पनामागेट: नवाज पर फैसला कुछ देर में, SC छावनी में तब्दील

इस्लामाबाद/कराची। पनामागेट के नाम से चर्चित पनामा पेपर्स लीक से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले पर पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट अब से कुछ देर बाद फैसला सुनाएगा। पनामा पेपर्स लीक में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिजनों पर विदेशों में अघोषित संपत्तियां रखने का आरोप लगा था। अगर फैसला नवाज के खिलाफ आया तो वह प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य हो जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने 23 फरवरी को भ्रष्टाचार से इस जुड़े मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखा था। फैसले के मद्देनजर इस्लामाबाद में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है।

छावनी में तब्दील हुआ इस्लामाबाद का रेड जोन
इस्लामाबाद समेत पूरे पाकिस्तान में इस फैसले का सांसें रोककर इंतजार हो रहा है। राजधानी इस्लामाबाद के रेड जोन को ‘रेड अलर्ट’ पर रखा गया है। रेड जोन और आस-पास के इलाकों की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए करीब 1,500 पुलिसवाले, रैंजर्स और फ्रंटियर कॉन्स्टेबुलरी के जवानों को तैनात किया गया है। स्पेशल ब्रांड के अधिकारियों समेत पुलिस अधिकारियों को खुफिया सूचना जुटाने और उसके लिहाज से समय पर कार्रवाई करने के लिए तैनात किया गया है। रेड जोन के सभी एंट्री पॉइंट्स पर कड़ी सुरक्षा जांच की जा रही है। सिर्फ स्थानीय लोगों, सरकारी अधिकारियों समेत संबंधित लोगों को ही एंट्री दी जा रही है।

उठ सकता है सियासी तूफान

सुप्रीम कोर्ट का फैसला पाकिस्तान में सियासी तूफान ला सकता है। पीएम पद के लिए नवाज के अयोग्य होने की स्थिति में पाकिस्तान एक बार फिर अस्थिरता के गर्त में जा सकता है। पिछले कई सालों से हिंसा और सैन्य शासन के बाद पाकिस्तान में सुरक्षा की स्थिति कुछ सुधरी है और आर्थिक विकास दर में भी सुधार हुआ है लेकिन नवाज के खिलाफ कोर्ट का फैसला आया तो सियासी तूफान उठना स्वाभाविक है।

इमरान ने PTI नेताओं को इस्लामाबाद में डटे रहने का निर्देश दिया
फैसला कितना अहम रहने वाला है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि विपक्षी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने पार्टी के सभी बड़े नेताओं को अगले 3 दिनों तक इस्लामाबाद में बने रहने का निर्देश दिया है। खान ने बुधवार को पार्टी मीटिंग में पनामागेट पर फैसले के बाद की स्थिति में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की।

5 सदस्यों वाली सुप्रीम कोर्ट की बेंच सुनाएगी फैसला
जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की 5 सदस्यीय बेंच कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्टरूम नंबर एक में दोपहर करीब 2 बजे फैसला सुनाएगी। कानून के जानकारों में कोई भी इस बात को निश्चित नहीं है कि एक राय से फैसला आएगा। ज्यादातर जानकारों का कहना है कि बेंच किस पहलू को तवज्जो देगी इसका अंदाजा लगाना बहुत मुश्किल है।

क्या हो सकता है फैसला
सुप्रीम कोर्ट कई तरह के कदम उठा सकता है। कोर्ट मामले की आगे की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन कर सकता है या नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए उसी तरह अयोग्य घोषित कर सकता है जैसे युसूफ रजा गिलानी अयोग्य ठहराए गए थे। 2012 में कोर्ट की अवमानना के मामले में तत्कालीन पीएम युसूफ रजा गिलानी को सुप्रीम कोर्ट ने पद के लिए अयोग्य ठहराया था।

समयपूर्व चुनाव करा सकते हैं नवाज
नवाज शरीफ ने भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज किया है। उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (PML-N) प्रतिकूल फैसला आने की स्थिति में समयपूर्व चुनाव के विकल्प पर विचार कर रही है। पार्टी नेताओं ने बुधवार को बैठक कर रणनीति पर चर्चा की। PML-N के एक नेता ने बुधवार को बताया, ‘अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नवाज शरीफ को प्रभावित करता है तो समयपूर्व चुनाव हो सकता है। पार्टी नेता इस विकल्प पर चर्चा कर रहे हैं।’ बता दें कि विपक्षी नेता इमरान खान के सड़क पर उतरने की धमकी के बाद सुप्रीम कोर्ट नवाज शरीफ के परिजनों के विदेशों में संपत्ति की जांच के लिए राजी हुआ था।

पिछले साल सामने आया था पनामा पेपर लीक्स
पिछले साल अप्रैल में हुए पनामा पेपर लीक्स में विदेशों में काला धन रखने वालों की सूची सार्वजनिक हुई थी। इन पेपर्स में नवाज शरीफ और उनके करीबियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। लीक हुए दस्तावेजों में बताया गया है कि नवाज की उत्तराधिकारी मरियम नवाज सहित उनके बच्चों ने विदेशों में लाखों डॉलर की संपत्ति बनाई है। सुप्रीम कोर्ट ने मरियम के वित्तीय स्रोत पर सवाल उठाया है। इंटरनैशनल कन्सोर्टियम इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) नाम के एनजीओ ने पनामा पेपर्स के नाम से खुलासा किया था। ये दस्तावेज उत्तरी और दक्षिणी अमरीका को सड़कमार्ग से जोड़ने वाले देश पनाम की एक लॉ फर्म ‘मोसैक फोंसेका’ से मिले थे। लॉ फर्म के सर्वर को 2013 में हैक किया गया था। ICIJ ने करीब 1 करोड़ 10 लाख दस्तावेजों का सिलसिलेवार खुलासा किया था। इनमें भारत के भी कुछ लोगों के विदेशों में संपत्तियों का दावा किया गया था।

 

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