पूर्वोत्तर के चुनावों ने दिखाया, कट्टरता का जवाब एकता से ही दिया जा सकता है: PM मोदी

तुमकुर, कर्नाटक। कर्नाटक के तुमकुरु में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए युवाओं को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी इस कार्यक्रम में  ‘यूथ पावर: ए विजन फॉर न्यू इंडिया’ के विषय पर बोल रहे हैं. इस कार्यक्रम का आयोजन रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम के रजत जयंती समारोह को यादगार बनाने, शिकागो में विवेकानंद द्वारा दिए गए भाषण की 125वीं वर्षगांठ का जश्न मनाने और साथ ही सिस्टर निवेदिता की 150वीं जयंती का जश्न मनाने के लिए किया गया है.

इस कार्यक्रम में उन्होंने पूर्वोत्तर के तीन राज्यों के चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर के परिणाम को मैं जीत-हार की तराजू से नहीं देखता. पूर्वोत्तर के चुनाव परिणामों ने दिखाया कि कट्टरता का जवाब एकता से ही दिया जा सकता है. पहले हमारे यहां नीतियां और निर्णय ऐसे हुए, कि उत्तर पूर्व के लोगों में अलगाव की भावना घर कर गई थी. लोग विकास की ही नहीं, विश्वास और अपनत्व की मुख्यधारा से भी खुद को कटा हुआ महसूस करने लगे थे.

उन्होंने कहा…

> तुमकूरू का ये स्टेडियम इस समय हजारों विवेकानंद, हजारों भगिनी निवेदिता की ऊर्जा से दमक रहा है. हर तरफ केसरिया रंग इस ऊर्जा को और बढ़ा रहा है.

> युवा पीढ़ी के साथ किसी भी तरह का संवाद हो, उनसे हमेशा कुछ ना कुछ सीखने को मिलता है.

> भगवान वसवेश्वर और स्वामी विवेकानंद जी के आशीर्वाद से श्री शिवकुमार स्वामी जी राष्ट्र निर्माण के यज्ञ में जुटे हुए हैं. मैं उनके बेहतर स्वास्थ्य और उनकी दीर्घायु की प्रार्थना करता हूं.

> आज के तीनों आयोजनों के केंद्र बिंदु स्वामी विवेकानंद हैं. कर्नाटक पर तो स्वामी विवेकानंद जी का विशेष स्नेह रहा है. अमेरिका जाने से पहले, कन्याकुमारी जाने से पहले वो कर्नाटक में कुछ दिन रुके थे.

> यहां तीर्थों की बात हो रही है, तो टेक्नोलॉजी की भी चर्चा है. यहां, ईश्वर की भी बात हो रही है और नए इनोवेशन की भी चर्चा है.

> कर्नाटक में धार्मिक और यूथ फेस्टिवल का एक नया मॉडल विकसित हो रहा है. मुझे आशा है कि ये आयोजन देशभर में दूसरों को प्रेरणा देगा.

> परसों, पूरा देश होली के रंग में रंगा हुआ था. कल पूर्वोत्तर के नतीजों ने फिर एक बार पूरे देश में उत्सव का वातावरण बना दिया.> मैं इसे एक पार्टी की जीत, एक पार्टी की हार के तौर पर नहीं देखता हूं. महत्वपूर्ण ये है कि पूर्वोत्तर के लोगों की खुशी में पूरा देश शामिल हुआ.

> पिछले 4 वर्षों में हमारी सरकार की नीतियों-निर्णयों ने इस भावना को खत्म करने का काम किया है. हमने पूर्वोत्तर के भावनात्मक एकता का संकल्प लिया और उसे सिद्ध करके दिखाया है.

> पूर्वोत्तर के चुनाव परिणामों ने दिखाया कि कट्टरता का जवाब एकता से ही दिया जा सकता है. हमें एक संकल्प तय करके उस पर अपना जीवन न्योछावर कर देना चाहिए.

> आज हमारा भारत पूरी दुनिया का सबसे नौजवान देश है. 65 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की आयु 35 वर्ष से कम है. युवा शक्ति की ये अपार ऊर्जा देश का भाग्य बदल सकती है.

> युवा अपने दम पर अपना बिजनेस शुरू कर सकें, उन्हें बिना बैंक गारंटी कर्ज मिल सके, इसके लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मुद्रा योजना चलाई जा रही है.

> मुद्रा योजना के तहत अब तक देश में करीब-करीब 11 करोड़ लोन दिए गए हैं. कर्नाटक के नौजवानों के भी 1 करोड़ 14 लाख से ज्यादा लोन स्वीकृत किए गए हैं.

> नयापन ही बेहतर भविष्य का आधार है. स्कूलों में कम उम्र के बच्चों के विचारों को अविष्कार में बदलने के लिए सरकार ने ‘अटल इनोवेशन मिशन’ की शुरुआत की है. अब तक देशभर में 2400 से ज्यादा ‘अटल टिंकरिंग लैब्स’ को स्वीकृति दी जा चुकी है.

> केंद्र सरकार देश में 20 वर्ल्ड क्लास शिक्षा संस्थान बनाने का काम कर रही है. इस बजट में हमने RISE नाम से एक नई योजना भी शुरू की है. इसके तहत हमारी सरकार अगले चार साल में देश के शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए 1 लाख करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है.

> अपनी परंपराओं से युवा जितना कनेक्ट होगा, उतना ही देश का युवा, खुद को मजबूत महसूस करेगा.

> हमारा मंत्र भी ‘विद्यार्थी देवो भव’ है. उन्होंने कहा कि मैं इसमें ये भी जोड़ना चाहूंगा, ‘युवा देवो भव: – युवाशक्ति देवो भव.’

> युवा चाहता है कि भविष्य, वर्तमान और अतीत दोनों से ज्यादा बेहतर और मजबूत हो.

 

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