सहारनपुर संघर्ष: आज दिल्ली में जुटेंगे हजारों दलित, पुलिस से हो सकता है टकराव

लखनऊ/नई दिल्ली। पिछले दिनों सहारनपुर में हुई जातिगत हिंसा के विरोध में दलित कार्यकर्ता रविवार को जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन करेंगे। हालांकि दिल्ली पुलिस ने दलित कार्यकर्ताओं को प्रदर्शन करने की अनुमति शनिवार रात तक नहीं दी है। दलित और ठाकुरों के बीच हिंसा की शुरुआत बाबा साहब आंबेडकर की जयंती से हुई थी।

सहारनपुर से शुरू हुई विरोध-प्रदर्शन की यह आग इस बार थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा के बाद दलित कार्यकर्ता पिछले एक महीने से दिल्ली में प्रदर्शन करने की योजना बना रहे थे। रविवार को जंतर-मंतर में होने वाले प्रर्दशन को हाल ही में चर्चा में आए और यूपी में दलित नेतृत्व का नया चेहरा बने भीम आर्मी लीडर चंद्रशेखर भी संबोधित करेंगे। बता दें कि 2015 में गुजरात के ऊना में दलित युवकों की पिटाई के बाद भी ‘दलित आंदोलन’ ने रफ्तार पकड़ी थी लेकिन वह कुछ ही दिनों में ही ठंडा पड़ गया था।

इस विरोध-प्रदर्शन में जेएनयू के छात्र नेता कन्हैया कुमार, दलित कार्यकर्ता जिग्नेश मेवानी (गुजरात) और राम कुमार (यूपी) के साथ-साथ कई मुस्लिम नेता भी शामिल होंगे। दलित कार्यकर्ता अशोक भारती ने कहा, ‘अब सरकार दलितों को उनके शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने और अपनी मांगों को प्रशासन के सामने रखने के अधिकार से भी वंचित कर रही है। हम कल (रविवार) हर हालत में जंतर-मंतर पहुंचेंगे अगर हमें रोका गया तो हम जल्द ही बड़ी रैली करेंगे।’

दिल्ली में रैली करने की योजना करीब 10 दिन पहले ही तैयार की गई है इसीलिए राज्य स्तर पर इसे प्रचारित करने की जगह सोशल मीडिया के जरिए जनता को इकठ्ठा करने की कोशिश की गई है। भारती ने बताया, ‘यह हमारे लिए भी एक परीक्षा है कि लोग सोशल मीडिया के जरिए बुलाने पर आते हैं और दलित पर हाल ही में हुए हमलों के विरोध में प्रदर्शन करते हैं।’ रैली के लिए भले ही पुलिस की अनुमति न मिली हो लेकिन करीब 50 हजार लोगों के आने की संभावना है।

भीम आर्मी लीडर और 9 मई को सहारनपुर में पुलिस और दलितों के बीच हुई झड़प में वांछित चंद्रशेखर आजाद ने एक विडियो मैसेज रिलीज कर सभी वकीलों और आंबेडकर की विचारधारा में विश्वास रखने वालों को इस रैली में शामिल होने का न्योता दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, 50 हजार से ज्यादा लोगों के शामिल होने की अनुमति मांगी गई है लेकिन इससे काफी ज्यादा लोग भी शामिल हो सकते हैं।

नई दिल्ली के डेप्युटी कमिश्नर बीके सिंह ने एक पत्र के जरिए बताया कि प्रदर्शन की अनुमति न मिलने के बावजूद 50 हजार से ज्यादा लोगों के शामिल होने की आशंका है। भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रत्न सिंह ने फोन पर बताया, ‘हम से कई भीड़ को इकठ्ठा करने के लिए नहीं निकल पाए क्योंकि पुलिस हमें ट्रैक कर रही है लेकिन हमारा काडर यह काम कर रहा है। सहारनपुर में दलितों पर हुए अत्याचार के बाद हजारों लोग हमारे समर्थन में हैं।’

 

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