हाथरस मामले पर पुलिस का अजीबो गरीब और गैर जिम्मेदाराना बयान

हाथरस गैंगरेप पीड़िता के देर रात जबरन अंतिम संस्कार को लेकर पुलिस पर उठ रहे सवालों के बीच एडीजी प्रशांत कुमार का बयान सामने आया है। एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर ने दावा किया कि परिजनों की सहमति से ही पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि रात के अंधेरे में पीड़िता का गुपचुप अंतिम संस्कार को लेकर विरोध हो रहा है और इस मामले में पुलिस सवालों के घेरे में है। विपक्षी दल राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर है और यूपी में जंगलराज का आरोप लगा रही है।

वहीँ इस मामले में एडीजी प्रशांत कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, ‘पीड़िता की डेडबॉडी भी खराब हो रही थी इसलिए घर के लोगों ने सहमति जताई थी कि रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया जाना उचित होगा। इसके अतिरिक्त अभी आधिकारिक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है। उसमें जो भी तथ्य होंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।’

उन्होंने यह भी कहा कि, ‘इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए शासन ने उच्चस्तरीय कमिटी का गठन किया है जिसका नेतृत्व गृह सचिव भगवान स्वरूप कर रहे हैं। उनकी सहायता के लिए एक डीआईजी स्तर का अधिकारी और एक एसपी स्तर की महिला अधिकारी लगाई गई हैं ताकि अगर स्थानीय पुलिस के द्वारा कोई चूक हुई है तो उस चीजों को अंगित करें।

 

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