प्राणायाम कर पाएं एक स्वस्थ शरीर, जान लें ये बातें..

शरीर की शुद्धि के लिए जैसे स्नान की आवश्यकता होती है, ठीक वैसे ही मन की शुद्धि के लिए प्राणायाम की आवश्यकता होती है।

शरीर की शुद्धि के लिए जैसे स्नान की आवश्यकता होती है, ठीक वैसे ही मन की शुद्धि के लिए प्राणायाम की आवश्यकता होती है। प्राणायाम से हम स्वस्थऔर निरोगी होते हैं। इससे हम दीर्घायु बनते हैं। इसे करने से हमारी स्मरण शक्ति बढ़ती है और हम रोग मुक्त रहते हैं। इससे मन की चंचलता दूर होती है और मन एकाग्र होता है। तो आज हम तपती गर्मी से बचने के लिए प्राणायाम को करने की विधि बतायेंगें।

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ऐसे करें अनलोम विलोम प्राणायाम : अपनी सुविधानुसार पद्मासन, सिद्धासन, स्वस्तिकासन अथवा सुखासन में बैठ जाएं। दाहिने हाथ के अंगूठे से नासिका के दाएं छिद्र को बंद कर लें और नासिका के बाएं छिद्र से 4 तक की गिनती में सांस को भरे और फिर बायीं नासिका को अंगूठे के बगल वाली दो अंगुलियों से बंद कर दें। तत्पश्चात दाहिनी नासिका से अंगूठे को हटा दें और दायीं नासिका से सांस को बाहर निकालें।

अब दायीं नासिका से ही सांस को 4 की गिनती तक भरे और दायीं नाक को बंद करके बायीं नासिका खोलकर सांस को 8 की गिनती में बाहर निकालें।
इस प्राणायाम को 5 से 15 मिनट तक कर सकते है।
ऐसे करें चंद्रभेदी प्राणायाम : इस प्राणायम को करने के लिए सबसे पहले सुखासन में बैठ जाएं। आंखें बंद करके दाएं हाथ के अंगूठे से दाईं नाक के छेद को बंद करें। बाईं नाक के छेद से सांस लें और दाईं ओर से सांस बाहर छोड़ें। यह एक चक्र चंद्रभेदी प्राणायाम कहलाता है। इसके अभ्यास के दौरान अपना पूरा ध्यान सांस पर केंद्रित करें और मन शांत रखें। शुरुआत में चंद्रभेदी प्राणायाम का अभ्यास 10 से 15 बार करें। हालांकि धीरे-धीरे इस प्राणायाम का अभ्यास बढ़ाया जा सकता है।

प्राणायाम करें : शीतली और शीतकारी प्राणायाम आपके शरीर को ठंडा बनाए रखने में सक्षम है। आप इसे कभी भी, कहीं भी कर सकते हैं। बस ध्यान रखें कि जहाँ भी कर रहे हैं वहाँ की वायु शुद्ध हो। इससे शरीर में भरपूर ऑक्सीजन का संचार होगा। फेफड़े और पेट में किसी भी प्रकार की गर्मी नहीं रहेगी।

ऐसे करें शीतली प्राणायाम : इसमें मुख खोलकर जुबान की नाली बनाकर नाली के द्वारा श्वास धीरे-धीरे लय में अंदर खींचे फिर मुख बंद कर कुछ देर तक श्वास अंदर रोके रखने के बाद नाक से निकाल दें। इसे आठ या दस बार करें। इससे शरीर में ठंडक बढ़ती है।

ऐसे करें शीतकारी प्राणायाम: शीतकारी में दाँतों को भींचकर होंठों से श्वास खींचें। कुछ देर तक रोके रखने के बाद नाक से निकाल दें। इसे भी आठ से दस बार करें और तेज गर्मी में भी भरपूर ठंडक का मजा लें।

Note- The UP Khabar एक नया शो ला रहा है, जिसका नाम ‘जनता रिपोर्टर’ है। इस शो में हम आपके क्षेत्र की समस्याओं को आपके ही जरिए सरकार तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे। इस शो में आपको बस अपने मोबाइल फोन से अपने क्षेत्र की समस्याओं का वीडियो बनाकर हमें अपने नाम और पते के साथ इस WhatsApp (7905897855 ) नंबर पर फॉरवर्ड करना है। साथ ही हमारे यूट्यूब चैनल को सब्स्क्राइब करके अपनी आवाज़ को बुलंद करें।

 

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