चंद्रग्रहण के बाद सियासी पंडितों की सबसे बड़ी भविष्‍यवाणी ! वोटिंग खत्म, कांग्रेस के 8 विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग,अहमद पटेल का काम तमाम ?

गाँधीनगर। गुजराज के राज्‍यसभा चुनाव में घमासान जारी है। मंगलवार को गुजरात की तीन खाली सीटों के लिए मतदान चल रहा है। इस बार के राज्‍यसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के चाणक्‍य अहमद पटेल का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के चाणक्‍य अमित शाह से हो रहा है। चंद्रग्रहण के बाद सियासी पंडितों ने समीकरण को देखकर चुनावी नतीजों से पहले ही इस बात का एलान कर दिया है कि अहमद पटेल का काम तमाम हो चुका है। दरसअल, जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी को राज्‍यसभा चुनाव में जिस बात का डर था वही हो गया है। इस चुनाव में अहमद पटेल के खिलाफ क्रॉस वोटिंग हो गई है। यानी अगर सीधे शब्‍दों में कहें तो कांग्रेस विधायकों को अघोषित तौर पर बंधक बनाने का फार्मूला भी काम नहीं आया।

राज्यसभा के लिए गुजरात की तीन सीटों के लिए वोटिंग खत्म हो गई है. शाम सात बजे तक नतीजे आ जाएंगे. बीजेपी की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह मैदान में हैं. वहीं, कांग्रेस से सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल मैदान में हैं. हालांकि चुनाव में शाह और ईरानी की जीत पक्की है, लेकिन अहमद पटेल के लिए राह मुश्किल है.

  • गुजरात में वोटिंग खत्म हो गई है. कांग्रेस के आठ विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है. आठ में से सात विधायक वाघेला समर्थक बताए जा रहे हैं.
  • कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी ने दावा किया है कि स्मृति इरानी इस चुनाव में हार सकती हैं. अभी तक बीजेपी के 88, कांग्रेस 43 और शंकर सिंह बाघेला गुट के 7 लोगों ने वोट दिया है.
  • कांग्रेस के एक विधायक करम सिंह मकवाड़ा ने इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है. बताया जा रहा है कि यह उन 44 विधायकों में शामिल थे जो बेंगलूरु के एक रिसॉर्ट में ठहरे हुए थे.
  • गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने कहा है कि इस चुनाव में अहमद पटेल की हार तय है.
  • अगर कांग्रेस का जेडीयू की वोट वाला दावा सही हो जाता है और पार्टी के 44 विधायकों ने भी अहमद पटेल को वोट किया तो अहमद पटेल का राज्यसभा जाने का रास्ता साफ हो जाएगा, लेकिन इनमें से एक भी विधायक ने अगर पटेल को वोट नहीं किया तो वह हार जाएंगे.
  • कांग्रेस ने दावा किया है कि जेडीयू विधायक छोटू भाई वसावा ने अपना वोट अहमद पटेल को दिया है. सू्त्रों के मुताबिक वसावा ने व्यक्तिगत कारणों की वजह से पटेल को अपना वोट दिया है.
  • गुजरात में जेडीयू के विधायक छोटू भाई वसावा ने अपना वोट कर दिया है. 
  • शंकर सिंह वाघेला के करीबी माने जाने वाले राघवजी पटेल ने कहा है कि गुजरात में दो पार्टी हैं. एक कांग्रेस और दूसरी बीजेपी. मैंने कांग्रेस को वोट नहीं दिया है. अब आप मान सकते हैं कि मैंने किेसे वोट दिया है.
  • कांग्रेस विधायक ध्रमेंद्र जडेजा ने वोट देने के बाद कहा है कि एक साल से कांग्रेस हमारी बात नहीं सुन रही है. इसलिए हमने बीजेपी उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत के लिए वोट किया है.
  • अहमद पटेल ने कहा है कि मुझे अपनी जीत का पूरा भरोसा है. उन्होंने कहा है कि चुनाव को सोनिया गांधी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए.
  • गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने दावा किया है कि राज्यसभा चुनाव में बीजेपी के तीनों उम्मीदवार की जीत होगी.
  • गुजरात में जेडीयू के सिर्फ एक विधायक छोटू भाई वसावा ने कहा है कि अभी मैंने यह तय नहीं किया है कि मैं किसको वोट दूंगा
  • एनसीपी के दोनों विधायकों ने वोट डाल दिया है. एनसीपी के एक विधायक ने कहा है कि वो बीजेपी को वोट देंगे और एक विधायक का अभी साफ नहीं है कि वो किसको वोट देंगे. हालांकि जयंत पटेल ने अहमद पटेल को वोट देने के संकेत दिए हैं.

राज्‍यसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी और कांग्रेस से बगावत कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए बलवंत सिंह राजपूत मैदान में हैं। इसमें अमित शाह और स्‍मृति ईरानी की जीत पक्‍की है जबकि मुकाबला कांग्रेस पार्टी के चाणक्‍य अहमद पटेल और बलवंत सिंह राजपूत के बीच चल रहा है। बलवंत सिंह राजपूत कांग्रेस पार्टी के बागी नेता शंकर सिंह वाघेला के समधि भी हैं। अब तक की सूचना के मुताबिक शंकर सिंह वाघेला और दो और कांग्रेसी विधायकों ने अहमद पटेल को वोट नहीं दिया है। ये नेता अहमद पटेल को सबक सिखाना चाहते हैं। उनकी हैसियत उन्‍हें दिखाना चाहते हैं। इसके अलावा कुछ और नेताओं के भी क्रॉस वोटिंग की खबर है।

हालांकि इन सब के बाद भी अहमद पटेल को भरोसा है कि वो राज्‍यसभा चुनाव जीतेंगे। जबकि दूसरी ओर गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी ने भी भारतीय जनता पार्टी के उम्‍मीदवारों की जीत का दावा किया है। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें एनसीपी का भी समर्थन हासिल है। जबकि NCP के जयंत पटेल का कहना है कि कंधाल जाडेजा पहली बार विधायक बने हैं। हमारा वोट यूपीए के लिए ही है। उनका कहना है कि हम लोगों ने हाईकमान के व्हिप के तहत ही अपना वोट दिया है। कांग्रेस पार्टी के विधायक धमेंद्र जाडेजा का कहना है कि पार्टी हाईकमान ने हमारी एक बात नहीं सुनी। इसलिए हमनें अहमद पटेल के खिलाफ वोटिंग की है। उनका वोट बलवंत सिंह राजपूत के पाले में गया। जिससे पटेल की चिंताएं बढ़ गई हैं।

वहीं कांग्रेस पार्टी के बागी नेता शंकर सिंह वाघेला का कहना है कि राज्‍यसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत का कोई मतलब ही नहीं है। ऐसे में अहमद पटेल को वोट देकर अपना वोट क्‍यों खराब किया जाए। उन्‍होंने चुनाव नतीजों से पहले ही इस बात की भविष्‍यवाणी कर दी कि राज्‍यसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के तीनों कंटीडेट जीतेंगे और कांग्रेस का एक भी उम्‍मीदवार नहीं जीत पाएगा। उन्‍होंने कहा कि मैंने अपनी पार्टी को बहुत समझाया था। लेकिन, कोई नहीं माना। थक हारकर मैंने ही पार्टी को अलविदा कह दिया। उन्‍होंने कहा अहमद पटेल उनके अजीज हैं। लेकिन, आज उन्‍हें इस बात का अफसोस है कि उन्‍होंने अहमद भाई को वोट नहीं दिया। क्‍योंकि उनके पास चालीस विधायक भी नहीं हैं।

 

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