यूपी के मंत्री का विवादित बयान, पुलिस को बताया सरकारी लाइसेंस प्राप्त लुटेरा
तहलका एक्सप्रेस प्रतिनिधि, लखनऊ। यूपी के माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल ने उत्तर प्रदेश पुलिस को लेकर विवादित बयान दिया है| कन्नौज के इंदरगढ़ थाने में लगी चौपाल में एसपी, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल को बुलाना भूल गए तो मंत्री जी खुद आम नागरिक की तरह थाने पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने पुलिस को सरकारी लाइसेंस प्राप्त लुटेरा बता डाला| उन्होंने कहा कि पुलिस लुटेरों का संगठित समूह है, जिसके कारण जनता परेशान है।
दरअसल, जनता से मित्रवत व्यवहार बनाने के लिए एसपी के निर्देश पर इदंरगढ़ थाना परिसर में चौपाल लगाई गई थी। इसमें पुलिस कप्तान कलानिधि नैथानी भी मौजूद थे। इस चौपाल में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री विजय बहादुर पाल को नही बुलाया गया था| इस बात से नाराज होकर मंत्री अचानक वहां पहुंच गए| इसके कुछ देर बाद उन्हें सम्बोधन के लिए बुलाया गया। हाथ में माइक पकड़ते ही उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी। उन्होंने कहा कि थाने से चंद कदम पर उनका घर है और चौपाल की उन्हें सूचना ही नहीं दी गई। लोगों ने उनको जानकारी दी तो वे चले आए।
इस दौरान उन्होंने यूपी पुलिस पर अपना गुस्सा उतारते हुए कहा कि खाकी पहनने वाले गिरोह बनाकर काम कर रहे हैं| कार्यवाई करने के बजाय वो कुछ रुपये की खातिर सब भूल जाते हैं| हालांकि यह पहला मौका नही है जब वह विजय बहादुर पाल अपने विवादित बयान के कारण सुर्ख़ियों में अायें हों| इसके पहले यूपी की राजधानी लखनऊ में एक विवादित बयान दिया था| लखनऊ में एक समारोह में आईसीएसई के मेधावी छात्रों को पुरस्कार वितरण के दौरान मंत्री विजय बहादुर पाल ने छात्रों से कहा था कि अगर तुम सब राम का नाम भजोगे तो बर्बाद हो जाओगे।
पाल ने कहा, “सुनो मेरी बात, अगर तुम चिल्लाए बार-बार राम का नाम, तो हो जाएगा काम तमाम।” उन्होंने कहा कि अगर तुम सब दकियानूसी बातों में पड़ जाओगे तो फिर बेकार हो जाओगे। किसी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जो ‘मन की बात ‘ करते हैं उनको कम से कम दिमाग से बोलना चाहिए। पाल ने ये बातें सीएम अखिलेश यादव, 5 अन्य मंत्रियों और अफसरों की मौजूदगी में कही थी।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :
कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:
हमें ईमेल करें : [email protected]