कॉल स्पूफिंग के जरिए जालसाज शैलेंद्र ने किया था मुलायम के ऑफिस में फोन


तहलका एक्सप्रेस ब्यूरो, लखनऊ/आगरा। यूपी के सबसे बड़े जालसाज शैलेंद्र अग्रवाल की जालसाजी की कहानियां खत्म नहीं हो रही हैं। अब इस कड़ी में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का भी नाम जुड़ गया है। शैलेंद्र ने यूपी के पूर्व सीएम को भी नहीं बख्शा। जब साइबर क्राइम सेल ने सीबीआई की मदद से उसके मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जांच में पता चला है कि उसने न्यूजीलैंड दूतावास के नंबर की कॉल स्पूफिंग करके मुलायम सिंह के ऑफिस में तीन बार फोन किया था। पुलिस ने भी शैलेंद्र के खिलाफ बनाई गई 169 की चार्जशीट में इस बात की पूरी जानकारी दी है।
जानकारी के मुताबिक, शैलेंद्र अग्रवाल ने न्यूजीलैंड दूतावास की कॉल स्पूफिंग करके इसी साल बीते 16 अप्रैल को तीन बार मुलायम सिंह यादव के ऑफिस में कॉल किया था। पहली कॉल 54 सेकेंड की थी। वहीं, दूसरी कॉल पर 84 सेकेंड और तीसरी कॉल 90 सेकेंड तक बातचीत हुई। यह सब शैलेंद्र ने आगरा में बैठकर किया। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में इसका पूरा विवरण भी दिया है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कि शैलेंद्र ने न्यूजीलैंड दूतावास के नंबर की कॉल स्पूफिंग करके सपा सुप्रीमो के ऑफिस में क्या बात की थी। काफी पूछताछ के बाद भी आरोपी शैलेंद्र इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। बता दें कि, जेल में बंद शैलेंद्र ने कोर्ट में जमानत की अर्जी दी है। उसके खिलाफ अब तक 32 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
क्या है कॉल स्पूफिंग
स्पूफिंग वह तकनीक है, जिसके द्वारा किसी के भी मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके किसी भी अन्य मोबाइल पर कॉल की जा सकती है या मैसेज भेजा जा सकता है। इस तकनीक में दोनों पक्ष यानि कि जिसका नंबर इस्तेमाल किया जा रहा हो वह और जिसे कॉल या मैसेज किया गया हो, वह इससे अनजान रहते हैं कि कॉल या मेसेज भेजने वाला आखिर है कौन।
स्पूफिंग वह तकनीक है, जिसके द्वारा किसी के भी मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके किसी भी अन्य मोबाइल पर कॉल की जा सकती है या मैसेज भेजा जा सकता है। इस तकनीक में दोनों पक्ष यानि कि जिसका नंबर इस्तेमाल किया जा रहा हो वह और जिसे कॉल या मैसेज किया गया हो, वह इससे अनजान रहते हैं कि कॉल या मेसेज भेजने वाला आखिर है कौन।
मोबाइल में था खास सॉफ्टवेयर
कॉल स्पूफिंग करके दूसरों को धमकी देना और अपना काम करवाना जालसाज शैलेंद्र की आदत बन गई थी। इसी वजह से वह पकड़ा भी गया था। उसने अपने मोबाइल फोन में खास सॉफ्टवेयर डाला हुआ था। वो जो नंबर फीड करता था , कॉल रिसीव करने वाले के मोबाइल स्क्रीन पर वही नंबर दिखता था। दो महीने पहले उसने दरोगा विजय सिंह को डीजीपी के मोबाइल नंबर की कॉल स्पूफिंग करके धमकी दी थी। उस वक्त दरोगा की पत्नी श्वेता सिंह ने मामला दर्ज करवाया था। एसएसपी राजेश डी. मोदक का कहना है कि श्वेता सिंह द्वारा दर्ज करवाए गए केस की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी है। अन्य 31 मुकदमों पर भी जांच जारी है।
कॉल स्पूफिंग करके दूसरों को धमकी देना और अपना काम करवाना जालसाज शैलेंद्र की आदत बन गई थी। इसी वजह से वह पकड़ा भी गया था। उसने अपने मोबाइल फोन में खास सॉफ्टवेयर डाला हुआ था। वो जो नंबर फीड करता था , कॉल रिसीव करने वाले के मोबाइल स्क्रीन पर वही नंबर दिखता था। दो महीने पहले उसने दरोगा विजय सिंह को डीजीपी के मोबाइल नंबर की कॉल स्पूफिंग करके धमकी दी थी। उस वक्त दरोगा की पत्नी श्वेता सिंह ने मामला दर्ज करवाया था। एसएसपी राजेश डी. मोदक का कहना है कि श्वेता सिंह द्वारा दर्ज करवाए गए केस की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल हो चुकी है। अन्य 31 मुकदमों पर भी जांच जारी है।
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