इस MBA लड़की का PORN वीडियो पूरी दुनिया ने देखा, जानिए पूरी कहानी

girlतहलका एक्सप्रेस

नोएडा। युवती नौकरी के लिए इंटरव्यू देने पहुंची तो पैनल में बैठे सदस्य ने उसे एक नहाने का वीडियो दिखाया। विडियो देख युवती सन्न रह गई। इस वीडियो में वह कपड़े बदलती दिखाई दे रही थी। यह वीडियो इंटरनेट पर बहुत पहले से देखा जा रहा था। लेकिन युवती इससे पूरी तरह से अनजान थी। नहाने के बाद का वीडियो देखकर युवती इस कदर शर्मिंदा हुई कि वह रोने लगी और इंटरव्यू बीच में छोड़कर वापस घर आ गई। पीड़ित एमबीए युवती किराये के मकान में रहती है।

रोजाना नहाने के बाद बनता थो वीडियो
युवती की शिकायत के बाद जांच में जुटी पुलिस ने पाया कि रोजाना नहाने के बाद युवती के कपड़े पहनने का वीडियो अपने आप बनता था। पुलिस यह जानकर और हैरत में पड़ गई। पुलिस ने शुरुआती जांच के लिए मामले को साइबर सेल को सौंप दिया।

साइबर सेल ने किया खुलासा
जांच के दौरान साइबर सेल ने पाया कि ट्राजन वायरस के जरिये यह वीडियो बनाया जाता था। इस वायरस के माध्यम से युवती के कंप्यूटर को कोई अन्य इस्तेमाल कर रहा था। युवती के कंप्यूटर में वेबकैम लगा था।

अपने आप चालू हो जाता था वीडियो
युवती जैसे ही बाथरूम से नहाकर आती उसका लैपटॉप अपने आप चालू हो जाता। इसके बाद उसमें लगा वेबकैम युवती का वीडियो बनाना शुरू कर देता। इसके बाद अश्लील वीडियो बनाकर उसे पॉर्न साइट पर डाल देता था।

कभी नहीं करूंगी इंटरनेट का इस्तेमाल
साक्षात्कार के दौरान पॉर्न वेबसाइट पर चल रही वीडियो ही युवती के सामने रखी गई थी। जब युवती को इसकी जानकारी हुई तो उसने न सिर्फ इंटरनेट कनेक्शन बंद कराया बल्कि वेबकैम व सारी चीजों को निकाल कर फेंक दिया। साथ ही उसने पुलिस से कहा, ‘अब कभी इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करूंगी’।

a2

युवती ने यूं सुनाई अपनी दर्दभरी दास्तान
वह मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन दिनों में से एक था। नौकरी के लिए मेरा साक्षात्कार था। मैं दिन के ठीक 11 बजे कनॉट प्लेस दिल्ली स्थित कंपनी के दफ्तर पहुंच गई। आधे घंटे बाद मुझे साक्षात्कार के लिए बुला लिया गया। तीन लोगों की कमेटी ने मेरा साक्षात्कार लेना शुरू किया। इसी दौरान साक्षात्कार ले रहे एक शख्स ने कहा, ‘मैंने आपको कहीं देखा है’। मुझे समझ नहीं आया। खैर, साक्षात्कार चलता रहा। थोड़े देर बात उसी शख्स ने अपने मोबाइल में एक वीडियो मुझे देखने को दिया और कहा, यही हो न आप? वीडियो देख मेरा दिमाग सन्न रह गया। वह मेरे कमरे का नहाने के बाद का बनाया गया वीडियो था। जिसे किसी ने इंटरनेट पर अपलोड कर दिया था। शर्म और गुस्से में मैं साक्षात्कार से चुपचाप निकल गई। मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, क्या करूं? मैंने पुलिस से शिकायत करने का फैसला लिया।

सजा कम होने के कारण थम नहीं रहा
साइबर अपराध साइबर क्राइम शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल बिलियम गेप्सन की साइबर पंख किताब में सन् 1983 में हुआ। इस किताब में बताया गया कि साइबर स्पेस में होने वाला कोई भी अपराध साइबर क्राइम की श्रेणी में आएगा। साइबर अपराध में अपराधी को घटनास्थल पर जाने की जरूरत नहीं होती। साइबर एक्सपर्ट और एसपी सिटी दिनेश यादव का कहना है कि साइबर अपराध पर लगाम में सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि इसमें सजा का प्रावधान बेहद कम है। साइबर अपराध करने पर अधिकतम 3 साल तक की सजा हो सकती है। सिर्फ राष्ट्र विरोधी साइबर अपराध में आजीवन कारावास की सजा है।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button