अरुणाचल प्रदेश में फिर सियासी संकट, मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत 6 विधायकों को पार्टी ने किया निलंबित
इटानगर। अरुणाचल प्रदेश में एक बार फिर सियासी संकट आ गया है। प्रदेश के सत्तारूढ़ दल पीपल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश (PPA) ने गुरुवार रात मुख्यमंत्री पेमा खांडू और उप मुख्यमंत्री चोवना मेन समते पांच विधायकों को पार्टीविरोधी गतिविधियों के आरोप में अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया। सस्पेंड होने वाले विधायकों में जेंबी टाशी, सीटी मेन, पीडी सोना, जिंगनू नामचोम और कामलुंग मोसांग शामिल हैं।
इस बीच अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस कमिटी (APCC) के अध्यक्ष पाडी रिचो ने पार्टी के सदस्यों से कहा है कि वे राज्य में मध्यावधि चुनावों के लिए तैयार रहें। रिचो ने कहा,’हमारी पार्टी आम लोगों के बीच जाने की योजना बना रही है। लोगों से मिली राय के मुताबिक हमारे कार्यकर्ता ब्लॉक और जिला स्तर पर लोगों से बात करेंगे। इस तरह हम नोटबंदी के खिलाफ जनांदोलन छेड़ेंगे।’ उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से किसी भी तरीके के सियासी बदलाव के लिए तैयार रहने को कहा।
महीनों तक चले सियासी उठापटक के बाद पेमा खांडू इस साल 16 जुलाई को राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने नबाम तुकी की जगह ली थी। अरुणाचस पिछले एक साल से ही राजनीतिक अस्थिरता का शिकार रहा है। इस साल जनवरी में तुकी की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के बिखरने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। उस वक्त 19 विधायक बागी हो गए थे और कालिखो पुल ने बीजेपी की मदद से बहुमत साबित करने का दावा किया था क्योंकि वह खुद मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। इसके बाद कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के हक में फैसला दिया और विधायकों ने पेमा खांडू को नये मुख्यमंत्री के तौर पर चुन लिया। इसके बाद 9 अगस्त को कालिखो पुल ने खुदकुशी कर ली थी। कांग्रेस को दूसरा झटका सितंबर में लगा जब मुख्यमंत्री पेमा खांडू और स्पीकर तेनजिंग समेत 41 विधायक एक क्षेत्रीय पार्टी पीपीए में शामिल हो गए थे।
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