तो इसलिए फडणवीस ने गिराया मारिया का विकेट?

mariyaतहलका एक्सप्रेस

मुंबई। राकेश मारिया को अचानक मुंबई पुलिस कमिश्नर पद से हटा उन्हें प्रमोट कर होम गार्ड का डीजी बना दिया गया। यह बदलाव मंगलवार से तत्काल लागू भी हो गया।

मारिया को पुलिस कमिश्नर से हटाने का फैसला तब लिया गया जब वह शीना बोरा मर्डर केस को हेड कर रहे थे। पिछले कुछ हफ्तों से शीना केस की खबरें ही हेडलाइन्स में छाई हुई थीं। कहा जा रहा है कि ट्रांसफर का आदेश सीधे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से आया। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘सोमवार शाम मारिया ने फडणवीस से मुलाकात की थी। इस बात की अटकलबाजी चल रही थी कि मुख्यमंत्री मुंबई पुलिस चीफ से शीना बोरा केस को लेकर खफा हैं।’

हालांकि फडणवीस ने शीना केस में पुलिस के प्रयास की तारीफ की थी। इसके साथ ही सीएम ने साफ कर दिया था कि इस केस में मारिया की अति सक्रियता से वह खुश नहीं हैं। फड़णवीस ने कहा था, ‘पुलिस इस मामले में अपनी संलिप्तता कुछ ज्यादा ही दिखा रही है क्योंकि इस मामले पर मीडिया का फोकस है। मेरा मानना है कि पुलिस को इसी तरह की सक्रियता अन्य मामलों में भी बरतनी चाहिए जो मीडिया के फोकस से बाहर हैं।’ मारिया इस मामले में कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी दिखा रहे थे। यहां तक कि उन्होंने शीना बोरा हत्याकांड के आरोपियों से खुद ही पूछताछ की थी। यह अपने आप में असामान्य सी बात है।

मारिया इस मामले में रोज प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर रहे थे। ऐसा तब है जब उन्होंने मुंबई पुलिस चीफ बनने के बाद से एक इंटरव्यू तक नहीं दिया था। मारिया का ट्रांसफर या प्रमोशन 30 सितंबर तक होना था। प्रमोशन से 22 दिन पहले मारिया को हटाने पर इस बात की आशंका जताई जा रही है कि वह शीना बोरा केस में कुछ रहे रहे थे।हालांकि कुछ टेलिविजन चैनलों का कहना है कि मारिया का हटाया जाना हाई प्रोफाइन शीना बोरा मर्डर केस में अति सक्रियता है। महाराष्ट्र गृह विभाग गणेश उत्सव को लेकर कानून व्यवस्था दुरुस्त करना चाहता था। ऐसे में सरकार की मंशा थी कि पुलिस का ध्यान केवल शीना बोरा मर्डर केस तक ही नहीं रहे।

अडिशनल चीफ सेक्रटरी (होम) केपी बख्शी ने कहा, ‘मारिया का प्रमोशन डायरेक्टर जनरल रैंक पर किया गया है। अब उन्हें अहमद जावेद की जगह होम गार्ड का डीजी बना दिया गया है। जावेद जो कि होम गार्ड का डीजी थे, उन्हें मुंबई का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है।’ बख्शी ने कहा, ‘मारिया के तबादले में कोई जल्दबाजी नहीं थी। हम 30 सितंबर को ट्रांसफर करते तो यह ठीक नहीं होता क्योंकि तब गणेश उत्सव का वक्त होता। यह महाराष्ट्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण उत्सव है। ऐसे में हमने मारिया को अडवांस प्रमोशन देने का फैसला किया।’ मारिया का प्रमोशन भी दिलचस्प तरीके से हुआ। जिसका प्रमोशन हुआ उसे होम गार्ड में भेज दिया गया और जो होम गार्ड में था उसे मुंबई पुलिस का कमिश्नर बना दिया गया।

मुंबई के पूर्व पुलिस चीफ और बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह ने सीएनएनआईबीएन से कहा, ‘यहां कुछ है। ट्रांसफर क्यों किया गया? मैंने सुना है कि मारिया पीटर मुखर्जी के करीब थे।’ कुछ टीवी रिपोर्ट के मुताबिक मारिया एनसीपी चीफ शरद पवार के भी करीबी थे।

मारिया 1981 बैच के आईपीएस ऑफिसर हैं। इन्हें 15 फरवरी 2014 को मुंबई का पुलिस कमिश्नर बनाया गया था। वह 2016 में रिटायर होंगे। इससे पहले वह लंदन में ललित मोदी से मुलाकात के कारण विवादों में आए थे। इस मामले में मारिया ने बयान दिया था कि उन्होंने ललित मोदी के वकील के आग्रह पर मुलाकात की थी। हालांकि इस मामले में मारिया के बयान के बाद फडणवीस सरकार ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी।

 

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