यूपी का याकूब व उसके साथी सबूतों के अभाव में बरी, 2007 में एसटीएफ ने किया था गिरफ्तार

hamarतहलका एक्सप्रेस प्रतिनिधि, लखनऊ। राजधानी में साल 2007 में एसटीएफ ने विस्फोटकों की एक बड़ी खेप के साथ याकूब, जलाउद्दीन और नौशाद को गिरफ्तार किया था। इनके पास से एसटीएफ को भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। इस मामले में गुरुवार को विशेष कोर्ट ने सबूतों के अभाव में तीनों आरोपियों को बरी कर दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोर्ट के समक्ष आरोप साबित करने के लिए साक्ष्य ही नहीं जुटा सकी, जिसके चलते सभी आरोपी बरी हो गए।
मिली जानकारी के मुताबिक़ तीनों आरोपियों पर विशेष कोर्ट मे लगभग आठ साल तक मुकदमा चलाया गया, जिसमें कई पेशी और बहसें होने के बाद भी पुलिस उन तीनों पर साक्ष्‍य पेश नहीं कर पाई। जिसके चलते साक्ष्‍यों के अभाव में गुरुवार को विशेष अदालत ने तीनों आरोपियों को बरी कर दिया। आप को बता दें कि जब एसटीएफ ने याकूब व उसके साथियों को अरेस्ट किया था, तो उनके पास से दो पैकेट आरडीएक्स, तीन टाइमर, तीन डेटोनेटर, एक बड़ा टाइमर बरामद हुआ था। पूछताछ में उसने बतया था कि उसने यहां सारा सामान सावन के दौरान सोमवार को होने वाली भीड़-भाड़ वाले स्थान पर विस्फोट करने के लिए इकट्ठा किया था। इन सभी को यूपी एसटीएफ और एटीएस ने लखनऊ के अलग-अलग इलाकों से 2007 में अरेस्ट किया था।

कोर्ट के इस फैसले के बाद सबसे बड़ा सवाल इस बात का खड़ा होता है कि जब एसटीएफ ने आरडीएक्‍स, डेटोनेटर और टाइमर के साथ इन तीनों को गिरफ्तार किया था तो यह चीजें गयी कहां, जिसे पुलिस कोर्ट में साबित नहीं कर सकी।

 

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