गुजरात चुनाव में IS आतंकी: अहमद पटेल बोले- ‘सभी आरोप बेबुनियाद, राजनीति न करे बीजेपी’

सूरत। गुजरात की सियासत अब एक नया मोड़ ले चुकी है और इसमें आतंकियों की एंट्री हो गई है. कल रात मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में गुजरात कांग्रेस के दिग्गज़ नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल पर कई संगीन आरोप लगाते हुए राज्य़सभा से इस्तीफे की मांग की. इसपर अहमद पटेल ने कहा है कि उनपर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. बीजेपी को इस मामले पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.

अहमद पटेल ने ट्वीट कर दी सफाई

कल देर रात अहमद पटेल ने ट्वीट करते हुए कहा,  ”बीजेपी के सभी आरोप बेबुनियाद है. ये मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है इसलिए चुनाव को दिमाग में रखकर इस पर राजनीति न करे.” उन्होंने कहा है कि आतंकियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.”

सीएम रुपाणी ने क्या आरोप लगाए?

दरअसल कल सीएम रुपाणी ने अहमद पटेल पर कई आरोप लगाए थे. रुपाणी ने कहा था, ‘’सूरत से पकड़े गए दोनों आतंकी भरुच में जिस अस्पताल में काम करते थे, कांग्रेस नेता अहमद पटेल उसके कर्ताधर्ता हैं. ये उनका अस्पताल है.’’ उन्होंने कहा, ‘’आतंकियों के पकड़े जाने से दो दिन पहले ही पटेल ने इस्तीफा दिया, इसका क्या संबंध है? आप इस बात को जानते थे या नहीं ये देश को बताया पड़ेगा.’’ रुपाणी ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी जवाब दे कि क्या संबंध है?

इतना ही नहीं सीएम रुपाणी ने एक और सवाल खड़ा किया और पूछा, ‘’साल 2016 में उद्घाटन का कार्यक्रम हुआ राष्ट्रपति  जी उनके आमंत्रण से अस्पताल का उद्घाटन करने आए थे. कार्यक्रम के होस्ट अहमद पटेल थे. कार्यक्रम के मंच पर भी बतौर होस्ट अहमद पटेल थे. अगर इस्तीफा दिया होता तो वो वहां क्यों थे?’’ दावा है कि अहमद पटेल सरदार पटेल अस्पताल के तीन साल पहले ट्रस्टी थे.

अस्पताल ने खारिज किया रुपाणी का दावा

सीएम विजय रुपाणी के इस दावे को अस्पताल ने खारिज कर दिया है. अस्पताल ने एक प्रेस रिलीज़ में कहा है, ‘’कासिम उनके यहां काम करता था और उसकी नियुक्ति सभी नियमों के पालन के बाद हुई थी. अस्पताल के मुताबिक, चार अक्टूबर 2017 को कासिम नौकरी छोड़कर चला गया था.’’

अस्पताल ने कहा है, ‘’अफवाह फैलाई जा रही है कि अहमद पटेल और उनका परिवार अस्पताल के ट्रस्टी हैं. अस्पताल की तरफ से सफाई दी गई है कि इस अस्पताल के ट्रस्ट या मैनेजमेंट में अहमद पटेल या उनके परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं है.’’

उग्रवाद के बारे में कांग्रेस और देश को शिक्षा ना दें बीजेपी- सुरजेवाला

वहीं, इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘’बीजेपी और गुजरात के सीएम रुपाणी अपनी नाकामयाबी छुपाने के लिए इस प्रकार के बेबुनियाद आरोप कांग्रेस के नेताओं पर लगाने की कोशिश कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘’बीजेपी उग्रवाद के बारे में कांग्रेस और देश को शिक्षा ना दें, क्योंकि कहीं ना कहीं आपके नेताओं के हाथ किसी ना किसी तौर पर इस देश को तोड़ने वाली ताकतों से जुड़े हैं. अगर एटीएस के पास किसी उग्रवादी के खिलाफ सबूत है तो राष्ट्रहित में कार्रवाई करिए.’’

सूरत से पकड़े गए थे दोनों IS आतंकी

आपको बता दें कि अहमदाबाद के खाडिया इलाके में बम विस्फोट की योजना बनाने वाले दो आतंकियों को गुजरात एटीएस ने पकड़ा था. कासिम टिम्बरवाला ओर उबेद मिर्ज़ा दोनों आतंकी खाडिय़ा में धार्मिक स्थल को निशाना बनाने वाले थे. इसके लिए इनकी ओर से यहूदियों के आराधना स्थल की रैकी करने की बात सामने आई है. संदिग्ध आतंकी अंकलेश्वर के एक अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के रूप में काम करता था. जबकि ओबेद मिर्जा सूरत में वकील के रूप में प्रेक्टिस कर रहा था.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button