मुख्यमंत्री योगी ने बनाया कीर्तिमान, 16 महीने में प्रदेश के सभी जिलों का किया दौरा

प्रदेश का दौरा हो या दफ्तर का काम, 24 में से 18 घंटे जुटे रहते हैं सीएम योगी

लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने नया रिकॉर्ड बनाया है. मात्र सोलह महीने के कार्यकाल में उन्होंने ना सिर्फ़ यूपी के सभी जिलों का दौरा किया बल्कि नॉएडा ना जाने का मिथक भी तोड़ा. योगी ने सभी 75 जिलों का दौरा किया और चार बार अलग परियोजना के लिए नॉएडा पहुँचे.

ये रिकार्ड अनूठा इस लिए भी है कि योगी आदित्यनाथ भाजपा के स्टार प्रचारक भी हैं. कई राज्यों के चुनाव के दौरान उन्हें चुनाव प्रचार के लिए वहाँ भी जाना पड़ा. कर्नाटक चुनाव के दौरान यूपी में आँधी तूफ़ान से जानमाल के नुक़सान पर विपक्ष ने योगी की आलोचना भी की थी, सपा ने तो यहाँ तक कहा था कि योगी का काम ही घूमते रहना है.

हाथरस का सोमवार को भ्रमण करने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी 75 जिलों का दौरा पूरा कर कीर्तिमान बनाया है। मात्र 16 माह के कार्यकाल में वे सभी जिलों का भ्रमण करने वाले प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री हैं।
दौरों में उन्होंने स्कूल, अस्पताल, धान, गेहूं व गन्ना क्रय केंद्रों के आकस्मिक निरीक्षण किए तो कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा भी की। साथ ही हजारों करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास भी किया।

योगी ने 19 मार्च 2017 को प्रदेश की बागडोर संभाली थी। इसके बाद उन्होंने एक-एक कर सभी जिलों का दौरा शुरू किया। वे पहले सीएम हैं जो गांव में रात्रि चौपाल में शामिल हुए, लोगों की समस्याएं सुनी और वहीं रात्रि विश्राम भी किया। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री के दौरे सिर्फ औपचारिकता नहीं रहे, कई जिलों में रात को रुककर वहां की जरूरतों को भी उन्होंने समझा।

कुछ जिलों का सीएम ने कई बार दौरा किया। वहां के महत्व के मुताबिक कार्यक्रमों की शुरूआत भी कराई। खास तौर पर पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विकास कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए वे कई बार गए।

नोएडा का मिथक भी तोड़ा

प्रदेश के सभी जिलों का दौरा करने के साथ ही सीएम ने नोएडा को लेकर उस मिथक को भी तोड़ा, जिसमें यह कहा जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री नोएडा जाता है, वह सत्ता में दोबारा नहीं लौटता है। इस मिथक के चलते कई मुख्यमंत्रियों ने सत्ता में रहते हुए नोएडा का कभी रुख नहीं किया। योगी दो-दो बार नोएडा जाकर विकास योजनाओं की शुरुआत की। हाल में वे नोएडा में पीएम के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

विकास कार्यों को मिली गति
माना जा रहा है कि सीएम के दौरों से जिलों में विकास कार्यों को जहां गति मिली है, वहीं जनता का फीडबैक भी आसानी से सरकार तक पहुंचा है। इसी तरह कानून-व्यवस्था में जहां सुधार हुआ है, वहीं सरकारी मशीनरी की कार्य संस्कृति में सुधार भी देखने को मिला है। सीएम ने हर दौरे में एक जिला-एक उत्पाद योजना को लेकर अधिकारियों से चर्चा की है।

सुबह चार बजे उठने वाले योगी के सरकारी कामकाज की शुरुआत सात बजे तक हो जाती है. जिलों का दौरा सुबह नौ बजे तक शुरू हो जाता है. लखनऊ रहने पर दस बजे तक दफ़्तर में बैठ जाते हैं और कई बार देर रात तक काम करते हैं. बताया जाता है कि योगी दिन में 18 घंटे तक काम करते हैं.

योगी आदित्यनाथ एक दिन में दो-दो जिलों में कार्यक्रम और समीक्षा बैठक निपटा देते हैं. इस कार्यकाल के दौरान योगी ने विदेश यात्रा भी कीं, कई जिलों का दौरा तो उन्होंने कई बार किया. इस दौरान उन्होंने कई जिलों और गाँवो में रात्रि प्रवास और सहभोज भी किया.

योगी ने पिछले साल 19 मार्च को सीएम पद की शपथ ली थी. तभी से वे लगातार प्रदेश के जिलों में घूम रहे हैं और प्रदेश के हाल को समझ रहे हैं. वे ना केवल मीटिंग करते हैं बल्कि अस्पताल और स्कूलों में भी जाते हैं. वे योजनाओं के लाभार्थियों से भी मिलते हैं.

 

 

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