ट्रंप के ट्रंपकार्डः जानें कौन-कौन हैं ट्रंप के ‘नवरत्न’

donaldtrumpnewअमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अपने तेवरों के मुताबिक ही मंत्रियों की टीम तैयार कर रहे हैं। ताजा नाम रेक्स टिलरसन का है। उन्हें विदेश मंत्री बनाने का ऐलान किया गया है। ट्रंप की तरह टिलरसन भी पुतिन के करीबी समझे जाते हैं। सेनेट की मुहर के बाद ही ट्रंप के ये पसंदीदा चेहरे उनकी टीम का हिस्सा बनेंगे। जानें ट्रंप ने अभी तक चुने हैं अपने कौन-कौन से ‘ट्रंपकार्ड’…

1.माइक पांपियो: माइक पांपियो को सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी का प्रमुख चुना गया है। माइक पर भी मुस्लिम विरोधी होने के आरोप लगते रहे हैं। साल 2013 में बॉस्टन बम धमाकों के बाद माइक ने मुस्लिम नेताओं को अपने निशाने पर लिया था। उन्होंने कांग्रेस में एक भाषण में कहा था कि बॉस्टन बम धमाकों को दो महीने बीतने के बाद भी मुस्लिम नेताओं ने चुप्पी साधी हुई है। उनकी यह चुप्पी बर्दाश्त नहीं होती। उन्होंने मुस्लिम नेताओं पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था।

2.माइकल फ्लिन: डॉनल्ड ट्रंप ने लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) माइकल फ्लिन को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पद के लिए चुना है। माइकल फ्लिन को पाकिस्तान के प्रति उनके सख्त रवैये के लिए जाना जाता है। बता दें कि इस साल फ्लिन ने अपनी एक किताब लॉन्च की थी, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को दी जाने वाली मदद को रोकने की वकालत की है। फ्लिन ने ‘कट्टरपंथी इस्लाम’ टर्म न इस्तेमाल करने पर ओबामा प्रशासन की आलोचना की थी। इसी साल उन्होंने लिखा था, ‘कट्टरपंथी इस्लाम ने अमेरिका के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है और अब भी हम इसे अपना दुश्मन नहीं बता सकते।’

3.जेफ सेशंस: अलबामा से सेनेटर जेफ सेशंस को ट्रंप ने अटॉर्नी जनरल पद के लिए चुना है। जेफ को उनके मुस्लिम-विरोधी विचारों के लिए ही जाना जाता है। साल 2013 में जेफ ने पूरे देश की लाइब्रेरीज में मौजूद ऐसी किताबों के खर्च पर सवाल उठाया था जो इस्लाम के बारे में जानकारी देती हैं। सेशंस ने ट्रंप के चुनाव प्रचार के दौरान मुस्लिमों के खिलाफ उनके बयानों का भी समर्थन किया था।

4.स्टीव बैनन: ब्रेबर्ट न्यूज के चेयरमैन स्टीव बैनन को अपना मुख्य रणनीतिकार (चीफ स्ट्रैटजिस्ट) चुना है। स्टीव ट्रंप के चुनावी कैंपेन के सीईओ भी थे। बैनन को मुसलमान विरोधी माना जाता है। बैनन की वेबसाइट ने पश्चिम में बसे युवा मुस्लिमों को टाइम बम करार दे दिया था। बैनन का मानना है कि इन युवाओं से सहानुभूति दिखाने का मतलब आतंकवाद और चरमपंथ के साथ सहानुभूति रखा है। बैनन ने महिलाओं को लेकर भी कई विवादित बयान दिए थे।

5.केटी मैकफरलैंड: फॉक्स न्यूज ऐनालिस्ट केटी मैकफरलैंड को ट्रंप कैबिनेट में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के तौर पर शामिल किया गया है। ऐसा माना जाता है कि केटी ने ईरान के खिलाफ युद्ध का समर्थन किया था। केटी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को नोबल प्राइज दिए जाने का भी पक्ष लिया था।

6.राइंस प्रीबस: डॉनल्ड ट्रंप ने राइंस प्रीबस को चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया है। राइंस प्रीबस ने बीते महीने कहा था कि ट्रंप कुछ मुस्लिम देशों के नागरिकों को अमेरिका में नहीं आने दिया जाएगा। इनमें वे देश हैं जहां आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्रीबस ने एक इंटरव्यू में माना था कि सभी मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है लेकिन कुछ कट्टरपंथी हैं जिनसे निपटने की जरूरत है।

7.कैथरिन गोरका: मुस्लिम विरोधी ऐक्टिविस्ट के तौर पर जानी जाने वाली कैथरिन गोरका को डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी (डीएचएस) की ट्रांजिशन टीम में शामिल किया गया है। डीएचएस एक मिशन है जिसके तहत अमेरिकियों की अलग-अलग खतरों से सुरक्षा की जाती है। इस्लाम को शांतिप्रिय धर्म न मानने वाले बयान से कैथरिन चर्चा में आ गईं थीं। वह मुस्लिम विरोधी कैंपेनर्स के बीच भी काफी प्रसिद्ध हैं।

8.जनरल जेम्स मैटिस: ट्रंप ने अपने कैबिनेट में रिटायर्ड जनरल जेम्स मैटिस को रक्षा मंत्री चुना है। मैटिस का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। मैटिस ने एक बार कहा था कि कई तालिबानी लड़ाकों को गोली से उड़ाने में मजा आता है।

9.रेक्स टिलरसन: ऐक्सॉन मोबिल के सीईओ रेक्स टिलरसन को अमेरिका का विदेश मंत्री चुना गया है। टिलरसन का चुना जाना इसलिए हैरान कर रहा है, क्योंकि वह रूस से अपनी नजदीकी को लेकर काफी चर्चा में थे। साल 2013 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने टिलरसन को देश के सर्वोच्च अवॉर्ड से नवाजा था। बता दें कि सीआईए ने एक रिपोर्ट में दावा किया था कि ट्रंप की जीत के पीछे रूस का हाथ था। टिलरसन की नियुक्ति ने इस खबर को हवा देने का काम किया है।

 

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