खेती को कारपोरेट घराने को सौंपने के लिए सरकार बेताब – अतुल अनजान

लखनऊ । अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव अतुल कुमार अनजान ने बयान जारी कर कहा कि केंद्र की मोदी सरकार कल किसान विरोधी तीनों विधेयक को संख्या बल पर लोकसभा में झूठ और फरेब के सहारा लेते हुए ,जनता को बगैर सच्चाई बताए पास करवाया, केंद्र सरकार देश के किसानों को लगातार धोखा दे रही है।

देश में 300 किसान संगठनों सहित सारा विपक्षी दल, तीनों विधेयक को विरोध कर रहा है। लेकिन खेती को कारपोरेट घराने को सौंपने के लिए सरकार बेताब है। इसीलिए किसान विरोधी ,आम जनता विरोधी यह विधेयक पास कराने के लिए हर हथकंडे को अपना रही है।

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अतुल अनजान ने आगे कहा कि स्वामीनाथन आयोग को सिफारिश को लागू करने से किसानों को भला होता ,परंतु उसको लागू करने के बजाए खेती को कंपनी करण कर रही है। ईसीलिये कारपोरेट हाउसेस के हवाले कर रही है।

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झारखंड में किसानों के संघर्ष को देखते हुए अंग्रेजों ने भी छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम एवं संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम बनाकर लोगों को हिफाजत किया था। लेकिन यह सरकार लगातार किसानों पर हमला कर रही है। किसानों के लागत के दोगुना आमदनी करने के नाम पर भी धोखा दिया। अब मंडी को समाप्त कर ओने पौने भावों में दलालों के माध्यम से खरीद फरोख्त कर जमाखोरी करने खुली छूट दे रही है।

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किसान संगठनों से केंद्र सरकार के विरुद्ध संघर्ष को तेज करने की अपील

देश के 300 से अधिक किसान संगठनों ने पंजाब और हरियाणा बंद, चक्काजाम एवं 21 सितंबर से गांव गांव में सरकार का पुतला दहन एवं 25 सितंबर को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध मार्च, धरना प्रदर्शन ,जुलूस ,आमसभा ,प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ,सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने का ऐलान किया है । इसी कड़ी में देशभर के सभी किसान संगठनों को केंद्र सरकार के विरुद्ध संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया गया है।

 

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