जाधव के परिवार का नहीं ये 130 करोड़ भारतीयों का अपमान: कांग्रेस

नई दिल्ली। कुलभूषण जाधव के परिवार से पाकिस्तान में बदसलूकी के मामले पर गुरुवार को राज्यसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बयान दिया और पाकिस्तान के झूठ और बेअदबी की पोल खोलकर रख दी. इस मौके पर पूरे सदन एक साथ नजर आया. कांग्रेस भी जाधव के मामले पर सरकार के साथ खड़ी नजर आई. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जाधव के परिवार के साथ पाकिस्तान जो सलूक किया है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. पाकिस्तान की सेना, पाकिस्तान सरकार से देश और देश के लोग सब वाकिफ हैं. पाकिस्तान ने जिस तरह से जाधव के परिवार के साथ सलूक किया है, वो उनका ही नहीं बल्कि देश के 130 करोड़ लोगों का अपमान है.

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जाधव मामले में हम सरकार के साथ हैं. हमारे विचार अलग हो सकते हैं, लेकिन देश की बात पर हम एक हैं. पाकिस्तान को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है. जाधव परिवार के साथ जो व्यवहार रहा, मंगलसूत्र निकालवाना , बिंदी निकालवाना, जूते निकालवाना देश का अपमान है. पाकिस्तान ने जिस तरह जाधव परिवार के साथ व्यवहार किया है, उसे बर्दाश्त नहीं जा सकता है. इसके लिए पाकिस्तान की जितनी निंदा की जाए कम है.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हमारी सरकार को भरोसा दिलाना चाहिए कि जब तक जाधव उनकी जेल में है उसकी हिफाजत करने का आश्वासन देना चाहिए. जाधव पर पाकिस्तान ने फर्जी आरोप लगाए हैं. उन्हें बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय अदालत में पूरी सख्ती और ठोस तरीके से बात रखी जाए और जो भी जरूरी वह किया जाए.

बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मुद्दे पर संसद में बयान दिया. राज्यसभा में अपने संबोधन में करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि कुलभूषण जाधव के परिवार की मुलाकात राजनयिक कोशिशों से हुई थी. सरकार ने जाधव मामले को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उनपर जारी किए गए फांसी के फैसले को टाल दिया गया है. मुश्किल की घड़ी में सरकार परिवार के साथ है, हमने परिवार के सदस्यों की जाधव से मिलने की इच्छा को पूरा किया.

ये खेद का विषय है कि मुलाकात में इस तरह का व्यवहार किया. सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान ने इस मुलाकात को प्रोपेगेंडा बनाया. जाधव की मां सिर्फ साड़ी पहनती हैं, उनके भी कपड़े भी बदलवा दिए गए. मीडिया को मां और पत्नी के नजदीक आने दिया गया, जो हमारी शर्तों के खिलाफ था.

मुलाकात से लौटने के बाद मां-पत्नी ने बताया कि कुलभूषण दबाव में हैं. उनके कैद करने वालों ने जो उन्हें बोलने के लिए कहा था जाधव सिर्फ वही बोल रहे थे. पाकिस्तान जाधव की मां-पत्नी के जूतों के साथ कुछ शरारत कर सकता है. इस मीटिंग में सिर्फ मानवाधिकार के नियमों का उल्लंघन ही हुआ है.

पाकिस्तान में जाने से पहले एयरपोर्ट पर दो जगह मां और पत्नी की चैकिंग हुई, तो क्या जब कोई चिप नहीं दिखाई दी. पूरा सदन पाकिस्तान के इस व्यवहार की निंदा करता है. कुलभूषण ने अपनी मां को देखते ही सबसे पहले पूछा कि बाबा कैसे हैं क्योंकि जैसे ही उसने मां को बिना मंगलसूत्र और चूड़ी के देखा उसे शक हुआ कि कहीं कुछ अशुभ ना हो गया हो.

कुलभूषण ने सबसे पहला सवाल पूछा कि बाबा कैसे हैं. सुषमा ने कहा कि दोनों सुहागनों को एक विधवा की तरह पेश किया गया. जाधव की मां अपने बेटे से मराठी में बात करना चाहती थी. जब वो बात करती थी, तो इंटरकोम को बंद किया गया.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button