42 साल बाद भगवान राम, सीता और लक्ष्मण लंदन से वापस लौटे भारत, वजह जानकर रह जाएंगे दंग

त्रेतायुग में भगवान राम को 14 वर्षों का वनवास मिला था जिसे पूरा करने के बाद वापस अयोध्या लौटे थे. लेकिन एक बार फिर से 42 साल बाद भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण भारत वापस लौटे हैं.

त्रेतायुग में भगवान राम को 14 वर्षों का वनवास मिला था जिसे पूरा करने के बाद वापस अयोध्या लौटे थे. लेकिन एक बार फिर से 42 साल बाद भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण भारत वापस लौटे हैं. दरअसल, 1978 में तमिलनाडु के श्रीराजगोपाल मंदिर से श्रीराम, सीता और लक्ष्मण की मूर्तियां चोरी हो गई थीं. जिसे लंदन में ले जाकर बेचा गया था. इसकी जानकारी जब भारत सरकार को हुई तो लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने मामले में दखल दिया. जिसके बाद 15 सितंबर को मूर्तियां वापस उच्चायोग को मिल गईं जिसे अब लंदन से दिल्ली वापस लाया गया है. अब मुर्तियों को बुधवार को तमिलनाडु प्रशासन को सौंपा जाएगा.

तमिलनाडु प्रशासन को सौंपा जाएगा

भारत सरकार के निर्देश पर इन्हें लंदन से दिल्ली लाया गया है. कांसे की बनी तीनों मूर्तियां इस समय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के पास हैं, जिन्हें बुधवार को तमिलनाडु प्रशासन को सौंपा जाएगा. भगवान की मूर्तियों को सौंपने के लिए केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल खुद एएसआइ मुख्यालय पहुंचेंगे. इन मूर्तियों में भगवान राम की मूर्ति की लंबाई 90.5 सेंटीमीटर है. माता सीता की मूर्ति 74.5 सेंटीमीटर और लक्ष्मण की मूर्ति 78 सेंटीमीटर की है.

ये भी पढ़े-कौशांबी : खेत की रखवाली कर रहे किसान की धारदार हथियार से हत्या, जांच में जुटी पुलिस

केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद बड़े स्तर पर विदेश से धरोहरें लौटी हैं. 2015 में मोदी सरकार बनने के बाद से पिछले पांच साल में 32 मूर्तियां विदेश से वापस आई हैं। इसमें कुछ देशों ने वहां भारतीय दूतावास के अधिकारियों को बुलाकर मूर्तियां सौंपी हैं जो मूर्तियां वापस आई हैं उनमें मध्य प्रदेश से चोरी हुई पैरेट लेडी, जम्मू-कश्मीर से दुर्गा महिषासुरमर्दिनी, तमिलनाडु से चोरी हुई उमा परमेश्वरी, तमिलनाडु से चोरी हुई गणेश की प्रतिमा, श्री देवी, पार्वती, भूदेवी आदि की मूर्तियां भी शामिल हैं.

 

देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट 

हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :

हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :

कृपया हमें ट्विटर पर फॉलो करें:

हमारा ऐप डाउनलोड करें :

हमें ईमेल करें : [email protected]

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button