आतंकी बोला- शुक्ला, मां का दूध पिया है तो सामने आओ..लड़ो, सुबह मेजर शुक्ला ने चिथड़े उड़ा दिए

नई दिल्ली। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में आज हुई मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिद्दीन के समीर अहमद भट उर्फ ‘समीर टाइगर’ सहित दो आतंकवादी मारे गए हैं. इस मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल हो गए. बता दें कि समीर अहमद भट उर्फ ‘समीर टाइगर’ वही आतंकी है जिसने एक वीडियो मैसेज भेज कर सेना के मेजर शुक्ला को चुनौती दी कि मां का दूध पिया है तो सामने आओ, लड़ो. आज सुबह मेजर शुक्ला उसके सामने थे और वो 10 लाख का ईनामी आतंकी टाइगर अब इस दुनिया में नहीं है.

समीर अहमद भट उर्फ टाइगर नाम के आतंकी ने वीडियो मैसेज में कहा था कि ‘शुक्ला को कहना शेर ने शिकार करना क्या छोड़ा, कुत्तों ने समझा जंगल हमारा है. अगर उसने अपनी मां का दूध पिया है तो उसको कहो सामने आ जाए’. ऐसे ही वीडियो जारी करके समीर टाइगर घाटी में बुरहान वानी के बाद अगला पोस्टरबॉय बना हुआ था लेकिन सेना को दी गई चुनौती उसपर भारी पड़ गयी और टाइगर का ही शिकार हो गया. समीर टाइगर ने सेना के संदिग्ध खबरी को पकड़कर ये वीडियो बनाया था और उसी में सेना के मेजर शुक्ला को धमकी भी दी थी, और इस वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया था.

सेना ने ऐसे किया समीर टाइगर का खात्मा

कश्मीर घाटी के पुलवामा जिले का द्रबगाम इलाके में सुबह 10 बजे सेना और सीआरपीएफ का ज्वाइंट कासो चल रहा था. CASO मतलब कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन. आबादी में छिप कर बैठे आतंकियों को पकड़ने की कार्रवाई यानी घेरा डालो और तलाशी लो. यहीं पर छिपा था हिज्बुल का टॉप कमांडर समीर टाइगर. टाइगर ने खुद को घिरता पाकर डरकर फायरिंग शुरू कर दी और सेना ने पलटवार किया. एनकाउंटर चार घंटे तक चला और जब खत्म हुआ तब आतंकी समीर टाइगर मौत के घाट उतर चुका था.

बताया जाता है कि इस एनकाउंटर में सेना के 44 राष्ट्रीय राइफल्स के वही मेजर शुक्ला भी शामिल थे जिनका नाम लेकर समीर टाइगर ने धमकी दी. मेजर शुक्ला ने ऑपरेशन को लीड किया और टाइगर को मार गिराया. जानकारी मिली है कि मेजर शुक्ला घायल हो गए है हांलाकि सेना ने अब तक ऑपरेशन में शामिल घायलों के नाम जारी नहीं किए हैं.

समीर टाइगर
समीर टाइगर 6 मई 2016 को हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था और बुरहान वानी के ग्रुप में रहकर वो बुरहान का दाहिना हाथ बन गया था. जुलाई 2016 में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद समीर टाइगर को कश्मीर के पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश किया गया. समीर टाइगर पर 10 लाख रुपये का इनाम था. फरवरी में श्रीनगर के अस्पताल से आतंकी नावेद को फरार कराने में भी समीर टाइगर का हाथ था. सुरक्षाबलों पर भी कई बार समीर टाइगर हमला कर चुका है.

अगले टाइगर बनने की तैयारी में घाटी में युवा
10 लाख का ईनामी आतंकी टाइगर तो मेजर शुक्ला का शिकार हो गया पर अभी भी कश्मीर घाटी में बहुत से युवा गुमराह होकर अगले टाइगर बनने की तैयारी में हैं. कुछ दिन पहले दिल्ली पुलिस ने दो युवाओं को पकड़ा तो साजिश खुली और पता चला कि पाकिस्तान कश्मीरी युवाओं को आतंकी बनाने के लिए सोशल मीडिया की मदद ले रहा है. कश्मीर के कोचिंग सेंटर उसके निशाने पर थे. इसीलिए कश्मीर में सरकार ने कुछ दिन पहले कोचिंग सेंटर बंद करवाए.  मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1 अप्रैल को हुए तीन एनकाउंटर के बाद 30 दिनों में 28 युवक आतंकी बन चुके हैं जिसमें कॉलेज के छात्र से लेकर एमफिल स्कॉलर शामिल हैं. इनमें से 18 आतंकियों के बारे में यहां पर जानकारी है

आदिल अहमद मीर उम्र- 21 साल
त्राल में कॉलेज में पढ़ रहा था अब हिज्बुल में शामिल हो चुका है.

मुजामिल अहमद मागरे
15 अप्रैल से लापता था अब हिज्बुल में शामिल हो चुका है.

जुबैर अहमद वानी
भोपाल में एमफिल की पढ़ाई कर रहा था अब आतंकी बन चुका है.

आबिद नजीर
पंजाब से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. नजीर एनडीए की लिखित परीक्षा भी पास कर चुका था.
1 अप्रैल को जो 13 आतंकी मारे गए उनमें 3 आबिद के गांव पद्दारपोरा के थे.

मीर इदरिस सुल्तान- सेना का जवान था..
12 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर छुट्टी में गांव आया
अब हिज्बुल में शामिल हो चुका है

खालिद फारुक मलिक
शोपियां का रहने वाला है. अब हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी बन चुका है.

आकिब अहमद
लश्कर में शामिल हो चुका है

ओवैस मलिक. बीए थर्ड ईयर का स्टूडेंट.
अब हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी है

आदिल अहमद डार पुलवामा का रहने वाला है
अब जैश का आतंकी बन चुका है

मुजम्मिल अहमद उर्फ अबू उमैर हिज्बी.
हिज्बुल का आतंकी बन चुका है

शोपियां का समीर अहमद शेख
अब जैश में शामिल हो चुका है

पुलिस कांस्टेबल शबीर अहमद.
25 अप्रैल को हथियार लेकर भाग गया

मुजफ्फर अली शेख शादीशुदा है पत्नी, भाई और बूढ़े मां-बाप हैं.
सबको छोड़कर आतंकी बन गया..

फैसल अहमद
हिज्बुल में शामिल हो गया

आशिक अहमद
शोपियां का रहने वाला अब आतंकी बन चुका है

उमर अहमद मीर उर्फ अबु दोजाना
शोपियां का रहने वाला है
17 अप्रैल को हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया

फैयाज अहमद मीर –
त्राल का रहने वाला है
जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हो गया

हाफिज जुबैर अहमद लोन
कुलगाम का रहने वाला है. जैश में शामिल हो गया

एक हफ्ते के भीतर दो खतरनाक आतंकी मौत के घाट उतारे जा चुके हैं लेकिन पुलिस को आतंकियों से ज्यादा चिंता अब आतंक की राह पर जा रहे युवाओं को रोकने की है. पुलिस कह रही है कि हम युवाओं को आतंक के रास्ते पर जाने से रोक रहे हैं और गुनाह में अगर शामिल न हुआ हो तो एफआईआर भी नहीं कर रहे फिर भी परिवार की तो जिम्मेदारी बनती है.

आतंकियों की भर्ती
एक तरफ आतंकियों का खात्मा हो रहा है दूसरी तरफ आतंकियों की भर्ती चल रही है. आंकड़े बताते हैं कि बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद 2016 में 100 स्थानीय युवकों ने आतंक का रास्ता चुना. 2017 में ये संख्या बढ़कर 124 तक पहुंच गई. और इस साल चार महीनों में ही 35 से ज्यादा आतंकी और सिर्फ अप्रैल में ही 28 युवक आतंक की राह पकड़ चुके हैं.

ऑपरेशन ऑल आउट से डरकर लश्कर ने ये साजिश रची है जिसे खुफिया एजेंसियों ने डिकोड किया है जिसके तहत आतंकियों की नई पौध तैयार हो रही है. जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन के लिए लश्कर-ए-तैयबा ने आपरेशन के लिए पहली बार 4 जोन बनाये हैं. जिसमें आतंकी हमलों के लिए 4 में से एक ज़ोन जम्मू में बनाया गया है.

कश्मीर में आतंकियों की भर्ती के लिए लश्कर-ए-तैयबा ने कश्मीर में मौजूद अपने कमांडरों से ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को भर्ती करने को कहा गया.आईएसएस की तर्ज पर लश्कर-ए-तैयबा ने ऑनलाइन भर्ती के लिए ऑनलाइन मैगजीन Wyeth लांच की जिससे कश्मीर में आसानी से भर्ती हो सके. और इसी का नतीजा है कि आतंकियों की तादाद बढ़ती जा रही है. इस साल अब तक 61 आतंकी मारे जा चुके हैं जबकि 46 सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Back to top button