महँगी सेक्सवर्धक दवाएं बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कछुओं की तस्करी, एक तस्कर को पकड़ा गया

लखनऊ। महँगी-महँगी सेक्सवर्धक दवाएं बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कछुओं की तस्करी की जा रही है. सेक्सवर्धक दवाएं बनाने के लिए ले जाये जा रहे कछुओं के साथ एक तस्कर को पकड़ा गया है. मुगलसराय जीआरपी द्वारा पकड़े गए ये कछुए अकबरपुर से हावड़ा ले जाये जा रहे थे. बताया जाता है कि ये कछुए सेक्सवर्धक दवाएं बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। पुलिस ने बताया कि करीब 60 की संख्या में पकड़े गए इन कछुओं की कीमत लाखों में है और बकायदा इसकी तस्करी इंटरनेशनल लेवल पर होती है।

मीडिया में आ रही ख़बरों के अनुसार सुलेमान नाम के युवक के पास से 5 दर्जन प्रतिबंधित कछुए बरामद हुए हैं और ये मूलतः पश्चिम बंगाल का रहने वाला है और कछुओं की खेपों को यूपी के अकबरपुर से लेकर हावड़ा जा रहा था। पूछताछ में बताया की ये एक गिरोह के साथ काम करता है और ये सेक्स के संबंधित दवाएं बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं। गिरफ्तारी के बाद वन विभाग की टीम को बुलाया गया, इस तस्कर को पकड़ा गया और पूछताछ की जा रही है।  बरामद कछुओं को जीआरपी ने वन विभाग को सौंप दिया है और आरोपी के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है।

तस्करी के लिए मुगलसराय रेलवे स्टेशन तस्करों का हब बन चुका है। दरअसल पश्चिम बंगाल और दिल्ली के साथ ही भारत के तमाम हिस्सों में ट्रेनों का आवागमन यहाँ होता है, जिसके कारण तस्करों को यूपी के किसी भी हिस्से में किसी कोने में जाने के लिए ट्रेनों के संसाधन आसानी से मिल जाते हैं। यही नहीं मुलगसराय जीआरपी ने स्टेशन में तलाशी के दौरान कई बार अवैध असलहों के जखीरे, मादक पदार्थ, सोने और चांदी की खेप, और कई बाद करेंसी बरामद की है। बीते कुछ समय से ये नेटवर्क काम नहीं कर रहा था लेकिन इन दिनों फिर से सक्रिय हो चला है। मुगलसराय जीआरपी के प्रभारी निरीक्षण आरके सिंह के अनुसार की ट्रेनों में चेकिंग के दौरान इस कछुआ तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है।

 

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