मैनपुरी हिंसा में बेटा आरोपी, अरेस्ट करने गई पुलिस पर महिला पार्षद ने किया हमला
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में शुक्रवार को गाय काटने के शक में हुई हिंसा के मामले में आरोपियों को अरेस्ट करने गए पुलिस वालों पर हमला हुआ है। यह हमला महिला पार्षद की ओर से किया गया है। काजी वेस्ट वार्ड से पार्षद मालती के बेटे अवनीश उर्फ बिट्टू पर एक समुदाय के लोगों की दुकान जलाने का आरोप है। रविवार रात जब पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए पहुंची तो पार्षद ने बहू के साथ मिलकर हमला किया। दोनों को हिरासत में लिया गया, लेकिन बाद में छोड़ दिया गया।
अभी तक कितने की हुई गिरफ्तारी?
मैनपुरी के करहल कस्बे में हिंसा-आगजनी के मामले में रविवार को पुलिस ने 9 और लोगों को अरेस्ट किया है। इसमें मैनपुरी में बीजेपी के सिटी यूनिट राकेश चंदेल भी शामिल हैं। पकड़े गए लड़कों में से ज्यादातर की उम्र 18 से 25 साल के बीच है। वीडियो फुटेज के आधार पर पूरे मामले में अब तक 30 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। उन पर आईपीसी की धारा 307 (मर्डर की कोशिश), 148 (दंगा और हिंसा फैलाने), 353 (सरकारी कर्मचारी पर हमला करने या उसे उसकी ड्यूटी निभाने से रोकने के लिए), 436 (आगजनी और तोड़फोड़ करने) लगाया गया है।
बीजेपी यूपी चीफ ने क्या कहा?
बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि उनकी पार्टी चंदेल की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, “गोहत्या और हिंसा रोकने में पुलिस नाकाम रही है। इस विरोध प्रदर्शन के जरिए यूपी सरकार के प्रति जनता अपना गुस्सा जाहिर करेगी।”
बीजेपी के स्टेट प्रेसिडेंट लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि उनकी पार्टी चंदेल की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, “गोहत्या और हिंसा रोकने में पुलिस नाकाम रही है। इस विरोध प्रदर्शन के जरिए यूपी सरकार के प्रति जनता अपना गुस्सा जाहिर करेगी।”
क्या है मामला?
> घटना मैनपुरी जिले के करहल में नगरिया इलाके के मोहल्ला कुरैशियान में शुक्रवार को हुई। आरोप है कि यहां दो लोग देवी रोड के हैंडपंप के पास एक गाय की खाल उतार रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही एक कम्युनिटी के लोग भड़क गए। उन्होंने दोनों लोगों को जमकर पीट दिया। मौके पर भीड़ बढ़ने लगी और फिर बवाल शुरू हो गया।
>वहां पहुंची पुलिस ने जब दोनों लोगों को छुड़ाकर अस्पताल भिजवाया, तो भीड़ नाराज हो गई। भीड़ ने पुलिस की एक जीप में तोड़फोड़ के बाद उसे आग के हवाले कर दिया। इसके अलावा, इलाके की कई दुकानें भी जला दी।
>भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इससे लोग और भड़क गए। उन्होंने पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस ने फायरिंग की। भीड़ की ओर से भी फायरिंग की गई।
हिंसा में राइट विंग ग्रुप का हो सकता है हाथ
मैनपुरी हिंसा के मामले में पुलिस की शक की सुई कुछ दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ घूम गई है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। वारदात के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया है कि शुरुआती तौर पर दंगे भड़काने में कुछ दक्षिणपंथी संगठनों का हाथ नजर आता है। जांच की अगुआई कर रहे आगरा के डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया, ”जांच में एक नाम सामने आया है। वह शख्स एक दक्षिणपंथी संगठन से जुड़ा हुआ है। माना जा रहा है कि इस शख्स ने बेहद कम वक्त में बहुत बड़ी भीड़ इकट्ठी कर ली। उसका नाम भी एफआईआर में शामिल है। जांच चल रही है। जिन लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है, उनके खिलाफ जल्द ही हमारे पास ठोस सबूत होंगे। वे जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।”
मैनपुरी हिंसा के मामले में पुलिस की शक की सुई कुछ दक्षिणपंथी संगठनों की तरफ घूम गई है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। वारदात के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया है कि शुरुआती तौर पर दंगे भड़काने में कुछ दक्षिणपंथी संगठनों का हाथ नजर आता है। जांच की अगुआई कर रहे आगरा के डीआईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया, ”जांच में एक नाम सामने आया है। वह शख्स एक दक्षिणपंथी संगठन से जुड़ा हुआ है। माना जा रहा है कि इस शख्स ने बेहद कम वक्त में बहुत बड़ी भीड़ इकट्ठी कर ली। उसका नाम भी एफआईआर में शामिल है। जांच चल रही है। जिन लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है, उनके खिलाफ जल्द ही हमारे पास ठोस सबूत होंगे। वे जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।”
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