देश तो क्या मोदी जी विदेशों में भी चुनाव नहीं हारते हैं, जानिए अंतराष्ट्रीय मंच में भारत के दलवीर भंडारी की जीत की कहानी

जब देश के नेता, मीडिया और बुद्दीजीवी मोदी जी को कॊसने में व्यस्त थे, जब आम जनता मौज मस्ती में डूबी थी तब देश के प्रधानमंत्री मॊदीजी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दिन रात मेहनत कर रहे थे। किसके लिए? उनके परिवारों के लिए नहीं बल्कि हमारे लिए। देश की गरिमा और उसके हित के लिए सुषमा जी और मॊदी जी अपने निजी हित के लिए रात भर जागे हुए नहीं थे अपितु अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की आन बान शान को बचाने के लिए मेहनत कर रहे थे। विश्व के पटल पर भारत की आधिपत्य को साबित करने के लिए मेहनत कर रहे थे।

गर्व होता है मॊदी जी और उनके सरकार पर, गर्व होता है सुषमा जी पर जो हर हाल में देश का मान बचाए रखते हैं। मॊदी जी और सुषमा जी ने मिलकर 200 साल तक हम पर राज करने वाले, भारतीयों को तुच्छ समझनेवाले अंग्रेज़ों को अंतराष्ट्रीय मंच में हरा कर विजय पताका लहरा दिया लेकिन इसके बारे में कॊई आपको नहीं बताएगा। सरकार को कॊसने के लिए सब आते हैं लेकिन जब सरकार देश को गौरवान्वित करने का काम करती है तो सब मुहुं मे ताला लगाए बैठ जाते हैं।

आप को याद होगा की संयुक्त राष्ट्र में अंतराष्ट्रीय कॊर्ट में चुनाव हुए थे जहां भारत और इंग्लेंड आमने सामने आ गये थे। भारत का प्रतिनिधित्व दलवीर भंडारी कर रहे थे और इंग्लेंड की ऒर से ब्रिटन के क्रिस्टोफर गीन्वुड थे। इंग्लेंड 1946 से ही हर चुनाव जीतता आया है और उसको हार ने की आदत ही नहीं है, यही मान कर चल रहा था कि इस बार भी जीत उसकी ही है। अंतिंम घड़ी में भारत ने सारी बाज़ी पलट  दी और इंग्लेड को भारत के सामने एक भार फिर घुटने टेक ने पर विवश कर दिया।

यह मॊदी जी और सुषमा जी के अथक प्रायसों का फल है कि अंतराष्ट्रीय मंच में भारत के दलवीर भंडारी ने जीत का परछम लहरा दिया। अंतराष्ट्रीय न्यायालय में 15 न्यायाधीशों की एक बेंच होती है। United Nations जनरल असेंब्ली और Security Council के सदस्य मिलकर इन न्यायाधीशॊं का चुनाव करते हैं। Security Council के सदस्य आर्थिक रूप से सबल बड़े बड़े दोशों के लोग हैं जब की जनरल असेंब्ली के सदस्य आर्थिक रूप से इतने सबल देश से नहीं होते हैं। हर तिन साल में एक बार चुनावी प्रक्रिया होती है और न्ययाधीश का कार्य काल 9 वर्शों तक चलता है। इस बार के चुनाव में 5 स्थान के उम्मीद्वारॊं का चयन हो चुका था और केवल एक स्थान बचा था जिसमें भारत और इंग्लेंड दोनों ने अपने उम्मीद्वारों को खड़ा किया था।

Security Council के सदस्य निश्चित रूप से इंग्लेंड के पक्ष में थे जबकि जनरल असेंब्ली के सदस्य भारत के पक्ष में। लेकिन चुनाव जीतने के लिए दोनों के वॊट भारत के लिए ज़रूरी था। यह लगभग तय था की इंग्लेंड ही जीतेगा। लेकिन मोदी जी ने ऐसा मास्टर स्ट्रॊक लगाया कि भारत ने इंग्लेंड को बुरी तरह से पीटा और अपनी जीत सुनिश्चित की। पहले चरण के मतदान में जनरल असेंब्ली में भारत के पक्ष में 115 वॊट मिले और ग्रीन्वुड को केवल 76| लेकिन Security Council ने हमारे विरुद्द वॊट डाल दिया था इस कारण से हमें 6 वॊट मिले और इंग्लेंड को 9 वॊट प्राप्त हुए।

जैसे ही भारत को सूचना मिली की भारत हारने वाला है तो मॊदी जी ने अपने नंबर वन बल्लेबाज़ सुषमा जी को मैदान में उतारा।अंतरराष्ट्रीय मंच पर चौके और छक्के लगाने में माहिर सुषमा जी तुरंत हरकत में आयी। दिल्ली के साउथ ब्लाक में सारे अधिकारी काम पे लग गए। भारत ने तुरंत एक एप बनाया और विश्व के सारे देशों के प्रमुख नेताओं को उसमें जोड़ दिया। 60 सदस्य देशों के प्रमुखों से स्वयं सुषमा जी ने बातचीत करके अपने पक्ष में करलिया। इतने व्यस्त होने के बावजूद भी मॊदी जी ने खुद पारी संभाली और मित्र राष्ट्रों से वार्तालाप करके उनको अपनी ओर खींच लिया।

सूषमा जी और मॊदी जी खुद मैदान में हो और हम हार जाए यह असंभव है। सारे सदस्य राष्ट्र मॊदीजी और सुषमाजी के निवेदन से सहमत हो गये और भारत का साथ देने को राज़ी हो गये। न्यूयार्क में हमारे राजतांत्रिक रात को सॊते थे तो भारत में सुबह हॊती थी और विदेशांग कार्यालय हरकत मॆं आती थी और जब यहां के राजतांत्रिक रात को सॊते थे तो वहां के राजतांत्रिक काम में लगे रहे थे। पूरे दस दिनों तक लगातार दिन रात भारत और न्यूयार्क के राजतांत्रिक दलबीर को जिताने के लिए अपना खून पसीना एक कर रहे थे। उस वक्त हम यहां चैन की नींद सो रहे थे और सुबह उठकर मोदी जी को गाली दे रहे थे।

अगले चुनाव से पहले सारे राष्ट्रॊं को हमारी ऒर खींच के रखने का काम आसान नहीं था। न्यूयार्क के हर एक राजतांत्रिक को 20 सदस्य राष्ट्र सौंप दिया गया था जिनको अगले चुनाव तक हमारी ओर बनाए रखना था। इधर भारत चुनाव जीतने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा था और उधर इंग्लेंड अपनी जीत को सुनिश्चित समझकर ठहाके लगा रहा था। दस दिन बीत गये और चुनाव की घड़ी आ ही गयी। जनरल असेंब्ली के सदस्यों ने भारत के पक्ष में वॊट डाल दिया। कुल 193 वॊटॊं में से 183 भारत के पक्ष में!! वाह क्या पारी खेली भारत ने। अब कठिनाई आ रही थी Security Council को मनाने की।

इंग्लेंड को जैसे ही अभास हुआ कि वह अंसेब्ली चुनाव में हारा है उसने अपनी डर्टी ट्रिक्स अपना कर पिछले दरवाज़े से Security Council को अपने तरफ़ खींचने की घटिया चाल चलने लगा। भारत ने इस डर्टी गेम का भी मुहुं तोड़ जवाब दिया। उसने इंग्लेंड के सीने में डर उत्पन्न करने के लिए कामन्वेल्थ के अपने सदस्य राष्ट्रॊं का ट्रंप कार्ड आगे किया साथ ही साथ अपने बीच के व्यापारिक समझौते का बल्ला चलाया। इंग्लॆंड के पैरों तले ज़मीन खिसक गयी। इतना ही नहीं भारत ने मीडिया के सहायता से इंग्लेंड द्वारा किये जाने वाले डर्टी गेम का पर्दा फाश कर दिया और पूरे दुनिया के सामने इंग्लेंड के घटिया चाल को बेनकाब कर दिया। भारत के इस मास्टर स्ट्रॊक के कारण Security Council भी अब इंग्लेंड के साथ खड़ा रहने को असम्मती व्यक्त करने लगा।

इंग्लेंड की कॊई चाल नहीं चली उसने भारत के खिलाफ खड़े अपने उम्मीद्वार का नाम वापस ले लिया। क्लीन बौल्ड!! इंग्लेंड के छक्के छुड़ा दिया भारत के दोनों बल्लेबाज़ और उनकी पूरी टीम ने। दलवीर भंडारी बहुमत से जीत गये। भारत का सर अंतराष्ट्रीय पटल पर ऊंचा हो गया। भारत की जीत कठिन था लेकिन मॊदी जी के लिए कुछ भी नामुम्किन नहीं है। आये दिन लॊग सवाल उठाते हैं कि मॊदी जी विदेश दौरों पर क्यों जाते हैं? वो जानले कि मोदी जी विदेश छुट्टियां मनाने नहीं जाते बल्कि विदेश के साथ देश के संबंध सुधारने और भारत का वर्चस्व विश्व के पटल पर जमाने जाते हैं। यह चुनाव उसका जीता जागता निदर्शन है। 200 साल तक हमको अपने पैरों तले रौंधनेवाला इंग्लेंड हम से हार गया। अंतराष्ट्रीय न्यायालय मॆं दलवीर जी का जीतना अति आवश्यक था। विश्व पटल में भारत का वर्चस्व बढ़ाने के साथ साथ भारत से जुड़े मुद्दों का हल निकाल ने के लिए भी दलवीर का जीतना आवश्यक था।

मॊदी जी को कोसने वाले जानले कि देश तो क्या वे विदेशों में भी चुनाव नहीं हारते। अटल जी के बाद हमें एक ऐसा नायक मिला है जो उनकी सरकार के साथ मिलकर भारत को विश्व गुरू बनाने की क्षमता रखता है। ऐसे नायक हमें बार बार नहीं मिलते। जो काम अटल जी अधूरा छोड़ गये हैं उसे मॊदी जी अवश्य पूरा करेंगे। हमें विश्वास और धैर्य रखना होगा। मोदी जी कभी देश का सर झुकने नहीं देंगे विश्वास रखिए और बार बार उनको जिताइये।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button