‘चीन की हरकतें आतंकवाद की तरह’

नई दिल्ली। चीन और वहां की मीडिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. इस बार चीन ने आरोप लगाया है कि भारतीय फौज उसकी सीमा में घुस आए हैं. चीन के सरकारी अखबार पीपुल्स डेली में छपी खबर में आरोप लगाया गया है कि भारतीय फौज ने सीमा का गलत आकलन (Miscalculation) किया. इस गलती के लिए भारत को इसके लिए शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी. यहां गौर करने वाली बात यह है कि सिक्किम के डोकलाम में भारत और चीन के बीच करीब दो महीने से सीमा विवाद तनावपूर्ण स्थिति में पहुंच गया है.

चीनी मीडिया लगातार ऐसा प्रोपेगेंडा खड़ा कर रहा है कि दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं. हालांकि भारत सरकार लगातार कह रही है कि जबतक चीनी सेना डोकलाम से पीछे नहीं हटेगी तब तक बातचीत का कोई सवाल ही नहीं है. चीन के आक्रामक रुख को देखते हुए भारत ने भी बार्डर पर भारी संख्या में फौज तैनात कर दिए हैं. हालांकि अच्छी बात यह है कि इस तनावपूर्ण हालात में भी दोनों तरफ से एक भी गोली नहीं चली है. चीन की हरकतों पर सेना प्रमुख  बिपिन रावत 1965 के युद्ध का जिक्र करते हुए कह चुके हैं कि भारत तब और अब में काफी अंतर आ चुका है.

पीपुल्स डेली ने वुहान यूनिवर्सिटी में चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ बाउंड्री एंड ओशन स्टडीज में प्रोफेसर गुआन पीफेंग के हवाले से कहा है, ‘इस बार भारत और चीन के बीच अलग तरह के तनाव पैदा हुए हैं. भारतीय फौज चीनी सीमा के अंदर आ गई है.’

डोकलाम पर भारत-चीन फ्लैग लेवल की मीटिंग बेनतीजा: डोकलाम विवाद को सुलझाने के लिए 11 अगस्त को भारतीय और चीन के सेना के बीच मेजर जनरल स्तर पर नाथूला में फ्लैग लेवल मीटिंग हुई, लेकिन बेनतीजा साबित हुई. सूत्रों का कहना है कि चीन इस बात पर जोर डाल रहा है कि भारत डोकलाम से अपने सैनिक हटाए वहीं भारत का कहना है कि चीन जब तक सड़क बनाने का उपकरण नहीं हटाता वो अपनी सेना नहीं हटाएगा. दोनों पक्षों ने फैसला लिया कि अपने अपने हेडक्वाटर को रिपोर्ट करेंगे. पिछले हफ्ते भी ब्रिगेडियर स्तर पर नाथूला में ही दोनों देशों के सेनाओं के बीच बातचीत हुई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.

भारत ने सीमा पर बढ़ाई सैनिकों की संख्या:  भारत के सिक्किम से लगे भूटान के डोकलाम में भारत और चीनी सेना के जवान कुछ हफ्तों से नॉन कॉम्बेटिव मोड में आमने-सामने डटे हुए हैं. डोकलाम मुद्दे पर जारी तनातनी के बीच सामरिक तौर पर अहम कदम उठाते हुए भारत ने सिक्किम और अरूणाचल प्रदेश से लगी चीन की सीमा के आसपास के समूचे इलाके में और ज्यादा सैनिकों की तैनाती की है. वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों के ‘चौकसी के स्तर’ को भी बढ़ा दिया गया है. उन्होंने बताया कि डोकलाम पर भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक अंदाज के मद्देनजर और गहन विश्लेषण के बाद सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत-चीन की करीब 1,400 किलोमीटर लंबी सीमा के पास के इलाकों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया गया.

क्या है डोकलाम विवाद?: इसी साल 16 जून को भारतीय सैनिक डोकलाम इलाके में गश्त पर थी, तभी पता चला कि चीन यहां सड़क बना रहा है. भारतीय सेना ने चीन के सड़क निर्माण के कार्य को रोक दिया. इसी बात से चीन नाराज हो गया और लगातार प्रोपेगेंडा कर रहा है. उसका दावा है कि वह अपनी सीमा में सड़क बना रहा है, ऐसे में भारत को क्या ऐतराज है. हालांकि यह इलाका भूटान का है.

 

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