बहू की संदिग्ध हालात में मौत, बीएसपी सांसद पर दहेज हत्या का मुकदमा

tahalka3_1_2गाजियाबाद। बीएसपी महासचिव और राज्यसभा सांसद नरेंद्र कश्यप की बहू हिमांशी की बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह खून से लथपथ अपने कमरे के बाथरूम में मिली। मौके से मृतका के पति की लाइसेंसी रिवॉल्वर भी मिली। इस मामले में बुधवार देर शाम हिमांशी के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर सांसद नरेंद्र कश्यप पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले में सांसद की पत्नी देवेंद्री, बेटा सागर और सिद्धार्थ और दो बेटियों को भी नामजद बनाया गया है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304बी और धारा 398ए के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बीएसपी सांसद नरेंद्र कश्यप अपने परिवार के साथ संजय नगर सेक्टर-23 में रहते हैं।

2013 में हुई थी शादी
सांसद नरेंद्र कश्यप के दो बेटे सागर और सिद्धार्थ हैं। बड़े बेटे सागर कश्यप से हिमांशी की नवंबर 2013 में शादी हुई थी। सागर डॉक्टर हैं और एमडी कर रहे हैं। सांसद ने बताया कि मंगलवार को घर के पास महर्षि कश्यप का एक कार्यक्रम रखा गया था। सुबह उनका बेटा सागर और छोटा बेटा सिद्धार्थ व उसकी पत्नी नेहा जॉब पर चले गए थे। इसके बाद घर पर वह, उनकी पत्नी देवेंद्री, बेटी शोभा, रिश्तेदार मोनू और सचिन रह गए थे। करीब 11:30 बजे सागर का बेटा रोने लगा जिसके बाद उन्होंने अपने भांजे सचिन से हिमांशी को बुलाने के लिए कह दिया। उस समय हिमांशी नहाने की बात बोलकर अपने कमरे में चली गई थी। उन्होंने बताया कि सचिन ने काफी देर तक हिमांशी को आवाज दी। इसके बाद उसने मोनू के साथ मिलकर बाथरूम के दरवाजे को तोड़कर देखा तो हिमांशी बाथरूम में खून से लथपथ थी। वहीं, उसके नीचे ही सागर की लाइसेंसी रिवॉल्वर पड़ी हुई थी। इसके बाद उसे नेहरू नगर के हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया और हिमांशी के मायके वालों को जानकारी दी। हालांकि, अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

पिता ने कहा दहेज के लिए मारा
घटना की जानकारी के बाद देर शाम हॉस्पिटल पहुंचे हिमांशी के पिता हीरालाल ने नरेंद्र कश्यप और उनके परिवार पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी हिमांशी को दहेज के लिए परेशान किया जाता था। उन्होंने बताया कि हिमांशी पर लगातार फॉर्च्यूनर की डिमांड की थी। इस बात को लेकर वह उसके साथ मारपीट भी किया करते थे।

‘कार दे दो वरना मुझे मार देंगे ‘
हीरालाल ने बताया कि उनकी बेटी 25 मार्च को उनके घर आई थी। इस दौरान उसने कहा था कि ‘पापा कार जल्दी दे दो, वरना मेरे ससुराल वाले मुझे जान से मार देंगे’। इसके अलावा मंगलवार को हुए कार्यक्रम में भी उसने साथ में घर जाने की बात की थी, लेकिन वह उसे समझाकर आ गए थे। इसके बाद अगले ही दिन यह घटना हो गई।

डेढ़ घंटे बाद मिली सूचना: एसएसपी
एसएसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया हिमांशी की मौत की जानकारी पुलिस को करीब डेढ़ घंटे बाद दी गई थी। वहीं, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो रिवॉल्वर भी गायब थी। जिसे तलाश के बाद कमरे से ही बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि परिवार की तरफ से ऐसा क्यों किया गया, इसकी जांच की जा रही है।

कमरे से फोटो गायब
जब पुलिस हिमांशी और सागर के कमरे में पहुंची तो उसके कमरे में हिमांशी और सागर का कोई फोटो ही नहीं था। जबकि मायके वालों ने कहा कि कमरे में बड़ी संख्या में फोटो थीं। ऐसे में सवाल उठता है कि कि घरवालों ने फोटो क्यों हटा दिया?

 

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