कर्नाटक में कांग्रेस vs बीजेपी: कितना अलग है दोनों दलों का घोषणापत्र, इन मुद्दों पर हुए एक

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को घोषणापत्र जारी किया. बीजेपी के सीएम उम्मीदवार येदियुरप्पा ने बेंगलुरु के फाइव स्टार होटल से चुनावी वादों की झड़ी लगाई. इनमें ज्यादातर वही मुद्दे थे, जिन्हें लेकर कांग्रेस एक हफ्ते पहले ही वादे कर चुकी है.

कर्नाटक में कांग्रेस को चुनौती पेश करने के लिए बीजेपी ने हर उस वादे को अपने घोषणा पत्र में जगह दी जिसे कांग्रेस ने जोर-शोर से उठाया था. चाहे वो किसानों को लुभाने की बात हो या फिर महिलाओं को.

दोनों के घोषणापत्र में किसानों की कर्ज माफी

कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया. इसके साथ बीजेपी ने किसानों के एक लाख तक फसली कर्ज माफी को भी अपने घोषणापत्र में जगह दी. सिंचाई को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस से सवा शेर बनने का दावा किया. कांग्रेस ने सवा लाख करोड़ की बात की तो बीजेपी ने डेढ़ लाख करोड़ रुपये तक खर्च करने की ताल ठोकी.

दोनों पार्टियों ने की महिलाओं को लुभाने की कोशिश

महिलाओं को खुश करने के मामले में भी बीजेपी कांग्रेस से पीछे नहीं रहना चाहती. कांग्रेस की तरह बीजेपी ने भी सैनेटरी नैपकिन, महिला रोजगार और महिला सुरक्षा को भी अपने घोषणापत्र में प्रमुखता से जगह दी.

युवाओं को लुभाने के लिए कांग्रेस ने कॉलेज जाने वाले 18 से 23 साल के छात्रों को मुफ्त स्मार्टफोन देने का वादा किया तो भला बीजेपी कैसे पीछे रहती. बीजेपी ने इसमें गरीब महिलाओं को भी जोड़ दिया. 27 अप्रैल को जारी अपने 52 पन्नों के घोषणापत्र में कांग्रेस ने आधी कीमत पर महिलाओं को स्कूटी देने का वादा किया था. वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस से इतर गौहत्या रोकने की घोषणा की.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Back to top button