वाराणसी: गैंगरेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज

वाराणसी। रेप के आरोप में जेल में बंद पूर्व मंत्री गायत्री प्रजपति की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं. वाराणसी के दशाश्वमेध थाने में गायत्री के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हुआ है. उन पर एक स्थानीय ठेकेदार ने कमिशन के लिए धमकी देने का आरोप लगाया गया है. मामला 2014 में जारी हुए खनन के ठेके से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. ठेकेदार अरविंद तिवारी के मुताबिक उन्हें लखनऊ जेल से गायत्री प्रजापति ने कॉल करके धमकाया और लखनऊ जेल आकर मिलने को कहा है.

बालू ठेके के टेंडर का कमीशन पहुंचाने के लिए धमकी दी गई

दशाश्वमेध थानाक्षेत्र के जंगमबाड़ी इलाके के रहने वाले ठेकेदार अरविंद तिवारी ने पुलिस को दी गई अपनी तहरीर में कहा है कि उन्हें बालू ठेके के टेंडर का कमीशन पहुंचाने के लिए धमकी दी गई. उनके मुताबिक़ उन्हें बीती नौ जून को एक कॉल आई थी. कॉल करने वाले ने अपने आपको पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति बताया. कॉल करने वाले शख्स ने अरविंद को साल 2014 में एलॉट हुए खनन के ठेके का कमिशन अभी तक न देने के लिए धमकाया. इसके लिए अरविंद को तुरंत लखनऊ जेल पहुंचकर गायत्री प्रसाद प्रजापति से मिलने के लिए धमकाया गया. जब ठेकेदार ने कहा कि टेंडर एलॉट होने के बाद भी नई खनन नीति के चलते निरस्त हो गया था, इस पर धमकी देने वाले ने कहा कि जल्द इसका नतीजा भी सामने आ जाएगा.

गायत्री प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज
ठेकेदार अरविंद तिवारी के मुताबिक़ इस धमकी भरी कॉल के बाद से ही उनका परिवार काफी सदमे में है. उनका कहना है कि उन्होंने इस मामले की जानकारी दशाश्वमेध थाने को दी, लेकिन थाने पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद वे वाराणसी रेंज के आईजी विजय सिंह मीणा से मिले. आईजी के निर्देश पर थाने ने शनिवार को मुकदमा दर्ज कर लिया गया. इस बारे में इंस्पेक्टर दशाश्वमेध राघवेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि ठेकेदार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आगे की कार्रवाई जांच के बाद की जाएगी. पुलिस ने उस नम्बर को भी इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर लगा दिया है, जिससे धमकी भरी कॉल किए जाने का आरोप है. वहीँ इस मामले में एसपी सिटी दिनेश सिंह का कहना है कि ठेकेदार अरविन्द तिवारी की शिकायत मिलने के बाद गायत्री प्रजापति के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है. जांच की जा रही है, जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

मुलायम सिंह यादव गायत्री से मिलने लखनऊ जेल भी गए थे
बता दें कि साल 2017 में 18 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके छह अन्य साथियों पर राजधानी लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में गैंगरेप, जानमाल की धमकी और पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था. इस मामले में एक महिला ने गायत्री प्रजापति और उनके साथियों पर गैंगेरप का आरोप लगाया था. पीड़िता के अनुसार गायत्री और उनके साथियों ने उसकी नाबालिग बेटी के साथ भी दुष्कर्म का प्रयास किया था. जांच के दौरान पुलिस ने पुख्ता सबूतों के मिलने के बाद गायत्री समेत सभी आरोपितों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था. मामला ठीक विधानसभा चुनावों के पहले उछलने के चलते बीजेपी ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया और भुनाया भी था. गायत्री प्रसाद प्रजापति समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के चहेतों में से एक माने जाते हैं. मुलायम सिंह यादव गायत्री से मिलने लखनऊ जेल भी गए थे.

 

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