सिर्फ 15 दिन परेशानी, 500 के नए नोटों की सप्लाई बढ़ने से दूर होगी मुश्किल: शक्तिकांत दास

shaktikant-das15नई दिल्ली। सरकार ने नोटबंदी से हो रही मुश्किलों से निटपने के लिए गुरुवार को कई और कदमों के बारे में जानकारी दी। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने बताया कि फिलहाल 500 के नए नोटों की आपूर्ति पर फोकस किया जा रहा है और आने वाले 2-3 हफ्तों में 500 के नोटों की उपलब्धता बढ़ेगी और लोगों को छुट्टे की समस्या से निजात मिलेगी। दास ने साथ ही कुछ बैंकों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार पर कड़ी निगरानी रखने की बात कही है। नोटबंदी के 37वें दिन नोटों की आपूर्ति और अन्य मामलों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दास ने मौजूदा हालात और उसके लिए उठाए जा रहे कदमों के विषय में बताया।

शुरुआत में 2000 और अब 500 के नोट पर फोकस
शक्तिकांत दास ने बताया कि नोटबंदी के बाद शुरुआती तौर पर मार्केट में पैसे की आपू्र्ति के लिए बड़े नोटों की ज्यादा सप्लाई की जरूरत थी। इस वजह से शुरुआती दौर में 2000 के नोटों की ज्यादा से ज्यादा छपाई पर फोकस किया जा रहा था। लेकिन अब सरकार अधिक से अधिक 500 के नोट छाप रही है। सरकार का कहना है कि इसका असर जल्द ही मार्केट में भी दिखेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि मार्केट में 500 के 50 प्रतिशत से ज्यादा पुराने नोट बदले जा चुके हैं।

साथ ही सरकार ने आश्वासन दिया कि जब्त नोटों को जल्द से जल्द सर्कुलेशन में लाया जाएगा, फिलहाल जब्ती का पूरी आंकड़ा सरकार के पास नहीं है। लेकिन, सरकार जल्द से जल्द जब्त नोटों को बाजार में लाने की कोशिश कर रही है।

1 लाख से ज्यादा एटीएएम मशीनों को अपडेट किया गया है। साथ ही बैंकों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी एटीएएम मशीनों में कैश की सप्लाई बढ़ाएं।

आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने जानकारी दी कि नए नोटों (500 और 2000) के डिजाइन भारत में ही तैयार किए गए हैं। 2000 के नोट के सिक्यॉरिटी फीचर्स भी देश में तैयार किए गए।

आर्थिक सचिव ने बताया कि आम जनता की परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकार नोटों की सप्लाई और वितरण पर विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ने पर इसके लिए विमानों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि आरबीआई एक साल में जितने नोट सप्लाई करती है, उससे तीन गुना ज्यादा नोट पिछले तीन सप्ताह में सप्लाई किए गए।

सरकार ने बताया कि गांवों में नोटों की आपूर्ति बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। सहकारी बैंकों में भी कैश सप्लाई बढ़ाई गई है। सरकार का कहना है कि आने वाले समय में किसानों को कर्ज मिलने में होगी आसानी।

सरकार का कहना है कि बैंक नोटबंदी और नई करंसी का गलत फायदा न उठा सकें, इसके लिए उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जिन बैंकों पर आरोप लगे हैं, सरकार उनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटा रही है। सबूत मिलने पर जरूर होगी कार्रवाई। आर्थिक सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि कड़ी निगरानी की वजह से नए नोट मिल रहे हैं और ईडी, आरबीआई, समेत सभी एजेंसियां लगातार छापे मार रही हैं।

 

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