अपराधियों के लिए मजाक बनी यूपी में कानून व्यवस्था, नही रहा एनकाउंटर का खौफ..

Law and order in UP : याद कीजिये जब उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेने के बाद ये बात कही थी कि अपराधियों की जगह या तो जेल में होगी या यमराज के पास।
अपराधी प्रदेश छोड़ कर भाग जाए, भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस होगा, रामराज्य होगा।
  • कहा तो यहां तक जाने लगा था कि अपराधी अब खुद बाहर से ज्यादा जेल में सुरक्षित महसूस करते हैं।
  • लेकिन बीते कुछ समय से प्रदेश में ऐसे हालात बने हुए है कि मानों यहां अपराधियों में अपहरण और हत्याओं को लेकर होड़ मच गई है.
  • कि किस जिले और कौन सी जगह कौन से अपराधी इन वारदातों को ज्यादा अंजाम दे रहे हैं।
Law and order in UP :-
एक जगह का मामला शांत होता है तो दूसरी जगह वाला अपराधी कहता है कि हम कैसे पीछे रहे आखिर हमारा भी तो क्राइम का रिकॉर्ड खराब नहीं होना चाहिए।
  • एनकॉउंटर के नाम पर शोहरत बटोरने वाली पुलिस अपराधियों का तो एनकाउंटर कर दे रही है.
  • लेकिन अपराध को फलन फूलने दे रही है।
  • अपराधी पुलिस को चैलेंज देने में मस्त हैं तो यूपी पुलिस अपने एनकाउंटर के रिकॉर्ड गिनाने में।
लेकिन यूपी पुलिस को कौन समझाए की एनकाउंटर अपराध नहीं रोकते अगर अपराध रोकना है तो अपना सिस्टम दुरूस्त करना होगा। ड्यूटी में इतनी मुस्तैदी दिखानी होगी कि गुनाहगार अपने अपराध की पहली ही कक्षा में फेल हो जाए।
  • विकास दुबे जैसा अपराधी जो महज सात दिन में 25 हजार से 5 लाख का इनामी बन गया।
  • उसका तो जिले की लिस्ट में नाम ही नहीं था।
इसका जवाब कौन देगा ?
  • विकास दुबे का जिसप्रकार एनकाउंटर हुआ वो किसी के भी गले नहीं उतरता।
  • ऐसे में जो विकास को फलने फूलने में मदद करने वाले उसके आका थे उनका पता अब पुलिस कैसे लगाएगी।
  • जो अब किसी और एक नाये आने वाले विकास दुबे को संरक्षण दे रहे होंगे।
कानपुर का संजीत यादव हत्याकांड जहां फिरौती देने के बावजूद भी संजीत की हत्या हो जाती है। उसकी बहन अपने भाई को वापस लाने के लिए समाज के इन्ही पहरेदारों के दर पर गुहार लगाती रहती है लेकिन वर्दी के रौब में ये जनता के रक्षक जनता को ही भूल जाते हैं।
  • इतना ही नहीं गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी को सरेराह बदमाश गोलियों से भून देते हैं।
  • और फरार हो जाते हैं पुलिस यहां भी खाली हाथ रहती है।
  • इससे पहले सोनभद्र में जमीनी विवाद को लेकर नरसंहार,
  • विवेक तिवारी हत्याकांड,
  • कट्टरपंथी हिंदू नेता कमलेश तिवारी का मर्डर,
  • हिन्दू महासभा के अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या,
  • फर्रुखाबाद बंधक संकट और एनकाउंटर,
  • नोएडा का गौरव चंदेल मर्डर केस,
  • यूपी बार कॉउंसिल की अध्यक्ष के मर्डर से यूपी दहल चुकी है।
  • यूपी में बढ़ रहे अपराधों की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि बताने के लिए समय काफी कम पड़ जाएगा।
  • गोंडा में एक मासूम बच्चे का अपहरण कर बदमाश धमकी देते हुए 4 करोड़ की फिरौती की भी मांग करते हैं।

इतना ही नहीं इसमें

  • अपहरणकर्ता तो ये भी कहता है कि कानपुर वाला कांड तो सुना ही होगा कि पुलिस किसी का साथ नहीं देती।
अपराध की दास्ता यहीं नहीं रुकती मुख्यमंत्री के गृह जनपद में भी:-
  • एक बच्चे का किडनैप कर बदमाश हत्या कर देते हैं।
  • कानपुर देहात सहित कई ऐसे जिले हैं जहां से लगातार बदमाशों द्वारा हत्या की खबरें मानों आम होती जा रही हैं।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर यूपी की ठोको पुलिस जो एनकाउंटर के दम पर अपना सीना चौड़ा कर कहती है कि, अपराधियों में खौफ है।
अब इसका अंदाजा आप ही लगाइये कि अपराधियों में कितना खौफ है?
 

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