सिपाही भर्ती परीक्षा के पहले दिन बेहद सख्ती, DGP डीजीपी ओपी सिंह ने किया औचक निरीक्षण

खनऊ सहित प्रदेश के सभी केंद्रों पर सतर्कता बरती जा रही है। इस परीक्षा का आजमगढ़ में पेपर आउट होने की आशंका के बीच में सभी केंद्र पर परीक्षा संचालन समिति की पैनी नजर है।

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती की दो दिनी लिखित परीक्षा के पहले दिन आज प्रदेश के सभी केंद्रों पर भारी भीड़ है। लखनऊ सहित प्रदेश के सभी केंद्रों पर सतर्कता बरती जा रही है। इस परीक्षा का आजमगढ़ में पेपर आउट होने की आशंका के बीच में सभी केंद्र पर परीक्षा संचालन समिति की पैनी नजर है।

लखनऊ, आगरा, मेरठ, इलाहाबाद, कानपुर, बरेली, गोरखपुर सहित सभी परीक्षा केंद्रों पर आज सुबह से ही काफी मुस्तैदी है। कड़े परीक्षण के बाद ही अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जा रहा है। प्रदेश के 56 जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। 41, 520 पदों पर सिपाहियों की लिखित परीक्षा 18 और 19 जून को 56 जिलों में आयोजित हो रही है। करीब 22.67 लाख अभ्यर्थी 56 जिलों में बने 860 परीक्षा केंद्र में दो पालियों में लिखित परीक्षा देंगे। दो दिनों तक चलने वाली परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए जांच एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है।

डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने इसके लिए कई दौर की मीटिंग की। परीक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर पहली बार अभ्यर्थियों के बायोमीट्रिक हाजिरी और बारकोड व्यवस्था लागू की गई है। अभ्यर्थी अपने साथ जूता, टोपी, गैजेट किसी भी तरह की चींजे नहीं ले जा पाएंगे।परीक्षा के लिए 56 जिलों में 860 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया गया है। एक कमरे में 24 अभ्यार्थी बैठे हैं। निगरानी करने वाले दल में एक एसएचओ रैंक का ऑफिसर, दो सब इंस्पेक्टर और एक महिला कांस्टेबल हैं। परीक्षा केंद्र के बाहर पुलिस फोर्स होगी जिसमें दो सबइंस्पेक्टर और 10 कॉस्टेबल तैनात हैं।

सिपाही भर्ती परीक्षा में सबसे अधिक अभ्यर्थी वाराणसी जोन में शामिल हैं। यहां चार पालियों में 5.69 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। इसके बाद लखनऊ जोन है, जहां लगभग चार लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। पहली बार 24 सीरीज में प्रश्नपत्र तैयार कराया गया है।

डीआईजी एलओ (लॉ एंड ऑर्डर) प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रदेश में 860 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। उन सभी पर सुरक्षा के पूरे इंतजाम हैं। लखनऊ में डीजीपी ओपी सिंह ने चिनहट तथा गोमतीनगर में बने परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण किया । उनके साथ एसएसपी लखनऊ दीपक कुमार तथा एसपी उत्तरी अनुराग वत्स भी साथ में मौजूद थे। लखनऊ जोन में करीब चार लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।

गोरखपुर तथा इलाहाबाद में सिपाही भर्ती परीक्षा में गैंग ने बड़ी नकल कराने की तैयारी की थी। एसटीएफ ने कल गोरखपुर और इलाहाबाद में इस गैंग के सदस्यों के साथ नकलची पड़े हैं। अधिकारियों का दावा है कि इस बार परीक्षा पर कोई असर नहीं है।

इलाहाबाद में वबाल

प्रदेश में सिपाही भर्ती परीक्षा देने जा रहे अभ्यर्थियों ने कल रात इलाहाबाद व कौशांबी में जमकर हंगामा मचाया। इलाहाबाद सिविल लाइंस बस अड्डे पर पांच बसें तोड़ दी। कौशांबी में भरवारी स्टेशन पर चौरीचौरा एक्सप्रेस की चार वातानुकूलित बोगियों के शीशे तोड़ डाले गए। इलाहाबाद में सिविल लाइंस बस अड्डे से लेकर जीरो रोड बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर रात में सैकड़ों की भीड़ थी। विभिन्न रूटों के लिए बसें नहीं थीं। अभ्यर्थियों ने पहले पूछताछ काउंटर पर जाकर हंगामा मचाया, फिर बसों पर चढ़ हंगामा करने लगे। पुलिस ने जैसे तैसे स्थिति संभाली।

इलाहाबाद जंक्शन पर कानपुर और मुगलसराय की तरफ जाने वाली ट्रेन व प्रयाग जंक्शन पर जौनपुर, फैजाबाद और लखनऊ जाने वाली ट्रेनों में घुसने को लेकर धक्का-मुक्की हुई। कौशांबी में कानपुर से इलाहाबाद जा रहे अभ्यर्थियों ने भरवारी रेलवे स्टेशन पर हंगामा किया। कोच का दरवाजा नहीं खोलने पर चार वातानुकूलित बोगियों के शीशे तोड़ डाले। आरपीएफ ने हालात पर जैसे तैसे काबू पाया। करीब 10 मिनट बाद ट्रेन इलाहाबाद के लिए रवाना हो सकी। कानपुर में करीब छह सौ अभ्यर्थी ट्रेन में सवार हुए थे। उन्होंने वहां भी एसी कोच का दरवाजा खुलवाने के प्रयास किया लेकिन, किसी ने दरवाजा नहीं खोला। जब ट्रेन भरवारी पहुंची तो अभ्यर्थियों ने हंगामा शुरू कर दिया।

पकड़ा गया नकल कराने वाला गिरोह

एसटीएफ ने सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले आजमगढ़, गोरखपुर के साथ इलाहाबाद में नकल कराने वाले गिरोह को पकड़ा है। पुलिस ने अभ्यर्थी मनीष कुमार यादव, अजय कुमार यादव और गैंग के एजेंट फूलचंद्र पटेल को गिरफ्तार किया। रात को गोरखपुर से तीन लोग पकड़े गए। जिनमें एक सॉल्वर और परीक्षा देने वाला उम्मीदवार था। तीसरा व्यक्ति अनिल गिरी है। जो इस गैंग का सरगना था। पकड़े गए लोगों के पास से 4 लाख रुपए, दर्जनों आईडी कार्ड बरामद किए गए हैं। पुलिस इनके बाकी साथियों की तलाश कर रही है। कोचिंग संचालक राधेश्याम पांडेय, देवकी नंदन वर्मा व शिक्षक सुधीर यादव फरार हैं। कोचिंग संचालक गिरोह का सरगना बताया जा रहा है। गिरफ्त में आए आरोपियों से सिम स्लॉट, स्पाई माइक अमेट समेत कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किया गया है। गिरोह इन सभी पकड़े गए अभ्यर्थियों को पास कराने के एवज में पांच-पांच लाख रुपए ले रहा था। इनके अलावा अब तक 12 लोग गिरफ्तार हैं।

 

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