हर्ष फायरिंग से पीलीभीत में दो युवक घायल, उन्नाव में अधेड़ की हालत गंभीर

लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश व सरकार की तमाम बंदिशों के बाद भी वैवाहिक समारोह में हर्ष फायरिंग नहीं रूक रही है। पीलीभीत में मंगलवार रात हर्ष फायरिंग से दो युवक घायल हो गये जबकि उन्नाव में अधेड़ की हालत गंभीर रूप से घायल हो गया।

पीलीभीत शादी समारोह के दौरान बेलगाम और जानलेवा हुड़दंग थम नहीं रहे। ग्राम रसूला में विवाह समारोह के दौरान युवक की हर्ष फायरिंग में डांस कर रहे दो युवक घायल हो गए। हमलावर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने आरोपित को तमंचा समेत गिरफ्तार कर लिया है। ग्राम रसूला निवासी मूलचंद के घर सोमवार को बरात आई थी। बैंडबाजों के अलावा नाचने वाले युवकों को भी बुलाया गया था। रात में 12 बजे के आसपास बरात दुल्हन के द्वार पर पहुंची।

ग्राम टेढ़ा लेखराज निवासी गेंदन लाल व उसका चचेरा भाई महेंद्र पाल महिलाओं की वेशभूषा में नाचकर बरातियों का मनोरंजन कर रहे थे। उसी दौरान बरात के साथ चल रहा गांव का ही बड़े उर्फ तेजबहादुर उनके साथ नाचने लगा और तमंचे से फायर कर दिया, जिसके छर्रे गेंदनलाल व उसके भाई महेंद्र के चेहरों पर जा धंसे। दोनों घायल होकर गिर पड़े। इसके बाद आसपास के लोगों ने फायर करने वाले आरोपित को दबोच लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

हर्ष फायरिंग में अधेड़ घायल : बंथरा क्षेत्र के माती अनुपखेड़ा गांव में मंगलवार रात शादी समारोह के दौरान हुई हर्ष फायरिंग में पुत्तीलाल 50 घायल हो गए। हाथ में गोली लगने से घायल पुत्तीलाल को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जंहा उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। सीओ कृष्णानगर के मुताबिक अनूप खेड़ा गांव निवासी रामकुमार यादव की बेटी की शादी थी।

काकोरी क्षेत्र से बारात आई थी। समारोह में देर रात द्वारचार के दौरान किसी पक्ष से फायरिंग की गई। पुत्तीलाल छत के ऊपर खड़े थे। किस पक्ष से फायरिंग हुई अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस के मुताबिक फायरिंग तमंचे से की गई है आरोपित की तलाश की जा रही है। वर और कन्यापक्ष किसी के पास भी लाइसेंसी असलहा होने की पुष्टि नहीं हो सकी है।

हर्ष फायरिंग रोकने को फिर कड़े निर्देशः डीजीपी 
लखनऊ : प्रदेश में हर्ष फायरिंग की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए डीजीपी ओपी सिंह सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अधीनस्थों को बार-बार कड़ी चेतावनी तो दे रहे हैं, लेकिन धरातल पर हालात जस के तस हैं।
लखीमपुर में गोली लगने से दूल्हे की मौत की घटना के बाद डीजीपी ने सभी एसएसपी/एसपी को हर्ष फायरिंग रोकने के लिए हर क्राइम मीटिंग में अनिवार्य रूप से ऐसे मामलों में की गई कार्रवाई की समीक्षा का निर्देश दिया है। डीजीपी ने कहा कि हर्ष फायरिंग की घटना होने पर संबंधित एसओ व बीट के पुलिसकर्मियों की जांच कराकर उनका उत्तरदायित्व निर्धारित किए जाए और दंडात्मक कार्रवाई की जाए।

समारोहों में शौकिया फायरिंग की संभावना की पूर्व जानकारी होने पर वहां समुचित पुलिस प्रबंध किए जाएं। ऐसी घटनाओं में शस्त्र अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने की कार्रवाई अनिवार्य रूप से कराई जाए। डीजीपी ने कहा कि हर्ष फायरिंग में किसी की जान जाने की स्थिति में गैरइरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की जाए। पुलिस बिना तहरीर मिलने का इन्तजार किए कार्रवाई करे।

उल्लेखनीय है कि करीब एक माह पूर्व हर्ष फायरिंग की बढ़ती घटनाओं को लेकर एडीजी कानून-व्यवस्था आनन्द कुमार ने भी कड़े दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके बाद भी थानों की पुलिस की कार्यशैली में बदलाव नहीं आ रहा। ऐसे मामलों में संबंधित थानाक्षेत्र के पुलिसकर्मियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई भी नहीं हो पाती।

 

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