लोक भारती का संकल्प  – ‘‘2020 तक गोमती मइया सुजला-सजला हो’’ 

गुलाला शवदाह घाट पर ‘‘हलमा कार्यक्रम’’ का आयोजन किया जायेगा

गोमती मित्रा मण्डलों की ‘‘गोमती संवाद’’ कार्यशाला का होगा आयोजन

लखनऊ। लोक भारती ने 2020 तक गोमती को सुजला-सजला बनाने के उस संकल्प का पुर्नस्मारण किया, जो उसने 2010 में गोमती संरक्षण अभियान प्रारम्भ करते हुए व्यक्त किया था और उसे पूरा करने हेतु आगामी सघन योजना भी बनाई। 2020 से पूर्व ही गोमती में  पर्याप्त जल रहे, इस हेतु तात्कालिक प्रबन्ध के अन्र्तगत शारदा से गोमती को जल देने तथा दीर्घकालिक परिणाम हेतु भूजल स्तर बढ़ाने के लिए जोे कार्य आवश्यक होगे, इसके लिए लोकभारती कृत संकल्पित है।

लोक भारती द्वारा गोमती संरक्षण हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन लोक भारती कार्यालय, हजरतगंज में किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नदियों के पुर्नजीवन के लिए 10 मार्च को पीलीभीत से ‘‘गोमती संरक्षण अभियान’’ प्रारम्भ किए जाने का स्वागत किया गया। स्मरणीय है कि लोकभारती प्रतिनिधि मण्ड़ल द्वारा 29 जनवरी, 2018 को गोमती संरक्षण सम्बन्धी विषय को सिंचाई मंत्री को अवगत कराया था।

लोक भारती के सम्पर्क प्रमुख श्रीकृष्ण चौधरी ने बताया कि गोमती संरक्षण हेतु विभिन्न योजनाएं बनायीं गयी।

उन्होंने बताया कि गोमती तटवर्ती क्षेत्र में 7 मार्च से एक माह तक गोमती संरक्षण में सामाजिक सहभागिता हेतु जागरूकता अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है, जिसमें पंजाब की 160 किमी की कालीबेई नदी को पुनजीर्वित करने वाले सन्त बलवीर सिंह सींचेवाल की उपस्थिति रहेगी। सन्त सींचेवाल जी के कार्यक्रम पीलीभीत, शाहजहांपुर और लखीमपुर जिले में गोमती के किनारे स्थित गुरूद्वारों में विशेष रूप से आयोजित होगे।

श्री चौधरी ने कहा कि लखनऊ में 28 अप्रैल को जनसहभागिता हेतु कुड़ियाघाट के आगे गोमती तट पर स्थित गुलेला शवदाह घाट पर ‘‘हलमा कार्यक्रम’’ का आयोजन किया जायेगा। जिसमें हजारों लोगों द्वारा श्रमदान करके घाट की सफाई, शवदाह सम्बन्धी अपशिष्ट के विसर्जन हेतु कुण्ड का निर्माण तथा नदी क्षेत्र के अतिक्रमण मुक्ति हेतु कार्य किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल, 2018 को लखनऊ गोमती तट पर स्थित रामानन्द आश्रम में महन्थ रामसेवक दास जी के नेतृत्व में गोमती तटवर्ती आस्था केन्द्रों के प्रमुख, कालेजों के प्रमुख, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख तथा गोमती मित्रा मण्डलों के कार्यकर्ताओं की ‘‘गोमती संवाद’’ कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। मई-जून, 2018 में गोमती जलग्रहण क्षेत्र के तालाबों की खुदाई, सफाई तथा गोमती की सहायाक छोटी नदियों व जल बहाव क्षेत्र में चेकडैम बनाने एवं वर्षा जल संचयन हेतु ट्रंच खुदाई का कार्य सामाजिक सहभाग से किया जायेगा।

जून माह में गौ आधारित प्राकृतिक खेती के लिए गोमती तटवर्ती 10 स्थानों पर किसानों के प्रशिक्षण शिविरों के आयोजन किए जायेंगे, जुलाई-अगस्त माह में गोमती हरित पट्टी विकास हेतु एक लाख वृक्षारोपण किया जायेगा, जिसमें ग्राम सभाओं एवं निकटवर्ती कालेजों का सहयोग लिया जायेगा।

बैठक लोक भारती के संगठनमन्त्री ब्रजेन्द्र पाल सिंह के नेत्त्व में प्रारम्भ हुई, जिसमें लोक भारती अध्यक्ष विश्वनाथ खेमका, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं जल गुरू महेन्द्र मोदी, एस.आर. ग्रुप के प्रबन्धक पवन कुमार सिंह चैहान, गोमती अलख यात्रा के प्रमुख कैप्टन सुभाष ओझा एडवोकेट गौ आधारित प्राकृतिक खेती के संयोजक गोपाल उपाध्याय, गोमती संरक्षण अभियान के संयोजक शेखर त्रिपाठी, गोमती समग्र के प्रभारी विन्ध्यवासिनी कुमार तथा समिति के अन्य सदस्यों में राजेश सड़ाना, इन्जीनियर सतीश श्रीवास्तव, धर्मेंन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह, मदन भार्गव, मीड़िया प्रमुख डा0 नवीन सक्सेना, गोमती बाबा महन्थ रामसेवक दास, सुनील चैबे, लोक भारती के सम्पर्क प्रमुख श्रीकृष्ण चैधरी सहित दो दर्जन से अधिक प्रमुख कार्यकर्ताओं की भागीदारी रही।

 

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