लखनऊ : लाइन लॉस कैसे होगा कम, जब एसी चेम्बर में बैठकर बनेगी रणनीति

लखनऊ lucknow। एक तरफ ऊर्जा मंत्री (Energy Minister) लाइनलॉस कम करने के लिये अधिकारियों को निर्देश दे रहे है। वही दूसरी तरफ अधिकारी अपने एसी कमरों में बैठ कर केवल चर्चा करने में लगे है। अपने ही क्षेत्र में हो रही बिजली की चोरी को रोक पाने में अक्षम साबित हो रहे है।

अमीनाबाद उप-खण्ड क्षेत्र के अन्र्तगत ही चरस मण्डी, फतेहगंज, हरी नगर, दुगांवा में ही अधिकारी और कर्मचारी अपने क्षेत्र की बिजली (electricity) की चोरी नहीं रोक पा रहे है। गलियों वाले इलाके में जमकर बिजली की चोरी हो रही है। इससे विभाग को करोड़ों रूपयों का चूना प्रतिमाह लग रहा है। एक एक घर में मात्र दो किलोवाट के कनेक्शन पर दो से तीन एसी चल रहे है। कर्मचारियों की जानकारी में सब है परन्तु कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। कर्मचारियों की मिली-भगत से ही विभाग को प्रतिमाह चूना लग रहा है।

सैकड़ों घरों में अभी भी अन्दर ही लगे है मीटर

क्षेत्र में बाहर मीटर लगाने के आदेश के बाद भी अभी तक सैकड़ों घरों में मीटर अन्दर ही लगे हुये है। लोगों ने अपने घरों के अन्दर मीटर के पास कट लगा रखे है। जिससे बाईपास से जमकर बिजली चोरी हो रही है। लॉकडाउन के पूर्व बिजली की चोरी की खबर अखबार में लगने के बाद सुबह के समय छापे पड़़े भी थें। इस दौरान एक दर्जन घरों में चोरी पकड़ी भी गयी थी।

बिजली चोरी का बड़ा खेल सामने आ सकता है

परन्तु अब फिर पहले जैसी ही बिजली  की चोरी हो रही है। विभाग के अभियन्ता अपने कमरों में ही बैठे रहते है। जब कभी निकलते है तो कर्मचारी पहले ही खबरदार कर देते है और लोग अपनी कटिया हटा लेते है। विभाग के ़क्षेत्रीय अधिकारी और कर्मचारी केवल अपने ही क्षेत्र में ईमानदारी से घर-घर में मीटर के तारों की चेकिंग करें तो बिजली चोरी का बड़ा खेल सामने आ सकता है।

ईमानदार विद्युत उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है

बिजली की चोरी से हो रहे घाटे को पूरा करने के लिये ही विभाग को बिजली के दाम बढ़ाने पर मजबूर होना पड़़ रहा है। जिसका खामियाजा ईमानदार विद्युत उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है। अधिकारी पहले बिजली की चोरी को रोके ताकि बिजली विभाग के लिये बने थानों का पूरा इस्तेमाल हो सके।

 

 

 

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