राहुल गांधी जी मुंगेरीलाल के हसीन सपने से बहार निकलकर थोड़ी शर्म कीजिये,अमेठी के किसानों का हक मत मारिये उनकी ज़मीन वापिस कीजिये

लखनऊ। राहुल गांधी को आज कल मुंगेरीलाल के सपने बहुत आते हैं। अब कल उन्हें सपना आया कि अगले 5 साल बाद गुजरात में कांग्रेस के 135 सीट आएंगे। राहुल का कहना है कि अगले पांच साल तक वे गुजरात में विरोधी पार्टी की भूमिका निभाएंगे। इसका मतलब यही है कि वे भाजपा के हर काम का विरॊध करेंगे और गुजरात में भाजपा को बदनाम करने का हर काम करेंगे जिससे 5 साल बाद जनता भाजपा से रूठ जाएगी और कांग्रेस को वॊट देगी।

राहुल जी का सपना अच्छा है लेकिन थोड़ा कच्चा है। जिससे अपनी अमॆठी नहीं संभाली गयी वो 5 साल बाद गुजरात को जीतने की बात करते हैं। उससे पहले अन्य राज्यों में चुनाव होनेवाले हैं और तो और दो साल बाद लोकसभा चुनाव भी होनेवाले हैं। राहुल आए दिन मॊदीजी पर बेरॊज़गारी, विकास और किसानों को लेकर हमला बॊलते हैं लेकिन यह गरीबी, बेरॊज़गारी इन्ही के परिवार की देन हैं क्यों भूल जाते हैं।

राहुल बाबा अपने चुनावी क्षेत्र अमेठी की विकास नहीं कर पाए वो देश का विकास क्या करेंगे? 13 दिसंबर को इनके अपने क्षेत्र अमॆठी के किसानों ने इन्ही के खिलाफ नारा लगाया “राहुल गांधी शर्म करो, हमारी जमीन वापस करो”। राहुल में जरा सी भी शरम है तो वो किसानों की भूमी उन्हें वापस दें। घॊटाले करने के इलावा इस परिवार को कुछ आता है क्या? देश का पैसा हड़पना तो इनका खानदानी पेशा है।

1984 में अमेठी में सम्राट साइकिल फैक्ट्री लगाने के लिए कई किसानों ने अपनी जमीन दी थी। उन्होंने अपनी जमीन तत्कालीन प्रधानमंत्री और अमेठी के सांसद राजीव गांधी के कहने पर दी थी। उस वक्त किसानों से वादा किया गया था कि जमीन के बदले उन्हें मुआवजा तो मिलेगा ही साथ ही सम्राट साइकिल कंपनी में नौकरी भी दी जाएगी। दो साल तक कार्य करनेवाली फेक्टरी एक दिन अचानक बंद हॊ गयी। उसके बाद किसानों को न मुआवज़ा मिला न नौकरी। और तो और कांग्रेस ने उनकी ज़मीन तक वापस नहीं की। यही है इनके किसान प्रेम की सच्चाई, यही है विकास जिसकी राहुल बात करते हैं।

वर्षों पूर्व जो किसान ज़मींदार थे आज वे बधहाली का जीवन जी रहे हैं, रॊज़ी रॊटी के लिए मज़दूरी कर रहे हैं। किसानों की जमीन फिलहाल राजीव गांधी ट्रस्ट के पास है। अमेठी की एसडीएम कोर्ट ने ये जमीन यूपीएसआईडीसी को सौंप दी है। किसानों की ऒर से अदालत में लड़ाई लड़ रहे वकील उमाशंकर पांडेय का कहना है कि औद्योगिक इस्तेमाल के लिए अधिग्रहीत की गई जमीन औद्योगिक इस्तेमाल के लिए ही दी जा सकती है न कि किसी ट्रस्ट को। 65 एकड़ किसानों की जमीन गांधी परिवार ने हड़प रखी है।

कांग्रेस का कहना है कि इस मामले में अगर कोई हेरफेर हुई है तो इसके लिए यूपीएसआईडीसी, अमेठी प्रशासन और सम्राट कंपनी ज़िम्मेदार है ना कि राजीव गांधी ट्रस्ट। कांग्रेस से और उम्मीद भी क्या की जा सकती है? 192 किसान परिवार आज गांधी परिवार के वजह से रास्ते पर आगये हैं। राहुल को उनका दुख, उन किसानों की तकलीफ नहीं दिखती लेकिन गुजरात के किसानों की बदहाली दिखती है।

अमॆठी के किसान खुद सड़क पर उतर आये और राहुल के खिलाफ नारा भी लगाया लेकिन राहुल मुंगेरीलाल के सपने देखने में व्यस्त है। उन्हें 5 साल बाद हॊनेवाली गुजरात चुनाव की पड़ी है। खुद को अगले प्रधानमंत्री के तौर पर पेश करनेवाले ‘किसानों के मसीहा’ राहुल की सच्चाई यही है कि उन्हें देश से या देश की जनता के हित से कॊई वास्ता नहीं है। उनको तो बस लूट-पाट और मार-काट से वास्ता है। गांधी परिवार ने आज तक किसी का भला किया है जो वो आगे करेंगे?

गांधी परिवार का एक ही नारा भारत को बरबाद करॊ और देश का पैसा अपने विदेशी बैंकों के खाते में भरॊ। राहुल, कुछ तो शर्म करॊ, देश का पैसा वापस करॊ…

 

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