किरण बेदी ने CM से कहा, मेरे भाषण का सही अनुवाद करना, सामी बोले – गारंटी नहीं दे सकता
पुडुचेरी। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में उपराज्यपाल किरण बेदी के भाषण का अनुवाद किया. कई मुद्दों को लेकर टकराने वाले और एक – दूसरे की आलोचना का मौका कभी नहीं छोड़ने वाले नारायणसामी और बेदी के बीच यह मिलनसारिता कार्यक्रम में मौजूद प्रतिनिधियों के लिए सुखद आश्चर्य की बात रही. हालांकि दोनों की इस मिलनसारिता में भी खींचतान की झलक देखने को मिली.
यह भाषण किरण बेदी ने 53वें वार्षिक साहित्यिक महोत्सव कंबन विझा के उद्घाटन के मौके पर दिया जिसका उन्होंने नारायणसामी से अनुवाद करने को कहा. बेदी ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह वही अनुवाद करें जो वह कहेंगी. जिस पर नारायणसामी ने कहा कि वह इसकी गारंटी नहीं दे सकते. बेदी ने इस पर कहा, “मैं आप पर केवल 10 मिनट के लिए भरोसा कर रही हूं और यह सिर्फ अस्थायी मित्रता है.”
नारायणसामी ने कहा कि वह ‘स्थायी दोस्ती’ की कामना करते हैं और इतना कहकर उन्होंने बेदी के भाषण का अनुवाद शुरू कर दिया. शुरुआत में शिक्षा मंत्री आर कमलकानन ने उनके भाषण को तमिल में अनुवाद करने की बात कही लेकिन बेदी ने कहा कि वह चाहती हैं कि मेरे मुख्यमंत्री मेरी बात का अनुवाद करें. अपने भाषण में बेदी ने ‘रामायण’ और ‘कंब रामायण’ की विशेषताओं पर रोशनी डाली.
इससे पहले, जब बेदी बोलने के लिए मंच पर गईं तो उन्होंने पूछा कि कितने लोग उनकी अंग्रेजी में दी गई स्पीच को समझ पाएंगे. शिक्षा मंत्री आर. कमलकानन ने शुरुआत में उनके भाषण को तमिल में अनुवाद करने की इच्छा जताई. इससे कार्यक्रम में मौजूद लोग हैरान रह गए क्योंकि दोनों एक दूसरे की आलोचना करते रहते हैं. नारायणसामी ने हाल ही में केंद्र से बेदी का इस्तीफे लेने की मांग की थी और दावा किया उनके कुछ निर्णय अटपटे हैं. उधर, बेदी ने कल ही कहा था कि वह पुडुचेरी को समृद्ध बनाने के मिशन पर आई हैं.
अपने भाषण में बेदी ने नारायणसामी की प्रशंसा की और कहा कि उन्हें यह जानकर अच्छा लगा कि उनके (नारायणसामी) के पास न केवल तमिल का बल्कि अंग्रेजी, हिंदी और फ्रेंच की भी अच्छी जानकारी है.”
उन्होंने खुशी जताई कि सामी ने आगे बढ़कर उनके भाषण का अनुवाद किया. उन्हें श्रोताओं से कहा, “नारायणसामी की यही क्षमता ही उनकी ताकत है.” अपने परिवार पर होने वाली रामायण के समय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी मां को इस महाकाव्य का बहुत अच्छा ज्ञान था. उन्होंने कहा कि रामायण को पाठ प्रस्तुत करने वाले शख्स को 1 लाख का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा.
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