गोलगप्पों के शौकीन थे अटल बिहारी वाजपेयी, जानें उनके जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें

कोलकाता। पू्र्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत बेहद नाजुक है. उन्हें दिल्ली एम्स में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है. एम्स में पिछले 9 हफ्ते से भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री की सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दोबारा एम्स पहुंचे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टरों ने उन्हें अटल जी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी. बताया जा रहा है कि थोड़ी देर में अटल बिहारी वाजपेयी के स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर तीसरा मेडिकल बुलेटिन जारी किया जा सकता है.

अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन से जुड़ी काफी बातें आप जानते होंगे लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि उन्हें फुचके यानी कि गोलगप्पे बेहद पसंद थे. इसके अलावा हिंदी सिनेमा से भी उन्हें खास लगाव था. उन्हें’उमराव जान’ फिल्म बहुत पसंद थी. कोलकाता के बेरीवाला परिवार ने दिग्गज नेता को याद करते हुए कहा कि उन्हें पांच सितारा होटलों में रहना नहीं पसंद था. वह जब भी कोलकाता आते सीआर अवेन्यू में बेरीवाला परिवार के घर ही ठहरते थे. उन्होंने कहा कि साल 1957 में वाजपेयी कोलकाता आए और हमारे साथ रहे.

तीखे गोलगप्पे के शौकीन थे वाजपेयी
पूर्व प्रधानमंत्री के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए उनके मित्र घनश्याम बेरीवाला ने बताया कि वह मांशाहारी खाने के शौकीन थे. खासकर उन्हें मछली खाना बहुत पसंद था. उन्होंने कहा कि वाजपेयी को तीखे गोलगप्पे बहुत पसंद थे. वह गोलगप्पे वाले को ऊपर कमरे में बुलाते और गोलगप्पे खाने से पहले उसमें खूब सारी मिर्च डलवाते.

कोलकाता में दोस्त के घर ठहरते थे वाजपेयी
मशहूर कारोबारी घनश्याम बेरीवाला ने बताया कि वह वाजपेयी जी से पहली बार 1952 में आरएसएस की बैठत में मिले थे. इसके बाद वाजपेयी जी 1956 में कोलकाता आए और होटल में ठहरने की बजाए उनके घर पर ही रुके. घनश्याम बेरीवाला के बेटे कमल बेरीवाला ने कहा कि वाजपेयी सादगी पसंद व्यक्ति थे. वह हमारे घर की ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में रुकना पसंद करते थे. अटल बिहारी वाजपेयी और अपनी दोस्ती को याद करते हुए घनश्याम बेरीवाला ने बताया कि सांसद होने के बावजूद भी वाजपेयी जी हमारी घर की महिलाओं के साथ बैठकर बातें करते थे. उन्होंने मेरी नई नवेली बहु प्रतिभा के लिए चाय भी बनाई थी.

‘उमराव जान’ फिल्म पसंद थी
प्रतिभा ने कहा कि इतने बड़े नेता को अपने लिए चाय बनाता देख मैं दंग रह गई. प्रतिभा ने कहा कि 1981 में जब ‘उमराव जान’ फिल्म रिलीज हुई थी वाजपेयी जी कोलकाता में ही थे. उन्होंने एक रात में तीन बार वह फिल्म देखी इतना ही नहीं वह अपने साथ फिल्म की वीसीडी भी दिल्ली ले गए. कुछ वर्षों के बाद कोलकाता आने पर उन्होंने वीसीटी लौटा दी थी.

परिवार ने तस्वीरों के रूप में सहेज कर रखी हैं यादें
बेरीवाला परिवार ने अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी सभी सभी यादें तस्वीरों के रूप में सहेज कर रखी हैं. जिस कमरे में वाजपेयी ठहरते थे बेरीवाला परिवार ने उसे उसी तरह रखा है. परिवार के लोगों ने अटल जी के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की है.

 

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