बड़ा खुलाशा- सभी विपक्षी दल भीम सेना को दंगे के लिये हवाला से पंहुचा रहे थे धनराशि

लखनऊ/सहारनपुर। योगी आदित्य नाथ के कड़े निर्देशो के बाद सहारनपुर कांड की परत दर परत खुलती चली जा रही है। प्रमुख सचिव गृह,के निर्देशानुसार सचिव गृह मणि प्रसाद मिश्रा हालात पर नियंत्रण रखने हेतु अभी और सहारनपुर में कैम्प करते रहेंगे। ज्ञात हो कि यह पहला अवसर है जब किसी कांड या दंगे पर नियंत्रण रखने हेतु गृह सचिव स्तर का कोई अधिकारी घटना स्थल पर कैम्प किये हुये है और माहौल  शांत किये हुए है। सहारनपुर कांड के मुख्य आरोपी चंद्रशेखर रावण विपक्षी दलों के इशारे पर काम कर रहै थे और कई विपक्षी दल उसे इस काम हेतु काफी पैसा  दे रहे थे।

सूत्रों के अनुसार मायावती के भाई आनंद सिंह के अतिरिक्त अन्य पार्टियों के नेताओ के नामो की भी जानकारी प्राप्त हो चुकी है और जिनके  ठोस प्रमाण मिलते ही तत्काल उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। इन नेताओं का नाम अभी किसी कारणों वश खोला नही जा रहा है।     सहारनपुर जातीय हिंसा के आरोपी चंद्रशेखर उर्फ रावण की भीम आर्मी को विभिन्न दलों के नेताओं द्वारा नगद धनराशि देने के  अलावा हवाला के माध्यम से भी धन उपलब्ध कराया गया है।पिछले दो महीने में भीम आर्मी के एकाउंट में  40-50 लाख रूपये ट्रांसफर हुए है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी भीम आर्मी ने आर्थिक सहायता की अपील की थी।

भीम आर्मी के लिए शामली का नीटू गौतम फेसबुक से पेटीएम के जरिए चंदा इकट्ठा कर रहा है। उसने अपना पेटीएम नंबर 8527533051 तक दे रखा है। खाते में पैसा मंगाने के लिए निखिल सबलानिया का एसबीआइ एकाउंट नंबर 36618032083 भी दिया गया है। इस अकाउंट नंबर का ब्रांच कोड 1275 बताया गया है जो करोल बाग नई दिल्ली का  ब्रांचकोड  है। एयरटेल मनी से भी  8527533051 इस नंबर पर चंदा मांगा था।

मुख्यमंत्री के आदेश पर इस मामले की जांच कर रही टीम में शामिल ADG अभिताभ यश व विभिन्न 18 टीमों की जांच में यह राजफाश हुआ है। सूत्रों की माने तो चंद्रशेखर रावण को कुछ सियासी दलों से निरंतर प्रोत्साहन मिल रहा है।

बसपा के साथ कांग्रेस के छह नेताओं की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है जिनके बुलाने पर ही कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज जबरन सहारनपुर में घटना स्थल तक जाने की नाकाम कोशिश की थी। कांग्रेस के छह नेताओ के विरुद्ध जांच हो रही है जिनके प्रमाण मिलने पर इन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जा सकता है। चंद्रशेखर रावण  छुटमलपुर का निवासी है। उसके इलाके में पड़ने वाले बूथों पर डाले  गये  वोटो का भी आंकड़ा निकाला जा रहा है जिससे उसके सियासी संरक्षक का भी पता लगाया जा रहा है।

घटना की जांच के दौरान यह भी स्पष्ट हुआ है कि दो महीने पहले से ही सहारनपुर में नफरत का जहर घोलने की साजिश रची जा रही थी। जांच रिपोर्ट में भीम आर्मी को आर्थिक मदद दिलाने में देहरादून के एक बैंक अधिकारी की भी अहम भूमिका बतायी जा रही  है।

 

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