जिस प्रोजेक्ट का लोकार्पण हो रहा है, मैं नहीं मानता हूं कि पिछले कई दशकों में बनारस की धरती पर इतने बड़े किसी प्रोजेक्ट की योजना साकार हुई होगी.

जिन परियोजनाओं की नींव रखी, उनका उद्घाटन भी किया

पीएम मोदी ने तेजी से किए जा रहे विकास कार्यों का हवाला देते हुए कहा, “काम कैसे होता है इसका उदाहरण देखिए, कि जिस प्रोजेक्ट का शिलान्यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हम ही करते हैं. वरना राजनीतिक हिसाब किताब से शिलान्यास होते रहते हैं, योजनाएं लटकती रहती हैं.”

बुनकरों से की बात

मोदी ने कहा कि जब वह वाराणसी से सांसद बनने के बाद बुनकरों से बात कर रहे थे, तब उनमें से बहुतों ने कहा कि उनके बच्चे उनके पुश्तैनी काम से नहीं जुड़ना चाहते.

पीएम ने कहा, “तभी लगा कि इतना बड़ा आर्थिक गतिविधि का हथियार अगर हमारे परिवारों से छूट जाएगा तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा. आप किसी भी गरीब से बात कीजिए, उससे पूछिए कि आपने जैसी जिंदगी गुजारी, क्या आप अपने बच्चों के लिए भी वैसी ही जिंदगी पसंद करेंगे. गरीब से गरीब व्यक्ति भी कहता है कि मेरे नसीब में जो था, मैंने भुगता, लेकिन मैं नहीं चाहता कि मेरी आने वाली पीढ़ी ऐसी गरीबी की जिंदगी जीने को मजबूर हो.”

पीएम मोदी ने कहा, “किसी गरीब के दिल में अपनी संतानों को विरासत में गरीबी देने की इच्छा नहीं होती. हर गरीब का अपनी भावी पीढ़ी के लिए जो सपना है, वही सपना मेरी सरकार का भी है.”

हमारी योजनाएं समाज के हर तबके का सशक्तीकरण करने वाली

मोदी ने कहा “मेरी सरकार यही प्रयास कर रही है कि सारी योजनाएं ऐसी हों, जो समाज के हर तबके में सशक्तीकरण लाएं. आज देश तेज गति से प्रगति कर रहा है. यह विकास गरीब और मध्यम वर्ग के कल्याण को केन्द्र में रखकर हो रहा है. अनेक साहसपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं और 20-25 साल से लटके मुद्दों का निपटारा बड़ी हिम्मत से किया जा रहा है. हिम्मत से फैसले किए जा रहे हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “पूरी दुनिया देख रही है कि भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है. भारत बदल रहा है. हमें पूर्वी उत्तर प्रदेश को भी बदलना है. जैसी पश्चिम की ताकत है, वैसे ही पूरब की भी ताकत हो. हमें विश्वास है कि यहां के आर्थिक और सामाजिक जीवन तथा मूलभूत ढांचे में बदलाव लाने के लिए यह योजनाएं काम आएंगी”

वाराणसी-वडोदरा महामना एक्सप्रेस को दिखाई हरी झंडी

प्रधानमंत्री ने कहा कि वडोदरा और वाराणसी दोनों ही स्थानों से उन्होंने लोकसभा चुनाव भारी मतों से जीता था. जब एक सीट छोड़ने की बात आई तो उन्होंने सोचा कि बड़ोदरा को आगे बढ़ाने के लिये वहां उनके बहुत से साथी हैं, लेकिन काशी के लिए अगर समय लगाते हैं तो शायद उनके जीवन को संतोष होगा. इसलिये उन्होंने काशी को सेवा के लिए चुना.

मोदी ने कहा, “आज खुशी है कि वडोदरा और बनारस को महामना एक्सप्रेस से जोड़ा जा रहा है. यह रेलगाड़ी बडोदरा से सूरत होते हुए बनारस पहुंचेगी. उन्होंने कहा कि गुजरात से कपड़ा सबसे पहले अहमदाबाद से चलता हुआ बनारस आया था. आज महामना एक्सप्रेस से इसे वडोदरा से जोड़ा जा रहा है. इस ट्रेन का सीधा सम्बन्ध आर्थिक गतिविधि से ज्यादा है. इसके लिए रेल मंत्रालय को बधाई.

‘जलमार्ग सारी यातायात समस्या का समाधान’

मोदी ने कहा, “काशी में आज एक वाटर एम्बुलेंस का भी लोकार्पण हुआ है. जब मैंने पहली बार जल संवाहिनी का विचार रखा था तो कई लोगों को आश्चर्य हुआ था. मैंने कहा कि यातायात की समस्या के निदान के लिए हमें जलमार्ग का भी उपयोग करना चाहिए. जलमार्ग की ताकत को आर्थिक विकास से जोड़ने और पर्यटन के नाते जो गतिविधियां होती हैं, उससे और आगे बढ़ाने के लिए हमने कई प्रयास किए हैं.

उन्होंने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की भी खुले दिल से तारीफ करते हुए कहा कि छह माह के अल्पकाल में योगी ने जो कमाल कर दिखाया, उसके लिए उनको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं.”

 

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