राहुल गांधी/कांग्रेस को सपा का ‘जोर का झटका धीरे से’, नेताजी हो सकते है PM पद के दावेदार

लखनऊ। यूपी से समाजवादी पार्टी के दम पर अहंकार भरने वाली कांग्रेस पार्टी और उसके स्वंम भू प्रधान मंत्री  पद  की लालसा रखने वाले  पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को समाजवादी पार्टी  ने जोर का झटका धीरे से दे दिया है। मुलायम सिंह की प्रधान मंत्री के पद पर दावेदारी की संभावनाएं व्यक्त करते हुए ही कांग्रेस के अहंकार का गुब्बारा फुस्स हो गया है।

मालूम हो कि 2017 में हुये यूपी विधान सभा चुनाव में राहुल गांधी को साथ लेने से अखिलेश यादव को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। कांग्रेस की यूपी में इतनी खराब हालत थी इस बात का अंदाज़ा समाजवादी पार्टी के पुराने सभी नेताओं को था पर अखिलेश के आगे उस समय किसी की नही चली। हालात इतने ख़राब थे कि पूरा यादव परिवार ही चुनाव में बिखर गया। गोराखपयर और फ़ूलपुर चुनावो में भी कांग्रेस की जमानत जब्त हो चुकी है। अमेठी और रायबरेली की सींटे भी बचा पाना कांग्रेस के लिए अब टेढ़ी खीर होंगी।

आपको बता दे कि पश्चिम बंगाल से ममता बनर्जी राहुल का विरोध कर रही है। कर्नाटक में  भाजपा सरकार न बनने की दशा में कांग्रेस जश्न मना रही है, वहां से एचडी देवगौड़ा को प्रधान मंत्री के पद का दावेदार माना जा रहा है  नीतीश कुमार व अन्य क्षेत्रीय पार्टिया भी खुलकर कांग्रेस का साथ देने  के लिए अभीतक आगे नही आई है। शरद पवार भी राहुल के स्वंम पीएम बनने की घोषणा से संतुष्ट नही  थे। हां, मुलायम सिंह यादव के पक्ष में लालू यादव सहित कई नेता आ सकते है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी की निकट काल मे सर्वाधिक पसंद की जाने वाली प्रदेश अध्य्क्ष रीता बहुगुणा द्वारा कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के बाद से ही प्रदेश में  कांग्रेस अंत प्रारम्भ हो गया था।रही सही कसर नए प्रदेश अध्य्क्ष राज बब्बर के आने से खत्म हो गई। राहुल की सपा से दोस्ती राज को कैसे सहनी पड़ रही थी, राज बब्बर  ही बता सकते है।

कल स्वम पूर्व मुख्य मंत्री और सपा अध्य्क्ष अखिलेश यादव ने बार बार राहुल को लेकर पूछे जाने वाले प्रश्नों के सम्बंध में स्पष्ट कर दिया कि 2019 का लोकसभा चुनाव सभी विपक्षी दल मिलकर लड़ेंगे और सर्वमान्य नेता ही इनका मुखिया होंगा। अखिलेश ने खुले दिल से स्पष्ट कर दिया कि वह नेताजी मुलायम सिंह यादव भी हो सकते है। अखिलेश यादव ने एक बार फिर स्पष्ट किया कि नेताजी अर्थात मुलायम सिंह यादव किसानों के नेता है और बिना किसान विकास नही हो सकता। आपको बता दे कि मुलायम सिंह यादव की प्रदेश में अच्छी ख्याति है और अब जब सपा से और बसपा दुश्मनी छोड़कर दोस्त हो चुके है तो मुलायम की स्थिति और मजबूत होगी।आपको बता दे कि अभी बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रधान मंत्री पद की दावेदारी घोषित नही की है, जबकि उनका साथ कई क्षेत्रीय पार्टिया देने को तैयार हो सकती है।

भाजपा सरकार को झूठो की पार्टी बताते हुए अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार को आये लगभग एक साल हो चुका है पर एक भी काम नही किया। उन्होंने कहा किसान आत्म हत्या कर रहे है, बच्चो को कुत्ते नोच नोच कर खा रहे है, रेलवे क्रासिंग से बच्चो की जान जा रही है , और सरकार हर मोर्चे पर विफल है।

 

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