दोस्त की शादी में शामिल होने आए इंजीनियर की तमंचे के बल पर करवा दी शादी, रोता रहा लेकिन…
पटना। बिहार के पटना जिले के पंडारक में तमंचे के बल पर इंजीनियर की शादी करा दी गई. बिहार में ऐसी जबरन शादी को पकड़ौआ विवाह के नाम से जाना जाता था. हाल के दिनों में ऐसी शादियों की खबरें नहीं आ ही थीं लेकिन पटना जिले के खुसरूपुर के रहने वाले इंजीनियर विनोद कुमार की शादी ऐसा ही एक मामला है. विनोद कुमार बोकारो स्टील प्लांट में जूनियर मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं. बीते 2 दिसंबर को रांची से पटना आए थे.
अपने मित्र की शादी में शामिल होने आए इंजीनियर विनोद 3 दिसंबर को पटना पहुंचे थे. नालंदा के इस्लामपुर में उन्हें विवाह समारोह में जाना था. दोस्त की शादी में शामिल होने आए इंजीनियर विनोद की जबरन शादी करवा दी गई. इंजीनियर विनोद के पारिवारिक मित्र सुरेंद्र यादव ने उन्हें एक नेता से मिलाने के नाम पर बुलाया. पंडारक थाना के गोपकिता गांव का सुरेंद्र यादव इनका पारिवारिक मित्र था. पहले से दोनों परिवार एक दूसरे के संपर्क में थे. विनोद का ट्रांसफर करवाने के नाम पर सुरेंद्र यादव ने उसे मोकामा बुलाया और कहा कि बहुत सारे सांसदों-विधायकों से उसकी जान पहचान है. मोबाइल पर हुई बातचीत के आधार पर विनोद यादव और उसका दोस्त गुड्डू मोकामा स्टेशन पहुंचे. मोकामा स्टेशन के बाहर सुरेंद्र यादव इंतजार कर रहा था. सुरेंद्र ने नेता जी से मिलाने के नाम पर पूरा दिन इधर-उधर घुमाया और उसके बाद पंडारक थाना के गोपकिता गांव लेकर जबरन शादी करवाने लगा.
विनोद यादव को धोखे में रखकर मोकामा से अगवा कर पंडारक लाए जाने के बाद मारपीट कर उसकी शादी कराई जाने लगी. विनोद रोता रहा और लड़की के घरवाले जबरन उसकी शादी कराते रहे. जबरन उसके हाथ पांव रंगे गए. दूल्हा रोता रहा लेकिन किसी को उस पर दया नहीं आई. विनोद का आरोप है कि हथियार के बल पर उसे धमका कर उसकी शादी कराई गई. शादी मंडप में पहले से ही सारी तैयारियां हो रखी थी. मंडप देखकर इंजीनियर विनोद ने भागना भी चाहा लेकिन उसे लड़की के घरवालों ने पकड़े रखा.
लड़की पक्ष के लोगों ने जबरिया शादी से पूरी तरह इंकार कर दिया है. लड़की पक्ष के लोगों ने बताया कि लड़का अपनी मर्जी से मोकामा आया था और अपनी मर्जी से उसने शादी की थी. लड़की पक्ष के लोगों का आरोप है कि शादी हो जाने के बाद लड़के पक्ष के लोग पटना में दो कट्ठा जमीन मांग रहे हैं. सुरेन्द्र यादव ने कहा कि अपहरण करके हथियार के बल पर शादी की बात पूरी तरह गलत है.
पंडारक थानाध्यक्ष दिवाकर विश्वकर्मा ने बताया कि जिस समय उन्हें जबरन शादी की सूचना मिली थी उन्होंने तत्काल छापामारी कर लड़के को मुक्त करा दिया था. लड़के के परिजनों द्वारा मोकामा थाना में FIR करने की बात कही गई थी क्योंकि उसका अपहरण मोकामा रेलवे स्टेशन के पास से ही हुआ था, फ़िलहाल लड़के का मौसा उसे लेकर अपने साथ चला गया है.
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