फूड प्वाइजनिंग की समस्या में यदि डॉक्टर को दिखाने में करी देरी तो होगा ये नुकसान

आजकल इंसान कई बिमारियों का शिकार हो जाता है जिनका कारण हमारा खाना ही होता है। कभी-कभी कुछ गलत खा लेने या इम्यून सिस्टम के कमजोर होने के कारण कुछ लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो जाते हैं। फूड प्वाइजनिंग होने पर दस्त, उल्टी, एसिडिटी और सीने में जलन जैसी समस्याएं सामने आने लगती हैं।
ऐसी स्थिति में जल्द से जल्द अस्पताल पहुंच चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए. जरा सी देरी या चूक आदमी की जान को आफत में डाल सकती है क्योंकि फूड प्वाइजनिंग में शरीर के भीतर नमक व पानी की मात्रा कम हो जाती है.
लहसुन के इस्तेमाल से फूड प्वाइजनिंग की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। लहसुन में भरपूर मात्रा में एंटी वायरस, एंटी बैक्टीरियल, और एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं जो फूड प्वाइजनिंग की समस्या से छुटकारा दिलाते हैं।

फूड प्वाइजनिंग होने के बाद पेट के भीतर एंजाइम्स नहीं बनते हैं जिसकी वजह से डाइजेशन पाचन की प्रक्रिया पूरी तरह समाप्त हो जाती है.

आंतों की कार्यक्षमता निर्बल होने से भी खाना पच नहीं पाता है. गैस की दवा जैसे ओमेप्रोजेल, पैंटाप्रेजोल समेत अन्य तरह की दवाएं लेते हैं उन लोगों में एसिड का सीक्रेशन नहीं हो पाता है जिससे फूड प्वाइजनिंग हो सकती है.

 

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