30 हजार घूस लेते दारोगा को एंटीकरप्शन टीम ने पकड़ा, सात दिन बाद था रिटायरमेंट

लखनऊ। पीजीआइ थाने में तैनात दारोगा संकटा प्रसाद मौर्या को मंगलवार दोपहर एंटी करप्शन की टीम ने 30 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ दबोच लिया। एंटी करप्शन टीम ने आरोपित दारोगा के खिलाफ आलमबाग कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराकर गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर दारोगा ने 50 हजार रुपये की मांग की थी।

रायबरेली रोड वृंदावन कॉलोनी सेक्टर पांच निवासी सुरेंद्र कुमार चौरसिया प्रॉपर्टी डीलर हैं। उन्होंने बताया कि करीब दो माह पूर्व क्षेत्र में रहने वाली मंजुला द्विवेदी पत्नी ब्रम्हानंद द्विवेदी को उन्होंने वृंदावन कॉलोनी सेक्टर चार स्थित सपना इन्क्लेव में प्रथम तल पर स्थित फ्लैट को खरीदने के लिए एग्रीमेंट कराया था। बिक्री के लिए फ्लैट की कीमत 21,72000 लाख रुपये तय हुई थी। मंजुला ने 18 लाख रुपये देकर एग्रीमेंट कराया था। उसके बाद उन्होंने फ्लैट लेने से मना कर दिया था। मंजुला ने रुपयों की मांग की थी। इस पर उन्होंने कुछ दिन पहले चार लाख रुपये वापस कर दिए थे।

इसके बाद मंजुला ने फिर फ्लैट खरीदने की इच्छा जताई। तो सुरेंद्र के मुताबिक उन्होंने मंजुला से 15 दिन बाद वह फ्लैट की रजिस्ट्री करा लेने के लिए कहा। इस बीच मंजुला ने पीजीआइ थाने में एक प्रार्थनापत्र दिया कि उन्हें न तो रुपये वापस किए जा रहे हैं और न ही फ्लैट मिल रहा है। मामले की जांच दारोगा संकटा प्रसाद मौर्या कर रहे थे। दारोगा संकटा प्रसाद के बुलाने पर हफ्ते भर पहले उनके पास गया। दारोगा ने रुपये वापस कर समझौता करने के लिए कहा और घूस में 50 हजार रुपये की मांग की। घूस के रुपये न मिलने पर वह आए दिन फोन कर फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। इस पर गत दिनों थाने में जाकर 20 हजार रुपये दे दिए। दो दिन बाद से वह फिर फोन कर और रुपये मांगने लगे। सोमवार को फिर दारोगा को 10 हजार रुपये दिए।

इसके बाद प्रॉपर्टी डीलर ने एंटी करप्शन विभाग के सीओ को प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार की। जिलाधिकारी की संस्तुति के बाद टीम ने प्लान बनाया। दो-दो हजार के 15 नोट लेकर वह पीजीआइ थाने के पास पहुंचे। वहां पहले से ही एंटी करप्शन के अधिकारी और कर्मचारी खड़े थे। दारोगा को फोन कर बुलाया और उन्हें 30 हजार रुपये दिए। नोटों पर केमिकल पाउडर लगा था। दारोगा ने जैसे ही नोट पकड़े तभी टीम ने रंगे हाथ उन्हें धर दबोचा और आलमबाग कोतवाली लेकर पहुंची। जहां उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इंस्पेक्टर आलमबाग आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि एंटीकरप्शन विभाग के अधिकारी की तहरीर पर आरोपित दारोगा संकटा प्रसाद मौर्या के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

20 हजार रुपये लेकर थाने से छोड़ा था

प्रॉपर्टी डीलर सुरेंद्र कुमार चौरसिया के मुताबिक 17 फरवरी को दारोगा संकटा प्रसाद ने उन्हें थाने में बुलाया। दारोगा ने धमकाते हुए चार घंटे तक थाने में बैठाए रखा। देर शाम 20 हजार रुपये लेने के बाद छोड़ा था। इसके बाद जल्द ही 30 हजार रुपये देने के लिए कहा था। सुरेंद्र ने पीजीआइ इंस्पेक्टर और एसएसआइ पर भी फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाया है।

सात दिन बाद होना था रिटायरमेंट

पुलिस के मुताबिक सात दिन बाद 28 फरवरी को दारोगा संकटा प्रसाद मौर्या का रिटायरमेंट होना था। रंगे हाथ घूस लेते पकड़े जाने पर रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले फंड और अन्य सुविधाएं भी रोक दी जाएंगी। इंस्पेक्टर पीजीआइ के मुताबिक प्रॉपर्टी डीलर सुरेंद्र कुमार चौरसिया के खिलाफ थाने में अपहरण के प्रयास, बलवा समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज है। सुरेंद्र ने 17 नवंबर 2017 को दोधन खेड़ा निवासी ताराचंद्र की भाभी के अपहरण का प्रयास किया था। वह कई साथियों के साथ उसे कार में उठा ले गया था। फिर कई दिन तक बंधक बनाए रखा और उसके बाद छोड़ा था। मामले की विवेचना चल रही है। इसके अलावा प्रॉपर्टी समेत कई अन्य विवादों के प्रार्थनापत्र भी सुरेंद्र के खिलाफ आए हैं। उनकी भी जांच चल रही है।

 

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