जूलर्स हड़ताल मामले में अकेली पड़ती बीजेपी

JEWELLERमुंबई। स्वर्ण-आभूषणों पर एक फीसदी एक्साइज लगाने के सरकारी फैसले के खिलाफ देशभर के जूलर्स हड़ताल पर हैं। उन्हें अब सभी विरोधी दलों का समर्थन मिलने लगा है और बीजेपी अलग-थलग पड़ती जा रही है। केंद्र व राज्य की सरकार में सहयोगी शिवसेना, आरपीआई जैसे अन्य दल भी सरकार के खिलाफ हो गए हैं। कांग्रेस, एनसीपी, जेडीयू, टीएमसी सहित लगभग सभी विरोधी दल जूलर्स के समर्थन में खड़े हैं और अब सड़क पर उतरने की भी तैयारी में हैं।
विपक्ष में कुछ और सत्ता में कुछ औरः आज जैसी स्थित बनी है, वैसी ही 2012 में भी आई थी। तब यूपीए की सरकार ने स्वर्ण-आभूषण पर एक्साइज ड्यूटी लगाई थी। उस वक्त भी जूलर्स ने देशव्यापी हड़ताल की थी। वह हड़ताल 21 दिन चली थी। उस वक्त केंद्र में बीजेपी प्रमुख विरोधी पार्टी थी। उसने हड़ताली जूलर्स का साथ दिया था। गु्जरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री व मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबित किया था कि सोने-गहने पर एक्साइज लगाना कितना गलत है। उस वक्त सत्ताधारी दल कांग्रेस को छोड़कर करीब सभी विरोधी दल जूलर्स के साथ खड़े थे। मजबूर हो कर कांग्रेस ने एक्साइज हटा लिया था।

बीजेपी को कोस रहे हैं जूलर्स
इन दिनों फिर 2012 जैसी स्थिति बन गई है। उस वक्त स्वर्ण-आभूषण पर एक्साइज लगाने का विरोध करने वाली बीजेपी ने सत्ता में आने के बाद स्वर्ण-आभूषण पर एक पर्सेंट एक्साइज लगा दिया। इसके विरोध में देश भर में जूलर्स हड़ताल पर हैं, स्वर्ण-आभूषण की दुकानें बंद है। हड़ताल खत्म करने के लिए बीजेपी समर्थित जूलर्स असोसिएशन ने पूरी कोशिश की। भ्रम जैसी स्थित पैदा कर दी, जिससे कुछ क्षेत्रों में दुकानें खुल गईं। परंतु तस्वीर साफ होने के बाद जूलर्स ने खुद को ठगा हुआ महसूस किया, जिससे उन्होंने फिर से हड़ताल शुरू कर दी।

केंद्र सरकार से नाराजगी

मुंबई जूलर्स असोसिएशन के संयोजक मिठाईलाल सोनी कहते हैं कि जूलर्स की अलग-अलग करीब 111 यूनियनें है जो एकजुट होकर काम कर रही हैं। पूरे देश में स्वर्ण-आभूषण की दुकानें एक महीने से बंद हैं। वे कहते हैं मुंबई, महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक हमारे लोगों ने गुहार लगाई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर जेडीयू के शरद यादव से मुलाकात की। करीब 150 सांसदों ने संसद में आवाज बुलंद कर सोने-गहने से एक्साइज हटाने की मांग कर चुके हैं। फिर भी सरकार के कान पर जू तक नहीं रेंग रही है।

विधानसभा में उठा मामला

शुक्रवार को शिवसेना के सुनील प्रभु ने यह मामला महाराष्ट्र के विधान सभा में उठाया जिसे लेकर सभी विरोधी दल ने जूलर्स के समर्थन में आवाज उठाई और राज्य की फडणवीस सरकार को केंद्र से हस्तक्षेप करने की गुजारिश की। जूसर्ल असोसएशन ने शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। जिसके बाद ठाकरे ने जूलर्स के समर्थन में सड़क पर उतरने की बात कही है। कुल मिलाकर जूलर्स के हड़ताल के मामले में बीजेपी अकेली होती जा रही है।

 

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