मोदी के आने से पहले पाक को अमेरिका ने कसा

o modiवॉशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात जून को अमेरिकी कांग्रेस के जॉइंट सेशन को संबोधित करेंगे। इससे पहले अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने बड़ा फैसला लेते हुए पाकिस्तान को मिलने वाली 450 मिलियन डॉलर की मदद को रोक दिया है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स का कहना है कि पाकिस्तान आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क की मदद कर रहा है और उसे खत्म करने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। इसी वक्त अमेरिका ने भारत को नेटो देशों की तर्ज पर डिफेंस डील में भारी छूट देने की घोषणा की है।

मोदी सात जून से दो दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंच रहे हैं। इसी दौरान वह अमेरिकी कांग्रेस की जॉइंट मीटिंग को संबोधित करेंगे और प्रेजिडेंट ओबामा से द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। दोनों नेताओं की बातचीत में डिफेंस, सिक्यॉरिटी और एनर्जी जैसे अहम मुद्दे होंगे। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान जा रहे हैं। इसके बाद वह चार जून को कतर जाएंगे और फिर अमेरिका के लिए रवाना हो जाएंगे।

बुधवार की रात अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने नैशनल डिफेंस अथॉराइजेशन ऐक्ट (एडीएए) 2017 एक द्विदलीय संशोधन बिल को पास कर दिया। इसका उद्येश्य भारत साथ रक्षा संबंधों को खास बनाना है। भारत को अमेरिका नेटो देशों की तर्ज पर डिफेंस उपकरण और टेक्नॉलजी का ट्रांसफर करेगा। इस मामले में सेक्रटरी ऑफ डिफेंस और सेक्रटरी ऑफ स्टेट संयुक्त रूप से वार्षिक आधार पर इस डील का मूल्यांकन करेंगे। मूल्यांकन में देखा जाएगा कि दोनों देशों का हित कितना सध रहा है।
दूसरी तरफ अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने पाकिस्तान पर शिकंजा कस दिया है। हाउस में 147 सदस्यों के मुकाबले पाकिस्तान के खिलाफ 277 सदस्यों ने वोट किया। अब पाकिस्तान को 450 मिलियन डॉलर की सहायता भेजने से पहले ओबामा प्रशासन को बताना होगा कि वह हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ क्या ठोस कर रहा है। इस्लामाबाद पर अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के फैसले पर भारत कोई भी टिप्पणी नहीं की।

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकवादी खुलेआम अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन आतंकवादियों पर इंटरनैशनल बैन है उनको भी पाकिस्तान अपनी जमीन मुहैया करा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रांत में पंजाब के कानून मंत्री ने इसे स्वीकार भी किया। स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान इन मसलों पर ईमानदारी से ध्यान दे।

विकास स्वरूप ने कहा कि 7-8 जून को मोदी की वॉशिंगटन यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में और गति आएगी। उन्होंने कहा कि इकॉनमी, एनर्जी, पर्यावरण, डिफेंस और सिक्यॉरिटी जैसे मसलों पर दोनों देशों के बीच बातचीत होगी। प्रधानमंत्री को यूएस हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के स्पीकर पॉल रेयान ने यूएस कांग्रेस को संबोधित करने खातिर आमंत्रित किया है। इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (19 जुलाई, 2005), अटल बिहारी वाजपेयी (14 सितंबर, 2000), पीवी नरसिम्हा राव (18 मई, 1994) और राजीव गांघी (13 जुलाई, 1985) यूएस कांग्रेस के जॉइंट सेशन को संबोधित कर चुके हैं। यूएस कांग्रेस की इंडिया-यूएस की रणनीतिक पार्टनरशिप में अहम भूमिका रही है।

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button