महाराष्ट्र पर बोले नितिन गडकरी, ‘क्रिकेट और राजनीति में कब गेम पलट जाए पता नहीं’

मुंबई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने ताजा बयान देकर महाराष्ट्र के संग्राम में हलचल पैदा कर दिया है. बीजेपी के कद्दावर नेता नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि क्रिकेट और राजनीति में कुछ भी संभव है. कभी आपको लगता है कि आप मैच हार रहे हैं, लेकिन परिणाम एकदम विपरीत हो जाता है. वे यहीं नहीं रूके, आगे कहा कि मैं अभी दिल्ली से आया हूं, मुझे महाराष्ट्र की राजनीति की पूरी जानकारी अभी नहीं है.

उनसे जब पूछा गया कि अगर महाराष्ट्र में गैर-बीजेपी सरकार बनती तो मुंबई में जारी परियोजनाओं का क्या होगा. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार बदलती है, लेकिन परियोजनाएं जारी रहती हैं. मुझे इससे कोई समस्या नहीं है. सरकार किसी की भी बने हम सकारात्मक नीतियों का समर्थन करेंगे.

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“Anything can happen in cricket and politics. Sometimes you feel you are losing the match, but the result is exactly the opposite. Also, I have just arrived from Delhi, I don’t know the detailed politics of Maharashtra,”Union Min Nitin Gadkari on Maharashtra govt formation

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शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी में समझौते के आसार
दूसरी तरफ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) में सरकार बनाने को लेकर समझौता होता दिख रहा है. गुरुवार को तीनों दलों के नेताओं ने एक साथ बैठकर सरकार बनाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार किया है. बैठक के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे विजय वडट्टीवार ने कहा कि तीनों पार्टियों के नेताओं ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम का मसौदा तैयार कर लिया है. खबर है कि अब इस मसौदे को सोनिया गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के पास भेजा गया है. वडेट्टीवार ने कहा कि उनकी नेता सोनिया गांधी की मंजूरी मिलते ही राज्य में शिवसेना के नेतृत्व में एनसीपी और कांग्रेस साझा सरकार का हिस्सा होंगे.

वहीं शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं की बैठक के बाद कहा, ‘बैठक में न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा हुई. इसे लेकर एक ड्राफ्ट भी बनाया गया है. यह ड्राफ्ट तीनों पार्टियों के प्रमुखों को भेजा गया है. तीनों पार्टियों के प्रमुख ही अंतिम निर्णय लेंगे.’

मालूम हो कि बीजेपी-शिवसेना ने गठबंधन के तहत 21 अक्टूबर का विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की मांग करने के बाद गठबंधन टूट गया. भाजपा ने शिवसेना के रोटेशनल मुख्यमंत्री पद की मांग को ठुकरा दिया. महाराष्ट्र में मंगलवार शाम राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया और विधानसभा को निलंबित कर दिया गया.

 

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