लखनऊ । अर्थ एवं संख्या कार्यालय इलाहाबाद में तैनात अपर सांख्यिकी अधिकारी अर्चना मिश्रा ने निदेशक एके पवार और अपर सांख्यिकी अधिकारी शक्तिपाल सिंह पर तबादला रुकवाने के लिए दो लाख रुपये घूस मांगने का आरोप लगाया है। अर्चना ने सीएम योगी आदित्यनाथ से शिकायत करते हुए दोनों अधिकारियों से मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग भी सौंपी है। सीएम के आदेश पर एके पवार और शक्तिपाल के खिलाफ हुसैनगंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने बताया कि अर्चना अपने पति सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट सुधीर कुमार के साथ इलाहाबाद में रहती है। लेकिन अर्चना का तबादला इलाहाबाद से कानपुर नगर कर दिया गया। इस पर अर्चना तबादला रुकवाने के लिए तीन मई को लखनऊ में अर्थ एवं संख्या विभाग के निदेशक एके पवार से संपर्क किया।
इस पर पवार ने आईजी रजिस्ट्रेशन के इलाहाबाद ऑफिस में तैनात अपर सांख्यिकी अधिकारी शक्तिपाल से बात करने को कहा। निदेशक ने यह भी कहा कि शक्तिपाल तुम्हें खुद फोन करेंगे। आरोप है कि 13 मई की रात 8.35 बजे शक्तिपाल ने अर्चना के मोबाइल पर कॉल करके तबादला रोकने का रेट दो लाख रुपये बताया। अगले दिन अर्चना ने फिर निदेशक से बात की, लेकिन उन्होंने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया।
इसकी जानकारी जब अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग के संघ को मिली तो पदाधिकारियों के सहयोग से अर्चना ने सीएम को प्रार्थनापत्र भेजा। पत्र के साथ अर्चना ने पवार और शक्तिपाल से मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी भेजी। सीएम ऑफिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई के आदेश दिए।
15 साल से इलाहाबाद में तैनात है शक्तिपाल
अर्चना ने सीएम को दिए शिकायती पत्र में अपर सांख्यिकी अधिकारी शक्तिपाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए हैं। उनका कहना है कि शक्तिपाल 2003 से इलाहाबाद में तैनात है। धन-बल की बदौलत वह इलाहाबाद के ही विभिन्न कार्यालयों में अपना तबादला कराकर एक ही जिले में टिका है।
अर्चना ने आरोप लगाया है कि शक्तिपाल इलाहाबाद में अपने आवास सहित कई निजी कोचिंग संस्थानों में पढ़ाता भी है। अर्चना ने आरोप लगाया है कि अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग में मनमाने तरीके से तबादले किए जा रहे हैं। इलाहाबाद व अन्य जिलों में पहले से तैनात कर्मचारियों का तबादला न करके बाद में आए कर्मचारियों का तबादला किया जा रहा है।
12 साल बाद जब साथ आए तो कर दिया तबादला
अर्चना के मुताबिक वह 12 साल से अपने पति सुधीर से दूर थीं। उनके पति वर्ष 2006 से सीआरपीएफ में तैनात हैं। अब तक की सेवा में वे आसाम, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर, छत्तीसगढ़ व पश्चिम बंगाल में तैनात रहे। पति-पत्नी की एक स्थान पर ही तैनाती के शासनादेश के तहत उन्होंने विभाग में आवेदन किया था। इसके बाद सुधीर का तबादला इलाहाबाद किया गया था।
बकौल अर्चना, उनके पांच साल का बेटा है जो उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं और पीजीआई से उसका इलाज चल रहा है। परिवार में कोई बच्चे की देखभाल और उनका ख्याल रखने वाला नहीं है। 12 साल में पति के साथ रहने का मौका मिला तो विभाग ने उनका तबादला कानपुर कर दिया।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमारा ऐप डाउनलोड करें :
हमें ईमेल करें : [email protected]