दिल्‍ली: ‘खतरनाक’ स्‍तर पर पहुंचा प्रदूषण, सारे निर्माण कार्यों पर लगी रोक, गडकरी बोले- अगले 2 साल में वायु-जल प्रदूषण से फ्री करने की तैयारी

नई दिल्ली। दिल्ली में प्रदूषण के चलते सारे निर्माण काम पर रोक लगा दी है. यह रोक हालात सामान्य होने तक रोक लगी रहेगी. यह आदेश केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने के चलते रोक लगी है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्टोन क्रशर के काम पर भी तुरंत रोक लागू कर दी है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा है कि फायर ब्रिगेड से पानी का छिड़काव होगा और मशीनों से दिल्ली की सड़कों की सफ़ाई होगी. इस हालात पर 3 बजे उपराज्यपाल बैठक करेंगे. नीति आयोग की बैठक के बाद केन्‍द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री और पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के साथ विशेष बैठक बुलाने का फैसला किया है जिसमें दिल्‍ली को अगले वायु और जल प्रदूषण फ्री करने के लिए एक प्‍लान तैयार किया जाएगा.

दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी परिक्षेत्र में गुरुवार को धूल का गुबार छाया रहा और केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने अनुमान व्यक्त किया कि अगले तीन दिन तक यह धुंध छाई रह सकती है. मंत्रालय के अनुसार दिल्ली के ऊपर छायी धूल भरी धुंध के लिये राजस्थान में आयी धूल भरी आंधी मुख्य वजह है. यहां गुरुवार को हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर से नीचे चली गयी. मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में अगले तीन दिनों तक दिल्ली में यह स्थिति बरकरार रहने की आशंका व्यक्त की गयी है. मंत्रालय ने इन दिनों दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने को अस्वाभाविक बताते हुये कहा कि इसकी मुख्य वजह राजस्थान में आने वाली धूल भरी आंधी है. उसके कारण दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से हवा में मिले धूलकण जमीन से कुछ ऊंचाई पर जमा हो जाते हैं.

मौसम विशेषज्ञों की राय में इन दिनों भीषण गर्मी से जूझ रहे राजस्थान में तापमान की अधिकता के बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण तेज हवाओं के कारण धूल भरी आंधी का असर दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में धूलकणों के वायुमंडल में संघनित होने के रूप में दिखता है. इस साल भी दस से 12 जून के बीच राजस्थान की धूल भरी आंधी का रुख दिल्ली की ओर रहा जिसकी वजह से यह स्थिति पैदा हुयी है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के हवाले से मंत्रालय ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अगले तीन दिन धूल का गुबार बरकरार रहने का अनुमान व्यक्त किया है.

इसके मद्देनजर केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्य इकाई के माध्यम से स्थानीय निकायों और निर्माण क्षेत्र से जुड़ी एजेंसियों से लगातार पानी का छिड़काव करने को कहा है जिससे धूल को उड़ने से रोका जा सके. साथ ही, दिल्ली के मुख्य सचिव को इस दिशा में सभी संबद्ध एजेंसियों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी करने को कहा है. इस बीच, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने स्थिति से निपटने के लिये संबद्ध विभागों के साथ बैठक कर स्थिति से निपटने के लिये वायु प्रदूषण रोधी कदम उठाने को कहा है. साथ ही लोगों को अधिक समय तक खुले में निकलने से बचने का भी परामर्श जारी किया है.

 

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