सावन के पहले सोमवार पर यूपी में झमाझम बरसात, लखनऊ में मंत्री आवास में घुसा पानी

लखनऊ। सावन माह की शुरुआत के ही दिन आगाज करने वाले बादल आज उत्तर प्रदेश में सावन के पहले सोमवार को झमाझम बरसे। राजधानी लखनऊ के साथ ही पास के जिलों तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में करीब तीन घंटा लगातार पानी बरसने से सभी सराबोर हो गए। लखनऊ में मंत्रियों के आवास में पानी घुस गया।

तीन घंटे की बारिश से लखनऊ बना तालाब
दो दिन पहले ही लखनऊ को स्मार्ट सिटी बनाने पर बड़ा मंथन हुआ था। प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री समेत सभी प्रमुख लोग उसमे जुटे थे लेकिन सोमवार सुबह तीन घंटे हुई तेज बारिश ने सारी हकीकत सामने रख दी। चोक पड़े नालों से राजधानी की सड़कें तलैया बन गई। वीआईपी सड़कों पर इतना अधिक पानी था कि वाहन उसमे डूबे नजर रहे थे। बारिश को लेकर नगर निगम की तैयारी में भारी छेद नजर आ रहा था, जबकि नाला सफाई में नौ करोड़ खर्च की तैयारी है। कागजों में ही सफाई के खेल से ही तेज बारिश का पानी नालों में नहीं जा सका। नाले ऊपर तक गंदगी से भरे थे और पार्षद लगातार यह आरोप लगा रहे थे कि नालों की सफाई नहीं हो रही है और इसका असर शहर पर दिखाई पड़ेगा।

गोमतीनगर जैसे पॉश इलाकों में घुटनों से ऊपर तक पानी था। यहां मेट्रो रेल के दफ्तर के बाहर गाडिय़ां डूबी नजर आ रही थी। वीआइपी मार्ग लोहिया पथ पर भी नदी जैसा नजारा था तो कालिदास मार्ग, गौतम पल्ली और माल एवेन्यू की सड़क पर पानी भरा था। पुराने शहर से जुड़े मोहल्लों और अनियोजित इलाकों का तो बुरा हाल था। फैजुल्लागंज, पारा, इस्माइलगंज, सुरेंद्र नगर, तेलीबाग समेत अन्य इलाकों में इतना भारी भर गया था कि लोगों को ऊपरी मंजिल पर जाना पड़ा।

इंदिरानगर, सीतापुर रोड समेत शहर के कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया था। ऐसे में लोगो को सामान समेटना पड़ा। पानी में कीड़े व अन्य जीव दिखने के कारण इंदिरानगर निवासी डीपी मिश्र के परिवार ने पहली मंजिल में शरण ली। ऐसा ही हाल सीतापुर रोड योजना में एलडीए की आइडियल कालोनी निवासी सुदर्मा सिंह के परिवार को भी करना पड़ा। हाल यह रहा कि गोमतीनगर के लोहिया अस्पताल में भी बारिश का पानी भरने से मरीजों को परेशानी हुई।

सड़कें भी धंस गई 
जिस बापू भवन में बैठकर अधिकारी प्रदेश के लिए योजना बनाते हैं, उसके सामने की सड़क ही धंस गई। कुछ दिन पहले ही किसी कंपनी ने केबल डालने के लिए सड़क खोदी थी लेकिन बाद में लोकनिर्माण विभाग ने उसकी ठीक से मरम्मत नहीं की थी और वह धंस गई। लोकनिर्माण विभाग का कोई अभियंता भी मौके पर नहीं पहुंचा और मेट ने वहां मिट्टी से भराई करा दी। इसी तरह गोमतीनगर विश्वास खंड में 3/157 के सामने भी सड़क धंस गई।

कई जगह पेड़ गिरे 
गोमतीनगर विशाल खंड चार, बैडमिंटन अकादमी, अलीगंज की शेखपुरा कालोनी समेत शहर के कई इलाकों में पेड़ गिरने की सूचना नगर निगम के कंट्रोल रूम में पहुंची।  तेज बारिश से गोमती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। गऊघाट पंम्पिंग स्टेशन के पास समुद्र तल से 106.58 मीटर हो गया था, जो पिछले की तुलना में अधिक था। सिंचाई विभाग ने गोमती बैराज के दस में चार गेटों को खोल दिया है, जिससे पानी का बहाव बना रहे।

आज की इस बारिश से जहां आम आदमी परेशान है वहीं नेता भी अछूते नहीं हैं। लखनऊ में कालिदास मार्ग, विक्रमादित्य मार्ग और गौतम पल्ली इलाके में कई मंत्रियों के घर में बारिश के बाद पानी भर गया। राजधानी में नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के साथ ही कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और राज्य मंत्री सुरेश राणा व जय कुमार सिंह जैकी के घर पानी भर गया। जेल राज्य मंत्री के सरकारी आवास में पानी भर गया। मंत्री घर के चौखट पर पानी कम होने का इंतजार करने लगे। इस बारिश से मंत्री नेताओं के घर भी डूब गए हैं। यहां पर तो आज वीआईपी आवास किसी तालाब के जैसे लग रहे थे। लखनऊ के साथ आसपास के जिलों से भी जलभराव की खबरें सामने आई हैं।

मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार, दिन में रुक-रुककर तेज बारिश होती रहेगी। 48 घंटों के दौरान लखनऊ एवं पूर्वांचल के कई जिलों में भारी बारिश होगी। इससे तापमान में कमी दर्ज की जाएगी। मानसून पूरी तरह से यूपी में पहुंच चुका है। इसका असर दिखाई देगा। अगले सप्ताह के अंत तक अच्छी बारिश होने की पूरी संभावना है।

इस बीच भारी बारिश की वजह से रेल एवं हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ा है। बारिश की वजह से कई रेलगाडिय़ां अपने नियत समय से देरी से चल रही हैं। हवाई यातायात पर भी भारी बारिश का असर देखा जा रहा है। लखनऊ एयरपोर्ट के अधिकारियों के मुताबिक, बारिश की वजह से कई उड़ानों के समय में बदलाव किया गया है। कई उड़ानें रद की गई हैं, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है। प्रदेश में बारिश के चलते अभी तक 58 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं यातायात सेवाओं का हाल भी बुरा है।

मैनपुरी में भी कल देर रात से आज तक हुई बारिश ने कहर बरपाया। दो घंटे तक मूसलाधार बरसने के बाद रफ्तार थोड़ी कम हुई। इसके बाद से अब तक बारिश जारी है। जगह जगह जलभराव, पेड़ गिरे। जिले ज्यादतर इलाकों की बिजली गुल। आगरा रोड पर कंजाहार बिघरई के बीच मे कई पेड़ टूटकर गिरने से रास्ता बंद, रोड पर लगा जाम। बिघरई में कई बीघा फसल डूबी। कुरावली के मुहल्ला फरदखाना में मकानों के ऊपर गिरा पेड़, मुहल्ला कानूनगोयान में कई मकान में दरार पड़ गई।

 

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