बुमराह के ‘पंच’ से घुटने पर इंग्लैंड, बताया अपनी सफलता का सीक्रेट

नॉटिंघम (इंग्लैंड)। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने चोट के बाद अपनी शानदार वापसी और टेस्ट क्रिकेट में दूसरी बार पांच विकेट लेने के कारनामे का श्रेय कैमरे से इतर की गई कड़ी मेहनत और फिटनेस को दिया.

आपको बता दें कि इंग्लैंड की दूसरी पारी के 83वें ओवर में जसप्रीत बुमराह ने लगातार दो गेंदों पर जोस बटलर और जॉनी बेयरस्टॉ के विकेट लेकर भारतीय खेमे में खुशियां लौटा दीं.

इसलिए अहम था बुमराह का अटैक

पांचवें विकेट के लिए बेन स्टोक्स और जोस बटलर के बीच 169 रनों की साझेदारी हो चुकी थी और उनका क्रीज पर रहना टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ा रहा था.

बुमराह ने 85 रन देकर पांच विकेट लिए हैं, जिससे इंग्लैंड की टीम 521 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन नौ विकेट पर 311 रन बनाकर हार के कगार पर पहुंच गई है.

ये रहा बुमराह की सफलता का राज

बुमराह ने कहा, ‘जब मैंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया तो मेरा पहला स्पेल दस ओवर का था. मैं रणजी ट्रॉफी में हमेशा अधिक से अधिक ओवर करता रहा और जिससे मुझे मदद मिली. इसका मुझे आज भी फायदा मिला.’

बुमराह ने कहा, ‘जब मैं चोटिल था तो मैंने अपनी फिटनेस और अभ्यास पर ध्यान दिया. मैं हमेशा अपने ट्रेनर के संपर्क में रहा ताकि वापसी करने पर मैं अच्छी स्थिति में रहूं. इन सभी से मुझे मदद मिली.’

बुमराह ने दूसरी बार टेस्ट क्रिकेट में पारी में पांच विकेट लिए. इससे भारत का सीरीज में 0-2 की हार से उबरकर वापसी का रास्ता साफ हो गया.

सीमित ओवरों से अलग है टेस्ट क्रिकेट

बुमराह ने कहा, ‘आपको कुछ भी आसानी से नहीं मिलता. आपको इसके लिए काम करना होता है. हमने कड़ी मेहनत की. इस कड़ी मेहनत से आपको ऐसे दिनों में सफलता मिलती है. कैमरे से इतर हम जो कड़ी मेहनत करते हैं, ऐसे दिनों में उसका नतीजा देखने को मिलता है.’

बुमराह ने कहा, ‘सीमित ओवरों में चीजें भिन्न होती है. वहां आप चतुराई से बल्लेबाज को छकाते हैं और यहां टेस्ट क्रिकेट में संयम और निरंतरता ही सब कुछ है. मेरा ध्यान इसी पर था.’

बुमराह ने कहा, ‘मैं हमेशा अच्छी लेंथ से गेंदबाजी करने पर ध्यान देता हूं तथा अच्छी लेंथ से बल्लेबाज को चुनौती देता हूं. आखिर में यह दिन अच्छा रहा. मैं उसके (जो रूट) बल्ले का किनारा लेने में सफल रहा.’

मुंबई इंडियंस में बटलर के साथ खेलने का फायदा उठाया

बुमराह ने कहा कि उन्होंने जो रूट और बटलर दोनों के साथ मुकाबले का पूरा लुत्फ उठाया और कहा कि ऐसी परिस्थितियों में गेंदबाजी करने के लिए निरंतरता जरूरी है.

उन्होंने कहा, ‘हम आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते रहे हैं, इसलिए मैंने उनके (बटलर) लिए नेट्स पर थोड़ी गेंदबाजी की थी लेकिन बहुत अधिक नहीं. यह हमेशा रोमांचक मुकाबला होता है क्योंकि वह आक्रामक बल्लेबाज है. वह अपनी टीम का महत्वपूर्ण सदस्य भी है. अगर वह अच्छी शुरुआत करता है तो फिर रुकता नहीं है और मुश्किलें पैदा कर सकता है.’

 

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